Advertisement

पूर्वी चम्पारण में नकली सर्टिफिकेट पर मिली 26 को नौकरी : बिहार शिक्षक नियोजन Latest Updates

शिक्षक नियोजन 2006-08 में की गयी धांधली व फर्जी डिग्री के आधार पर हुई शिक्षको की बहाली की जांच आखिर क्यों नही हो रही है और जिला प्रशसन उन पर मेहरबान क्यों है?
प्रशासनिक पदाधिकारियों व शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मंशा इस के पिछे क्या है और बार-बार शिकायती आवेदन जनता द्वारा सौंपे जाने के बावजूद उसे ठण्डे बस्ते में क्यों डाल दिया जाता है?

बिहार में 1803 शिक्षक नकली सर्टिफिकेट संगे नोकरी करत धरईले : बिहार शिक्षक नियोजन Latest Updates

पटना - बिहार के कटिहार में शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी के मामला सोझा आईल बा। इहाँ हजारन के संख्या में फर्जी सर्टिफिकेट प शिक्षक भर्ती भईल बाड़े।
कटिहार के अलग-अलग ब्लॉक में 2003 से 2010 के बीच भईल भर्ती में 1803 शिक्षक लोगन के सर्टिफिकेट फर्जी मिलल बाटे। फर्जी सर्टिफिकेट में दर्ज संस्थान में काशी विद्यापीठ अवुरी महाराष्ट्र के कुछ संस्थान प्रमुख बाड़े।
नकली सर्टिफिकेट के धरईला के बाद राज्य के शिक्षा विभाग ए सभ (1803) शिक्षक के खिलाफ विभागीय कारवाई के आदेश दे देले बा। ए सभ लोग से अभी तक राज्य सरकार से वेतन के रूप में लिहल पईसा के वसूली के आदेश भी दे दिहल बाटे।

फर्जी सर्टिफिकेट बेचने वाला गिरफ्तार : बिहार शिक्षक नियोजन Latest Updates

जागरण संवाददाता, गया सेना से लेकर प्रशासनिक-पुलिस महकमे के हर अधिकारी का फर्जी लेटर पैड, मुहर व अन्य दस्तावेज किसी के लिए भी नाजायज राशि देने पर उपलब्ध हो सकता है। इसका खुलासा गया के ओटीए परिसर के उत्तर दिशा की ओर स्थित बिन्दी मार्केट परिसर में ‘सैनिक इंटरप्राइजेज’ में सोमवार को हुई छापेमारी में हुआ। सिटी डीएसपी आलोक कुमार सिंह के नेतृत्व में चंदौती एसएचओ, रामपुर एसएचओ गौरीशंकर गुप्ता व अन्य पुलिसकर्मियों ने छापेमारी कर बोधगया थाना के नावां गांव के अमरेन्द्र कुमार सिन्हा को धर दबोचा। जबकि दुकान का पार्टनर योगेन्द्र फरार हो गया। योगेन्द्र की पत्नी सुधा देवी ओटीए (आफिसर्स ट्रेनिंग अकेडमी) में कार्य करती है।

सुपौल में 348 का सर्टिफिकेट फर्जी : बिहार शिक्षक नियोजन Latest Updates

सुपौल, जागरण संवाददाता: सुपौल प्रखंड के गोठ बरुआरी पंचायत में टीईटी फर्जीवाड़ा का मामला शिक्षक नियोजन द्वारा उजागर किये जाने के बाद जिला प्रशासन एवं शिक्षा विभाग के आदेश पर जिले के सभी 11 प्रखंड के 180 पंचायतों में अभ्यर्थियों के टीईटी प्रमाणपत्र की गहन जांच की जा रही है। जिलाधिकारी के आदेश पर डीईओ ने जांच समिति का गठन करते हुए सभी शिक्षक नियोजन इकाई के द्वारा भेजे गये मेधा सूची की गहन जांच प्रारंभ की गई।

त्रिवेणीगंज में 861 का सर्टिफिकेट फर्जी : बिहार शिक्षक नियोजन Latest Updates

सुपौल, जागरण संवाददाता: सुपौल प्रखंड के गोठ बरुआरी पंचायत में टीईटी फर्जीवाड़ा का मामला शिक्षक नियोजन द्वारा उजागर किये जाने के बाद जिला प्रशासन एवं शिक्षा विभाग के आदेश पर जिले के सभी 181 पंचायतों में अभ्यर्थियों के टीईटी प्रमाणपत्र की गहन जांच की जा रही है। जिलाधिकारी के आदेश पर डीईओ ने जांच समिति का गठन करते हुए सभी शिक्षक नियोजन इकाई के द्वारा भेजे गये मेधा सूची की गहन जांच प्रारंभ की गई। डीईओ ने जहां जांच में पाये गये सही अभ्यर्थियों का नियोजन हेतु अनुमोदन कर दिया है

शिक्षक नियोजन कैंप : बिहार शिक्षक नियोजन Latest Updates

संसू, धोरैया (बांका) : पंचायत शिक्षक नियोजन हेतु कैम्प का आयोजन , तैयारी नियोजन समिति द्वारा की जा रही है। बीईओ अस्फाक आलम ने बताया कि धोरैया में प्रखंड शिक्षक के 56 पद रिक्त है। इसपर कैंप लगाकर नियोजन किया जाएगा।

सर, जाली प्रमाण-पत्र पर बन गई आशा : बिहार शिक्षक नियोजन Latest Updates

जागरण प्रतिनिधि, बांका : जनता दरबार में जिलाधिकारी ने गुरुवार को 101 लोगों की फरियाद सुनी। इस दौरान बाराहाट की नविता भारती ने जाली प्रमाणपत्र पर आशा बहाली की शिकायत की। शिकायत के दौरान उन्होंने कहा कि रीना कुमारी दो साल पहले ही फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर आशा बन बैठी है। इस संबंध में जनता दरबार में पहले भी शिकायत की गई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिलाधिकारी ने मामले की पूरी जानकारी ली। मामले में बाराहाट बीडीओ को एफआइआर के लिए भेजा गया था। लेकिन अब तक एफआइआर दर्ज नहीं हुआ है। जिलाधिकारी ने तत्काल मामले को सिविल सर्जन को सौंपने को कहा। जनता दरबार में पहुंचे विकलांगों को मौके पर ही प्रमाण-पत्र निर्गत कर दिया गया। आठ विकलांगों को जांच कर प्रमाण-पत्र दे दिया गया। इस अवसर पर एक व्यक्ति ने कैंसर के इलाज की गुहार लगाई। जिस पर जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि जिस संस्थान में इलाज होगा वहां के नाम से प्रक्रिया पूरी कर इलाज के लिए मिलने वाली राशि का चेक निर्गत करें। जनता दरबार में आंगनबाड़ी, मध्याह्न भोजन, विकास योजनाओं में धांधली सहित अन्य शिकायतें प्राप्त हुई। जिस पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को जांच का जिम्मा सौंपा। जनता दरबार में अपर समाहर्ता राजेंद्र महतो, जनशिकायत निवारण पदाधिकारी मु.कैसर, सिविल सर्जन एनके विद्यार्थी, डीआरडीए निदेशक रघुनंदन झा, डीसीएलआर संजय कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। - See more at: http://www.jagran.com/bihar/banka-10048487.html#sthash.TWADg2y3.dpuf
जागरण प्रतिनिधि, बांका : जनता दरबार में जिलाधिकारी ने गुरुवार को 101 लोगों की फरियाद सुनी। इस दौरान बाराहाट की नविता भारती ने जाली प्रमाणपत्र पर आशा बहाली की शिकायत की। शिकायत के दौरान उन्होंने कहा कि रीना कुमारी दो साल पहले ही फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर आशा बन बैठी है। इस संबंध में जनता दरबार में पहले भी शिकायत की गई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

कहां कितने पद पर होगी बहाली : बिहार शिक्षक नियोजन Latest Updates

कहां कितने पद पर होगी बहाली
माध्यमिक शिक्षक - जिला परिषद नप बांका नप अमरपुर

हिंदी- 44 4 0

संस्कृत-18 1 1

सूची में नाम नहीं, बन गए लाइब्रेरियन : बिहार शिक्षक नियोजन Latest Updates

जागरण संवाददाता, सासारम : फर्जी प्रमाणपत्रों पर नौकरी पाए नियोजित शिक्षकों से लेकर पुस्तकालयाध्यक्षों के भविष्य को ले संशय बरकरार है। वर्षो से धूल फांक रही संचिकाओं पर कोर्ट की फटकार के बाद विभाग कार्रवाई के लिए सक्रियता दिखानी शुरू कर दी है। जिले में कई ऐसे कई शिक्षक व लाइब्रेरियन नियोजित हुए हैं जिनका न तो अंतिम मेधा सूची में नाम था व न ही रोस्टर श्रेणी में थे। लेकिन नियोजन इकाई उन पर मेहरबानी दिखा नियुक्त कर ली। कार्रवाई की बात आई तो अब मुंह मोड़ रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि विभाग हाई कोर्ट के आदेश पर नियोजित शिक्षकों व लाइब्रेरियनों के प्रमाणपत्रों व अपनाई गई नियोजन प्रक्रिया की जांच शुरू कर दी है। अब तक चार दर्जन से अधिक शिक्षकों की नौकरी खत्म हो गई है।

स्टेट डेस्क के लिए-फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे मास्टर की गई नौकरी : बिहार शिक्षक नियोजन Latest Updates

-बौंसी सिंघेश्वरी विद्यालय का शिक्षक था सज्जन कुमार राउत
-प्रशासन ने प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही वेतन वापसी का दिया आदेश
- बांका में दर्जन भर से अधिक फर्जी गुरु जी पर गिर चुकी है गाज - जागरण संवाददाता, बांका: प्रशासनिक और अपीलीय प्राधिकार की जांच में बांका में बड़ी संख्या में फर्जी शिक्षक पकड़े गये हैं। ये सभी नियोजित शिक्षक हैं। अनुमान है कि बड़ी संख्या में फर्जी शिक्षक अभी भी नौकरी कर रहे हैं।
डीपीओ स्थापना के आदेश पर बौंसी सिंघेश्वरी विद्यालय के शिक्षक सज्जन कुमार राउत उर्फ पप्पू राउत की सेवा समाप्त कर दी गयी है। प्रखंड नियोजन समिति के सचिव सह बीडीओ ने उनकी सेवा समाप्ति का आदेश जारी कर दिया है। प्रशासन ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर अवैध तरीके से वेतन मद में उठायी गयी राशि जमा करने का आदेश जारी किया है। सज्जन राउत दूसरे व्यक्ति के मध्यमा प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहा था। गौरतलब है कि स्थापना शाखा से गोकुला के पंचायत शिक्षक लालू दास को भी फर्जी प्रमाण पत्र के आरोप में हटाया जा चुका है।
अपीलीय प्राधिकार ने पकड़ी कई गड़बड़ियां
शिक्षक नियोजन में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए सरकार ने अपीलीय प्राधिकार का गठन किया है। पहले ही दौर में प्राधिकार ने बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पकड़ी है। इस जांच के आलोक में कई फर्जी शिक्षकों को हटाया गया, वहीं बड़ी संख्या में नियोजन प्रक्रिया पर भी रोक लगा दी गई। इनमें अमरपुर, फुल्लीडुमर, रजौन और कटोरिया का 2008 का शिक्षक नियोजन प्रमुख रूप से शामिल है। इसके अलावा गड़बड़ी वाली पंचायतों में मोथाबाड़ी, जमुआ, वैदपुर आदि प्रमुख हैं। इनमें नियोजन का काम आज तक पूरा नहीं किया जा सका है।
फर्जी प्रमाण पत्र मामले में हटाए गए शिक्षक
राजकुमार पासवान-धोरैया प्रखंड
कुसुमलता यादव-श्रीनगर
शशि भूषण यादव-असनाहा
रवि भूषण यादव-असनाहा
मुरारी प्रसाद- सरूआ
उत्तम कुमार दास-मिर्जापुर
अंजना कुमारी-सैनचक
पंकज कुमार सिंह-छत्रपाल
सज्जन राउत-सिंघेश्वरी
लालू दास-गोकुला
- See more at: http://www.jagran.com/bihar/banka-12396759.html#sthash.bfAxuiWy.dpuf
-बौंसी सिंघेश्वरी विद्यालय का शिक्षक था सज्जन कुमार राउत
-प्रशासन ने प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही वेतन वापसी का दिया आदेश
- बांका में दर्जन भर से अधिक फर्जी गुरु जी पर गिर चुकी है गाज - जागरण संवाददाता, बांका: प्रशासनिक और अपीलीय प्राधिकार की जांच में बांका में बड़ी संख्या में फर्जी शिक्षक पकड़े गये हैं। ये सभी नियोजित शिक्षक हैं। अनुमान है कि बड़ी संख्या में फर्जी शिक्षक अभी भी नौकरी कर रहे हैं।

शिक्षकों के प्रमाणपत्र की जांच के लिए हर जिले के नोडल पदाधिकारी नियुक्त

पटना. फर्जी प्रमाणपत्र पर नियुक्त शिक्षकों को नौकरी से हटाने और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई को लेकर शिक्षा विभाग ने मुहिम तेज कर दिया है। इसी क्रम में विभाग ने इस कार्य के लिए हर जिले का नोडल नॉपदाधिकारी नियुक्त किया है। इन्हें मदद के लिए एक-एक सहायक नोडल पदाधिकारी भी नामित किए गए हैं।

नियोेजित शिक्षक कल और आज : बिहार शिक्षक नियोजन Latest Updates

बिहार मे सहायक शिक्षक के पद rte कानून
२०१० के पूर्व ही समाप्त किया जा चूका है
तथा उसके जगह पंचायत निकाय शिक्षक को
नियमावली के अंतर्गत ६० साल तक की सेवा
को स्थायी बनाकर पद सृजन किया गया है |

शिक्षा मित्र धांधली की जांच के लिए आमरण अनशन : बिहार शिक्षक नियोजन Latest Updates


आरा : शाहपुर प्रखंड के दामोदरपुर पंचायत में वर्ष 2005 में हुई शिक्षा मित्र की बहाली में धांधली की जांच के लिए आमरण अनशन पर बैठे युवा राजद नेता राजीव रंजन उर्फ सत्येंद्र यादव का अनशन दूसरे दिन भी समाहरणालय के समक्ष जारी रहा. 
अनशन स्थल पर पहुंचे राजद के पूर्व विधायक विजेंद्र कुमार यादव ने कहा कि अनशनकारी युवा राजद नेता की मांग बिल्कुल जायज है. शिक्षक नियोजन में हुई धांधली की जांच होनी चाहिए. राजद जिलाध्यक्ष लेताफत हुसैन ने कहा कि पूरे मामले की जांच कर नियोजन इकाई पर कार्रवाई हो.

मुख्य सचिव ने कहा मिलेगा वेतनमान, सेवा शर्तो में होगा सुधार : बिहार शिक्षक नियोजन Latest Updates

शिक्षक संघों ने कमेटी के सामने रखा अपना पक्ष, मांगा पूर्ण वेतनमान, मुख्य सचिव ने कहा मिलेगा वेतनमान, सेवा शर्तो में होगा सुधार

पटना: नियोजित शिक्षकों के वेतनमान और सेवा शर्तो के सुधार के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनी कमेटी के सामने आठ शिक्षक संघों ने अपनी-अपनी मांगें व सुझाव रखे. मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, कमेटी के सदस्य सचिव शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके  महाजन व प्राथमिक शिक्षा निदेशक श्रीधर सी ने शाम पांच बजे से करीब सात बजे तक शिक्षक संगठनों से बातचीत की.

साली-साला तक को बना दिया मास्टर : बिहार शिक्षक नियोजन Latest Updates

जागरण संवाददाता, बांका: शिक्षक बहाली में फर्जीवाड़ा का बांका से गहरा रिश्ता रहा है। खास कर 2006 और 2008 में हुई प्रथम और द्वितीय चरण की शिक्षक बहाली में फर्जीवाड़ा का खूब खेल हुआ। नियोजन समिति के मुखिया और प्रमुख ने रेबड़ी की तरह शिक्षक की नौकरी बांटी। इसमें उन्होंने अपने परिवार के लोगों का खूब एडजस्ट किया। हद कि एक-एक मुखिया और प्रमुख ने इस गोल्डन चांस को खूब भुनाया और परिवार के दर्जन भर तक लोगों को शिक्षक की नौकरी में शिफ्ट कर दिया। एक-एक पंचायत में मुखिया जी ने भाई से लेकर साला-साली और ससूर तक को मास्टर बना कर अपनी सात पीढ़ी तार ली। ऐसा जिला के एक-दो पंचायतों में नहीं, बल्कि पांच दर्जन से अधिक पंचायतों में हुआ। अलबत्ता, इसके लिए मुखिया और प्रमुख जी ने फर्जी प्रमाण पत्र का खूब सहारा लिया। कई अमान्य डिग्री पर अपने रिश्तेदारों को शिक्षक बना दिया। वहीं कुछ ने तो बिहार बोर्ड की इंटर और मैट्रिक डिग्री में ही अंक अधिक बढ़ा कर नौकरी करा ली।
ऐसा कैसे हुआ संभव
प्रथम और द्वितीय चरण की शिक्षक बहाली में नियोजन की सारी ताकत नियोजन समिति के पास थी। जिला का इस पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया था। ऐसे में अपनों की बहाली के लिए अधिकांश नियोजन समिति ने सामान्य आवेदकों का आवेदन ही जमा नहीं लिया। अधिकांश नियोजन समिति में बंद दरवाजे ही आवेदन हुआ। इस पर जब हो हंगामा और धरना-अनशन शुरू हुआ तो नियोजन समिति ने शिक्षा अधिकारी तक को माइनेज कर लिया। हाल यह कि तब सभी शिक्षकों के प्रमाण पत्र जांच का सरकारी आदेश भी हवा हवाई रह गया। नतीजा, आठ साल बाद भी ये शिक्षक नौकरी कर रहे हैं।
अब जांच शुरू होने पर खुलेगा राज
वेतनमान की लड़ाई में जब सरकार ने सभी नियोजित शिक्षकों के प्रमाण पत्र सत्यापन का आदेश दिया है तो ऐसे फर्जी शिक्षकों का होश उड़ा हुआ है। ऐसे लोगों को बचाने के लिए शिक्षा माफिया का बड़ा गिरोह सक्रिय हो गया है। सरकारी आदेश पर दी सेंट्रल बोर्ड ऑफ हाइयर एजुकेशन नई दिल्ली की डिग्री को अमान्य करार दिया गया है। बांका में ही इस डिग्री पर अमरपुर व बांका के आधा दर्जन शिक्षक हटाये गये। जानकारी के अनुसार बांका में अब भी पांच दर्जन से अधिक इस डिग्री वाले लोग नौकरी कर रहे हैं। इसी तरह टीटीसी चितरंजन की अमान्य डिग्री पर धोरैया में एक दर्जन से अधिक शिक्षक नौकरी कर रहे हैं। बांका के लोधम, छत्रपाल, कझिया, लखनौड़ी, अमरपुर के विशनपुर, भितिया, कटोरिया के बसमत्ता, मोथाबाड़ी आदि पंचायत के नियोजन पर तब काफी बवाल हुआ था। लेकिन, जांच ठंडा रहने के कारण सभी फर्जी बचते रह गये।
- See more at: http://www.jagran.com/bihar/banka-12391765.html#sthash.ZxFVGfWp.dpuf
जागरण संवाददाता, बांका: शिक्षक बहाली में फर्जीवाड़ा का बांका से गहरा रिश्ता रहा है। खास कर 2006 और 2008 में हुई प्रथम और द्वितीय चरण की शिक्षक बहाली में फर्जीवाड़ा का खूब खेल हुआ। नियोजन समिति के मुखिया और प्रमुख ने रेबड़ी की तरह शिक्षक की नौकरी बांटी। इसमें उन्होंने अपने परिवार के लोगों का खूब एडजस्ट किया। हद कि एक-एक मुखिया और प्रमुख ने इस गोल्डन चांस को खूब भुनाया और परिवार के दर्जन भर तक लोगों को शिक्षक की नौकरी में शिफ्ट कर दिया।

पांच शिक्षकों का नियोजन रद्द : बिहार शिक्षक नियोजन Latest Updates

अररिया: अंधेर नगरी चौपट राजा. वाली कहावत अब अररिया जिले में भी शिक्षक नियोजन में चरितार्थ होती दिख रही है. प्रमाण पत्र एसटीइटी का और नियोजन हुआ प्रखंड शिक्षक के रूप में. ऐसा मामला अररिया प्रखंड में हुए नियोजन में सामने आया है. यह खुलासा प्रमाण पत्रों के जांच के दौरान हुआ. जिले के शिक्षक नियोजन प्रक्रिया में हुई गड़बड़ी अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है. गड़बड़ी पंचायत स्तर पर ही नहीं प्रखंड स्तर पर भी हुई है. जानकारी के अनुसार एसटीइटी पास तीन अभ्यर्थियों का चयन प्रखंड शिक्षक नियोजन इकाई द्वारा शिक्षक नियोजन के चौथे चरण में किया गया.

Tsunss ने वेतनमान कमेटी को 33 पृष्ठों का मांगपत्र सौंपा : बिहार शिक्षक नियोजन Latest Updates

Tsunss ने वेतनमान कमेटी को 33 पृष्ठों का मांगपत्र सौंपा

शिक्षा विभाग को नहीं पता, बिहार में कितने हैं फर्जी शिक्षक? : बिहार शिक्षक नियोजन Latest Updates

पटना बिहार - बड़े पैमाने बहाल फर्जी नियोजित शिक्षक शिक्षा विभाग के लिए सरदर्द साबित हो रहा है. मिलीभगत से फर्जी डिग्री के सहारे बहाल शिक्षकों की पहचान शिक्षा विभाग के लिए परेशानी का सबब बन गया है. विभाग के सूत्रों की माने तो हर जिले में करीब 1500 फर्जी शिक्षक हैं. प्रदेश में 38 जिले हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि फर्जी शिक्षकों की तादाद कितनी हो सकती है.

शिक्षक को मूल विद्यालय में भेजने की मांग : बिहार शिक्षक नियोजन Latest Updates

बांका. पंचायत प्रखंड नगर प्रारंभिक शिक्षक के चांदन प्रखंड इकाई द्वारा गुरुवार को जिलाधिकारी को एक आवेदन दिया गया. उक्त आवेदन में संघ ने मांग नहीं मानने पर प्रखंड कार्यालय के समक्ष धरना, आमरण अनशन सहित प्रदर्शन करने की धमकी दी है. आवेदन में कहा गया है कि प्रखंड के प्रोन्नत मध्य विद्यालय के प्रखंड शिक्षक विनय कुमार पिछले कई माह से इस चांदन प्रखंड कार्यालय में प्रतिनियुक्त है.

जून से शिक्षकों के वेतन भुगतान पर लगेगी रोक : बिहार शिक्षक नियोजन Latest Updates

समस्तीपुर : विभागीय निर्देश के आलोक में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने शिक्षक नियोजन इकाई व बीइओ को सभी कोटि के शिक्षकों की शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच का आदेश दिया है़

कहा है कि अगर 31 मई तक प्रमाण पत्रों का सत्यापन नहीं किया जाता है, तो संबंधित शिक्षकों का जून से प्रमाण पत्रों की जांच संपन्न होने तक वेतन स्थगित रहेगा़  प्रधान सचिव आरके महाजन ने भी कहा है कि शिक्षक नियोजन इकाई द्वारा वर्ष 2006 से शिक्षकों के नियोजन की कार्रवाई की जा रही है़

UPTET news