समानकाम के लिए समान वेतन या 18000 रु. प्रति माह की मांग को लेकर बुधवार
को करीब 12000 से अधिक आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं ने गर्दनीबाग स्थित
धरनास्थल पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
मांगों के समर्थन में बिहार के विभिन्न जिले से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं ने पटना पहुंची। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की योजना थी कि करीब 11 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास घेराव करना है। लेकिन अधिकारी द्वारा प्रदर्शनकारियों को सूचना मिली कि मुख्यमंत्री पटना में नहीं है। जिसके कारण सभी प्रदर्शनकारियों ने गर्दनीबाग धरनास्थल पर डटी रहीं। हालांकि शाम करीब 6 बजे के बाद सभी सेविका-सहायिका अपने-अपने घर वापस चली गई। आंगनबाड़ी छपरा की अध्यक्ष ललिता सिंह ने कहा कि 17 सूत्री मांग को लेकर 24 मार्च से हड़ताल पर हैं। इसके बीच में जेल भरो आंदोलन एवं प्रदर्शन किया था।
मांगों के समर्थन में बिहार के विभिन्न जिले से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं ने पटना पहुंची। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की योजना थी कि करीब 11 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास घेराव करना है। लेकिन अधिकारी द्वारा प्रदर्शनकारियों को सूचना मिली कि मुख्यमंत्री पटना में नहीं है। जिसके कारण सभी प्रदर्शनकारियों ने गर्दनीबाग धरनास्थल पर डटी रहीं। हालांकि शाम करीब 6 बजे के बाद सभी सेविका-सहायिका अपने-अपने घर वापस चली गई। आंगनबाड़ी छपरा की अध्यक्ष ललिता सिंह ने कहा कि 17 सूत्री मांग को लेकर 24 मार्च से हड़ताल पर हैं। इसके बीच में जेल भरो आंदोलन एवं प्रदर्शन किया था।