दो शिक्षकों ने जिला शिक्षा अधीक्षक को लिखा पत्र , 20 विद्यालयों का एक माह के भीतर निरीक्षण किया गया है
कुड़ू : प्रखंड क्षेत्र के सरकारी विद्यालयों में जोर-शोर से एक चयनित
जनप्रतिनिधि द्वारा निरीक्षण किया जा रहा है . निरीक्षण ऐसा कि शिक्षक
अपने को असहज महसूस कर रहे हैं. प्रखंड के दो विद्यालयों के प्रभारी
प्रधानाध्यापकों ने जिला शिक्षा अधीक्षक को पत्र भेज अपनी पीड़ा बता चुके
हैं.
- नियोजित शिक्षकों की याचिका पर हाईकोर्ट ने मांगा सरकार से जवाब
- TSUNSS : समान काम, समान वेतन एवम् नियमित शिक्षकों की भांति सेवाशर्त से कम कुछ भी मंजूर नही
- आम शिक्षकों की ओर से कुछ सवाल...........आचार्य रवि
- सेवा शर्त नियमावली : राज्य भर के नियोजित शिक्षको द्वारा पुरजोर विरोध , चरणबद्ध आंदोलन की तिथि का घोषणा
- मुख्यमंत्री के द्वारा शिक्षकों को लेकर दिए गए बयान का प्रारंभिक शिक्षक संघ ने किया पुरजोर विरोध
बताया जाता है कि प्रखंड क्षेत्र में चुने हुए जनप्रतिनिधि द्वारा
प्रखंड के करीब 20 विद्यालयों का एक माह के भीतर निरीक्षण किया गया है. इस
क्रम में विद्यालयों के शिक्षकों पर कई आरोप लगाये गये हैं. मसलन मानक के
अनुरूप बेंच-डेस्क की आपूर्ति नहीं होना, पोशाक ठीक नहीं होना व विद्यालय
से शिक्षकों का गायब रहना आदि. इधर, दो शिक्षकों ने जिला शिक्षा अधिकारी को
पत्र भेजा है, जिसमें कहा है कि उक्त जनप्रतिनिधि के कहने पर काम नहीं
हुआ, तो वह नाराज होकर निरीक्षण कर रहे हैं.
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- 'नयी बोतल में पुरानी शराब' की भांति है सेवाशर्त का झुनझुना
- अच्छी सूचना : प्रशिक्षण के मामले में ODL , DPE संवर्द्धन शुरू
- सेवा शर्त के प्रारूप मंजूर नहीं : यह सेवा शर्त निरीह शिक्षकों के दर्द के मलहम के जगह और दर्द बढाने वाला
- बिंदुवार विश्लेषण : नियोजित शिक्षकों के साथ बहुत बड़ा धोखा
- बिहार के मुख्यमंत्री के कुकृत्य : नही पता आपका गति रावण के जैसा होगा या कंश के जैसा