How To Become A Teacher: देश में शिक्षा का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, शहर से लेकर गांव तक हर जगह प्रतिवर्ष हजारों नए स्कूल-कॉलेज खुल रहे हैं। जिनमें पढ़ाने के लिए प्रतिवर्ष शिक्षकों की नई भर्तियां भी होती हैं, जाहिर है कि इस क्षेत्र में न कभी मंदी आई है और न ही आएगी। हालांकि कोरोन के कारण यह क्षेत्र अभी जरूर प्रभावित हुआ है। शिक्षक कैसे बना जाए और उसके क्या फायदे व नुकसान है, आइए जानते हैं पूरी जानकारी।
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जिले के तीन सौ शिक्षकों को तीन माह से वेतन नहीं
छपरा। हिंदुस्तान प्रतिनिधि
शिक्षा विभाग से जुड़े करीब 300 शिक्षक व कर्मचारियों को लगभग तीन महीने से वेतन नहीं मिल रहा है । सिस्टम का दोष हो या लापरवाही लेकिन अब नौकरी करते हुए पैसे के लाले पड़ गए हैं। यह वैसे शिक्षक व कर्मचारी हैं
तीन केन्द्रों में ही शिक्षक नियोजन की काउंसिलिंग
दूसरे दिन मंगलवार को भी जिला मुख्यालय के तीन केन्द्रों में शिक्षक नियोजन को लेकर काउंसिलिंग हुई। काउंसिलिंग 11 बजकर 30 मिनट से शुरू हुई है। दूसरे दिन मंगलवार को वर्ग एक से लेकर पांचवी तक के कक्षाओं
प्रखंड शिक्षक के लिए आठ अभ्यर्थियों की हुई काउंसलिंग
मोहनपुर प्रखंड शिक्षक नियोजन इकाई ने काउंसिलिंग के बाद आठ अभ्यर्थियों का नियोजन किया है। बीआरपी अश्विनी कुमार पंडित ने बताया कि वर्ग छह से आठ के लिए कुल रिक्ति पंद्रह थी, जिनमें हिन्दी में एक, अंग्रेजी में पांच, संस्कृत में चार और विज्ञान में पांच रिक्ति थी। उक्त रिक्ति के विरुद्ध हिन्दी में शून्य, अंग्रेजी में तीन, संस्कृत में एक और विज्ञान में चार अभ्यर्थियों का नियोजन किया गया। छह सीटें खाली रह गयीं। काउंसिलिंग आरएसबी इंटर स्कूल, समस्तीपुर में प्रखंड प्रमुख संगीता देवी की अध्यक्षता में की गयी।
पांच प्रखंडों में नियोजन को किया गया रद्द
शिक्षक नियोजन के दूसरेचरण में मंगलवार को कुल 14 प्रखंडों के लिए शिक्षकों का नियोजन होना था। जिसमें से पैक्स चुनाव के कारण पांच प्रखंडों के नियोजन को रद्द कर दिया गया। जिसमें गौनाहा, योगापट्टी, बगहा.1, बगहा-2 और लौरिया प्रखंड थे। शिक्षक नियोजन के लिए नगर में तीन केंद्र को बनाया गया था।
शिक्षक नियोजन: पहली से पांचवीं तक के 906 पदों पर हुआ नियोजन
5 हजार से अधिक अभ्यर्थी पहुंचे थे नियोजन केन्द्र
बिहारशरीफ के मॉडल व कन्या मध्य विद्यालयों में हुई काउंसिलिंग
शिक्षक नियोजन काउंसिलिंग में कई केंद्रों पर हंगामा, मारवाड़ी हाईस्कूल में बीडीओ को बनाया बंधक
मुजफ्फरपुर : जिले में मंगलवार को 15 प्रखंडों में वर्ग एक से पांच तक में शिक्षकों के 1907 पदों की बहाली के लिए काउंसिलिग हुई। प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए छह केंद्र बनाए थे, लेकिन सफलता नहीं मिली। कुछ केंद्रों पर देर रात तक काउंसिलिग की प्रक्रिया चलती रही। मुखर्जी सेमिनरी में भारी बवाल होने पर साहेबगंज प्रखंड की काउंसिलिग रद कर दी गई। वहीं, बीडीओ के अनुसार वरीयता वाले कुछ अभ्यर्थियों के रह जाने पर गायघाट की काउंसिलिग रद कर दी गई है। उधर, मारवाड़ी हाईस्कूल में सकरा के बीडीओ आनंद मोहन पर गड़बड़ी करने व भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर हेडमास्टर के कमरे में बंधक बना लिया गया। इस बीच अभ्यर्थियों ने मीडियाकर्मियों व छायाकारों के साथ भी अभद्र व्यवहार किया।
शिक्षकों के प्रति सरकार की तानाशाही रवैया बर्दाश्त नहीं
कटिहार। शिक्षकों को बोरा बेचने के आदेश को निरस्त हो साथ ही शिक्षक तमीजुद्दीन की निलम्बन वापसी की मांग के साथ राजद के जिलाध्यक्ष अब्दुल गनी ने सरकार पर शिक्षकों के प्रति तानाशाही व्यवहार करने का आरोप लगाया
युवाओं को साथ लेकर बदलेंगे बिहार का तकदीर: पुष्पम प्रिया चौधरी
प्लुरल्स की राष्ट्रीय अध्यक्षा पुष्पम प्रिया चौधरी ने मंगलवार शाम गोपालपुर के लतरा गांव में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं को साथ लेकर आगामी बिहार विधानसभा के चुनाव में बहुमत लाकर बिहार को विकसित राज्य बनायेंगे। उन्होंने लालू व नीतीश कुमार के शासन पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि जात-पात के नाम पर पिछले तीस वर्षों में सिर्फ अपने परिवार व कुछ खास लोगों के विकास करने का आरोप लगाया।
ग्राउंड रिपोर्ट: शिक्षक नियोजन में योग्य उम्मीदवारों के बावजूद क्यों खाली रह जाती हैं सीटें, ये है इसका जवाब
सिवान। बिहार में 94 हजार पदों के लिए छठे चरण का प्राथमिक शिक्षक नियोजन चल रहा है। लेकिन नियोजन में हर जिले में बड़ी संख्या में सीटें खाली रह जा रही हैं। कहा जा रहा है कि बिहार में शिक्षक बनने के लिए योग्यता से अधिक
Bihar Teacher Recruitment: बिहार में बेरोजगारी, फिर भी सीटें रह जाती हैं खाली, ग्राउंड रिपोर्ट में सामने आई सच्चाई
दीनबंधु सिंह, सिवान
बिहार में 94 हजार पदों के लिए छठे चरण का प्राथमिक शिक्षक नियोजन चल रहा है। लेकिन नियोजन में हर जिले में बड़ी संख्या में सीटें खाली रह जा रही हैं। कहा जा रहा है कि बिहार में शिक्षक बनने के लिए योग्यता से अधिक किस्मत के साथ देने की जरूरत है। कुछ नियोजन इकाइयों में कम अंक वाले अभ्यर्थी बहाल हो रहे हैं। कहीं पर अधिक अंक होते हुए भी बहाली से वंचित होना पड़ रहा है। इन सबके बावजूद सीटें भी खाली रह जा रही हैं।शिक्षक का निलंबन वापस हो नहीं तो आंदोलन
कटिहार जिले में खाद्यान्न का जूट बोरा बेचने गए शिक्षक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिसके बाद मध्याह्न भोजन योजना के बिहार निदेशक ने शिक्षक को निलंबित कर दिया है। शिक्षक को निलंबित किए जाने पर नवादा में सरकारी शिक्षकों का गुस्सा उबाल पर है।
प्रारंभिक शिक्षा के मूल ढांचे में सुधार की जरूरत
आज विभाग के पास प्राथमिक पाठशालाओं में बीएड, एमएड, एम. फिल व पीएचडी अध्यापक भी हैं, जिनके पास प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ाने का अनुभव भी है। उन्हें जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में नए अध्यापकों को तैयार करने के लिए नियुक्त किया जा सकता है। प्रत्येक पाठशाला में कक्षावार अध्यापक होने के साथ-साथ नर्सरी कक्षाओं के बच्चों के लिए नर्सरी अध्यापकों की नियुक्ति करनी चाहिए…
शिक्षा के अधिकार कानून की हकीकत
शिक्षा किसी भी सभ्य समाज की मूलभूत आवश्यकता है। दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि शिक्षा से समाज को सभ्य बनाया जा सकता है। शिक्षा समाज के विकास, आर्थिक उन्नति और सार्वभौमिक सम्मान के लिए एक आवश्यक घटक है। हर नागरिक का यह मौलिक अधिकार होना चाहिए कि उसे जीने के अधिकार के रूप में शिक्षा का अधिकार भी हासिल हो।
स्कूली शिक्षा से जुड़ी सरकारी योजनाएं: माता-पिता के लिए आवश्यक जानकारी
आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक परिवर्तन के लिए शिक्षा बहुत ही महत्वपूर्ण है। इक्कीसवीं सदी में समाज के समग्र विकास के लिए एक ऐसी आबादी की आवश्यकता है जो अच्छी तरह से शिक्षित और कौशल, दृष्टिकोण और ज्ञान से सुसज्जित हो। न्यायपूर्ण और समतावादी समाज बनाने में, शिक्षा की प्रमुख भूमिका होती है।
भारत में शिक्षा का विकास
किसी भी देश के आर्थिक विकास में शिक्षा एक बहुत महत्वपूर्ण कारक है। स्वतंत्रता के शुरुआती दिनों से भारत ने हमेशा हमारे देश में साक्षरता दर में सुधार लाने पर ध्यान केंद्रित किया है। आज भी सरकार भारत में प्राथमिक और उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रम चलाती है।
विद्यालय शिक्षा को गुणात्मक बनाना
चर्चा में क्यों?
केंद्रीय सरकार सर्वशिक्षा अभियान (एसएसए) तथा राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (आरएमएसए) की केंद्र द्वारा प्रायोजित योजनाओं के माध्यम से कई स्तरों पर अध्यापकों के नियमित सेवाकालीन प्रशिक्षण, नए भर्ती अध्यापकों के लिये प्रवेश प्रशिक्षण, आईसीटी कोम्पोनेंट पर प्रशिक्षण, विस्तृत शिक्षा, लैंगिक संवेदनशीलता, तथा किशोरावस्था शिक्षा सहित गुणवत्ता सुधार के लिये राज्यों तथा संघ शासित प्रदेशों की मदद करती है।
भारत में शिक्षा गुणवत्ता: चुनौतियाँ और समाधान
देश में जब शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू हुआ तो 6 से 14 वर्ष के बच्चों के लिये यह मौलिक अधिकार बन गया। इसके अलावा शिक्षा क्षेत्र में सुधार लाने के लिये केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा विभिन्न योजनाएँ और कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसके बावजूद शिक्षा के क्षेत्र में चुनौतियों का अंबार लगा है तथा ऐसे उपायों की तलाश लगातार जारी रहती है, जिनसे इस क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाए जा सकें। मानव संसाधन के विकास का मूल शिक्षा है जो देश के सामाजिक-आर्थिक तंत्र के संतुलन में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
शिक्षक बनने के लिए आयोजित परीक्षा में शामिल हुए 3614 अभ्यर्थी
टीजीटी परीक्षा का आयोजन रविवार को दो पालियों में हुआ। शिक्षक बनने के लिए आयोजित परीक्षा में कुल 3614 अभ्यर्थी शामिल हुए। पहली पाली में कुल 1862 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए, जबकि 228 ने परीक्षा छोड़ दी। दूसरी पाली में कुल 1978 पंजीकृत थे। इसमें से 1752 ने परीक्षा दी, 226 गैर हाजिर रहे। किसी भी जगह से गड़बड़ी की सूचना नहीं मिली है।
बिहार: फर्जी डिग्री के आधार पर BDO ने अपने लोगों को बनाया शिक्षक, सबूत होने के बावजूद नहीं हो रही कार्रवाई
Patna: बिहार में साल 2010 में हुई शिक्षकों की बहाली सरकार के लिए सरदर्द बनी हुई है. इस दौरान बहाली में बड़े पैमाने पर फर्जी डिग्री (Fake Teachers Job) के आधार पर शिक्षकों की बहाली के आरोप लगे हैं. शिक्षक बहाली की खास बात ये रही कि इस बहती गंगा में कई रसूखदारों ने भी अपने हाथ धो लिए. सोमवार को लगे मुख्यमंत्री के जनता दरबार (CM Janta Darbar) में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है.