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NAWADA-नियोजित शिक्षकों का ब्योरा जमा नहीं करने पर नपेंगे बीईओ

वेतन भुगतान में अनियमितता को रोकने के लिए जिला शिक्षा विभाग की ओर से जिले के सभी नियोजित शिक्षकों का डाटाबेस बनाने का फैसला लिया है। इस काम में दस प्रखंडों के बीईओ के असहयोगात्मक रवैये के कारण डाटाबेस का काम इस माह में तैयार होना संभव नहीं दिख रहा है।

डाटाबेस से फर्जी शिक्षकों की भी पहचान आसानी से हो सकती है। लिहाजा इसे एक प्रमुख दस्तावेज के रूप में देखा जा रहा है। डीईओ ने कहा विभागीय काम में व्यवधान डाटाबेस तय समय में जिला शिक्षा विभाग को उपलब्ध नहीं कराने पर डीईओ गोरख प्रसाद ने दस प्रखंडों जिनमें नवादा, नाररदीगंज, नरहट, सिरदला, अकबरपुर, पकरीबरावां, कौओकोल, रोह, वारिसलीगंज व मेसकौर के बीईओ को पत्र लिखकर कहा है तय समय पर डाटाबेस के लिए नियोजित शिक्षकों से संबंधित ब्योरा उपलब्ध नहीं कराना विभागीय काम में अड़चन डालने जैसा है।
उन्होंने संबंधित बीईओ को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि 31 दिसंबर तक अचूक रूप से डाटाबेस के लिए सभी नियोजित शिक्षकों से संबंधित ब्योरा विभाग को उपलब्ध करा दें। ब्योरा उपलब्ध नहीं कराए जाने पर संबंधित बीईओ के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। सात हजार शिक्षकों का बनाना है डाटाबेस जिले में पंचायत व प्रखंड शिक्षक के रूप में करीब सात हजार नियोजित शिक्षक बहाल हैं।
इन नियोजित शिक्षकों को हर माह स्थापना विभाग की ओर से मानदेय उपलब्ध कराया जाता है। डाटाबेस नहीं रहने से शिक्षकों की सही स्थिति की जानकारी नहीं रहने से मानदेय भुगतान में अनियमितता की ज्यादर गुंजाइश रहती है। लिहाजा जिला शिक्षा विभाग की ओर से डाटाबेस बनाने का निर्णय लिया गया है।

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