जहानाबाद। समान काम के लिए समान वेतन दिए जाने की मांग को लेकर बुधवार को
भी वित्तरहित शिक्षकों ने स्थानीय सत्येंद्र नारायण सिन्हा महाविद्यालय
स्थित मूल्यांकन केंद्र के समीप प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने साफ तौर पर कहा
कि परिणाम चाहे जो हो लेकिन मांगे पूरी होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
शिक्षक नेता मो. अली सलीम, सतीश कुमार रंजन, सत्येंद्र कुमार, राकेश कुमार, अनिरुद्ध कुमार, अजय कुमार आदि लोगों ने कहा कि सरकार हमारे साथ नाइंसाफी कर रही है। हमलोग इतने दिनों से आंदोलन कर रहे हैं लेकिन इसका उसपर कोई असर नहीं पड़ रहा है। जब तक मांगे पूरी नहीं होगी हड़ताल पर डटे रहेंगे। शिक्षक नेताओं ने कहा कि उच्चतम न्यायालय द्वारा समान काम के लिए समान वेतन दिए जाने का निर्देश दिया गया है लेकिन सरकार इसका अनुपालन नहीं कर रही है। उनलोगों ने यह भी कहा कि वर्षो से अनुदान राशि का भुगतान भी नहीं किया गया है। पर्व के मौके पर भी उनके परिवार के लोगों के समक्ष भूखमरी की स्थिति कायम है। सरकार अंगीभूत महाविद्यालयों में खाली पड़े पदों पर वित्त रहित शिक्षकों को नियुक्त करें। शिक्षकों ने कहा कि वे लोग किसी भी हालत में मूल्यांकन कार्य आरंभ नहीं होने देंगे। इस जिले के पूरे वित्तरहित शिक्षक एकजुट हैं। प्रतिदिन निर्धारित समय पर पहुंचकर मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर रहे हैं। शिक्षकों ने जिला माध्यमिक शिक्षक संघ तथा अन्य शिक्षक संगठनों द्वारा उनकी मांगों के समर्थन में मूल्यांकन कार्य से अलग रहने पर उनलोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।
शिक्षक नेता मो. अली सलीम, सतीश कुमार रंजन, सत्येंद्र कुमार, राकेश कुमार, अनिरुद्ध कुमार, अजय कुमार आदि लोगों ने कहा कि सरकार हमारे साथ नाइंसाफी कर रही है। हमलोग इतने दिनों से आंदोलन कर रहे हैं लेकिन इसका उसपर कोई असर नहीं पड़ रहा है। जब तक मांगे पूरी नहीं होगी हड़ताल पर डटे रहेंगे। शिक्षक नेताओं ने कहा कि उच्चतम न्यायालय द्वारा समान काम के लिए समान वेतन दिए जाने का निर्देश दिया गया है लेकिन सरकार इसका अनुपालन नहीं कर रही है। उनलोगों ने यह भी कहा कि वर्षो से अनुदान राशि का भुगतान भी नहीं किया गया है। पर्व के मौके पर भी उनके परिवार के लोगों के समक्ष भूखमरी की स्थिति कायम है। सरकार अंगीभूत महाविद्यालयों में खाली पड़े पदों पर वित्त रहित शिक्षकों को नियुक्त करें। शिक्षकों ने कहा कि वे लोग किसी भी हालत में मूल्यांकन कार्य आरंभ नहीं होने देंगे। इस जिले के पूरे वित्तरहित शिक्षक एकजुट हैं। प्रतिदिन निर्धारित समय पर पहुंचकर मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर रहे हैं। शिक्षकों ने जिला माध्यमिक शिक्षक संघ तथा अन्य शिक्षक संगठनों द्वारा उनकी मांगों के समर्थन में मूल्यांकन कार्य से अलग रहने पर उनलोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।