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BSSC की इंटरस्तरीय परीक्षा रद्द : SIT जांच में आर्थिक अपराध इकाई भी शामिल

बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC) की इंटरस्तरीय परीक्षा रद्द कर दी गयी है. मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसके आदेश दे दिये हैं. विगत 5 जनवरी को हुई दूसरे चरण की परीक्षा के क्वेश्चन पेपर पहले से ही लीक हो जाने के बाद मामले ने ख़ासा तूल पकड़ लिया था.
पटना पुलिस ने मामले में SIT गठित की थी जिसने आयोग के सचिव परमेश्वर राम को गिरफ्तार करने सहित 6 अन्य लोगों को हिरासत में लिया है जिनसे पूछताछ जारी है. बता दें कि 4 चरणों में होने वाली इस परीक्षा का पहला चरण 29 जनवरी को, दूसरा 5 फरवरी को हुआ था जबकि 19 और 26 फरवरी को शेष दो चरणों की परीक्षा होनी अभी बाकी थी. अब मुख्यमंत्री के आदेश के बाद सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गयी हैं.

*SIT की प्रारंभिक रिपोर्ट पर कार्रवाई*

मामले की जांच के लिए एसएसपी मनु महाराज के नेतृत्व में गठित SIT ने पुलिस मुख्यालय को अपनी प्रारंभिक रिर्पोट सौंपी थी जिसमें बिहार सरकार से BSSC परीक्षा रद्द करने की सिफारिश की गई थी. साथ ही जांच के लिए और भी टीम गठित करने की मांग भी की गई थी. इस मामले में पुलिस ने अबतक आयोग के डाटा ऑपरेटर सहित सात लोगों को हिरासत में लिया है जिनसे पूछताछ की जा रही है. SIT ने इसको लेकर आयोग के सचिव परमेश्वर राम से भी मंगलवार को लंबी पूछताछ की थी. साथ ही उनके आवास की भी 6 घंटों से ज्यादा समय तक तलाशी ली गई. पुलिस के अनुसार उन्हें तलाशी में कई अहम् कागजात हाथ लगे हैं जिनकी जांच की जा रही है

*जांच में आर्थिक अपराध इकाई भी शामिल*

BSSC पेपर लीक मामले की जांच में अब पटना पुलिस और SIT के साथ-साथ आर्थिक अपराध इकाई (EOU) भी शामिल हो गई है. EOU के सूत्रों के अनुसार BSSC सचिव परमेश्वर राम पर शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है. जल्द ही उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया जा सकता है. उधर बिहार के अलग -अलग जिलो में कुल छह मामले दर्ज किये गये हैं. ताजा जानकारी मिलने तक सभी संबंधित जिलों के एसपी ने EOU को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. EOU की जांच पटना पुलिस की जांच से अलग होगी।

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