डिग्री काॅलेजाें से इंटर की पढ़ाई अलग करने की मुहिम के बीच एसएम काॅलेज ने इंटरमीडिएट की परीक्षा से भी अलग रहने का निर्णय किया है। काॅलेज ने बिहार बाेर्ड काे पत्र लिखकर कहा है कि काॅलेज के शिक्षक फरवरी में हाेने वाली इंटर की परीक्षा में न ताे वीक्षक की ड्यूटी करेंगे और न केन्द्राधीक्षक बनेंगे।
काॅलेज परीक्षा के लिए केवल भवन और संसाधन उपलब्ध कराएगा। प्राचार्य डाॅ. रमन सिन्हा ने कहा कि पूर्व में काॅलेज शिक्षक की बैठक में यह निर्णय हुआ था कि चूंकि यहां स्नातक से लेकर पीजी तक की पढ़ाई हाे रही है, इसलिए शिक्षक इंटर की गतिविधियाें में शामिल नहीं हाेंगे। चूंकि इंटर अभी डिग्री काॅलेजाें से अलग नहीं हुआ है इसलिए इसके छात्राें काे पढ़ाएंगे, लेकिन परीक्षा में ड्यूटी नहीं करेंगे।
इसके आधार पर उन्हाेंने भी तय किया कि इंटर की परीक्षा के लिए काॅलेज काे केन्द्र बनाया गया ताे वह भी केन्द्राधीक्षक नहीं बनेंगे। केन्द्राधीक्षक और वीक्षक की व्यवस्था बाेर्ड काे ही करनी हाेगी। दरअसल टीएमबीयू के शिक्षक और उनके विभिन्न संघ डिग्री काॅलेजाें से इंटर की पढ़ाई अलग करने की मुहिम शुरू करने की तैयारी में हैं। साेशल मीडिया के माध्यम से शिक्षक नेता इसके लिए समर्थन भी जुटा रहे हैं।