एजुकेशन रिपाेर्टर | भागलपुर
टीएमबीयू ने 30 शिक्षक, अाठ तृतीय अाैर तीन चतुर्थ वर्गीय कर्मियाें काे क्वार्टर अावंटन करने निर्णय लिया है। बुधवार काे विवि की क्वार्टर एलाॅटमेंट कमेटी की बैठक हुई, जिसमें यह क्वार्टर अावंटित किए गए।
जिन शिक्षकाें काे क्वार्टर अावंटित किए गए हैं, उनमें से कुछ पुराने ताे कुछ 2017 में बीपीएससी से चयनित हाेकर नियुक्ति हुए असिस्टेंट प्राेफेसर हैं। बीपीएससी से चयनित शिक्षक नियुक्ति के समय से ही किराए की मकानाें में रहे रहे थे। बताया गया कि प्रो. केसी झा, डॉ. पुर्णेंदु शेखर, डॉ. सुधीर सिंह, डॉ. अंबिका कुमार, डॉ. रुचि श्री, डाॅ. मोबिना, डॉ. रामायण सिंह, डॉ. सुनील कुमार साह, डॉ. केके मंडल, डॉ. शिवानी भारद्वाज सहित 30 शिक्षकों को क्वार्टर एलॉट किए गए हैं। हालांकि एक एेसे शिक्षक ने भी क्वार्टर के लिए अावेदन दिया था, जिनका निजी अावास विवि के दायरे में ही है। कमेटी ने उक्त शिक्षक के अावेदन काे खारिज कर दिया। शिक्षकाें काे क्वार्टर अावंटित करने के लिए भुस्टा के अध्यक्ष डाॅ. डीएन राय लंबे समय से मांग कर रहे थे। उन्हाेंने बताया कि जितने शिक्षकाें ने अावेदन दिए थे, उनमें से एक काे छाेड़ शेष काे क्वार्टर अावंटित हाे गया।
आवंटन
24 परगना में शिक्षकाें के क्वार्टर में रह रहे कर्मचारियाें पर काेई निर्णय नहीं हुआ
इस कमेटी की बैठक अक्सर कम हाेती है अाैर लंबे अंतराल पर हाेती है। एेसे में जब बुधवार काे बैठक हुई ताे यह उम्मीद की जा रही थी कि कमेटी 24 परगना स्थित शिक्षकाें के क्वार्टर में कर्मचारियाें के कब्जे अाैर लालबाग स्थित कुछ क्वार्टर पर रिटायरमेंट के बाद भी शिक्षकाें के कब्जे के मामलाें पर संज्ञान लेगी। लेकिन एेसा हुअा नहीं। प्राॅक्टर डाॅ. विलक्षण रविदास ने बताया कि 24 परगना में शिक्षकाें के क्वार्टर की हालत बेहद जर्जर हाे चुकी है। मरम्मत का काम हाे नहीं रहा है, जाे इंजीनियरिंग शाखा काे करना है। इसलिए शिक्षक वहां जाना नहीं चाहते हैं। एेसे में यह मान लिया गया कि 24 परगना के क्वार्टर कब्जे अाैर दुर्दशा में रहेंगे। रिटायर हाेने के बाद भी कुछ क्वार्टराें पर कब्जा जमाए हुए हैं। प्राॅक्टर ने बताया कि एेसे मामलेे दाे-तीन शिक्षकाें के ही हैं। इन्हें नाेटिस दिया गया है।
टीएमबीयू ने 30 शिक्षक, अाठ तृतीय अाैर तीन चतुर्थ वर्गीय कर्मियाें काे क्वार्टर अावंटन करने निर्णय लिया है। बुधवार काे विवि की क्वार्टर एलाॅटमेंट कमेटी की बैठक हुई, जिसमें यह क्वार्टर अावंटित किए गए।
जिन शिक्षकाें काे क्वार्टर अावंटित किए गए हैं, उनमें से कुछ पुराने ताे कुछ 2017 में बीपीएससी से चयनित हाेकर नियुक्ति हुए असिस्टेंट प्राेफेसर हैं। बीपीएससी से चयनित शिक्षक नियुक्ति के समय से ही किराए की मकानाें में रहे रहे थे। बताया गया कि प्रो. केसी झा, डॉ. पुर्णेंदु शेखर, डॉ. सुधीर सिंह, डॉ. अंबिका कुमार, डॉ. रुचि श्री, डाॅ. मोबिना, डॉ. रामायण सिंह, डॉ. सुनील कुमार साह, डॉ. केके मंडल, डॉ. शिवानी भारद्वाज सहित 30 शिक्षकों को क्वार्टर एलॉट किए गए हैं। हालांकि एक एेसे शिक्षक ने भी क्वार्टर के लिए अावेदन दिया था, जिनका निजी अावास विवि के दायरे में ही है। कमेटी ने उक्त शिक्षक के अावेदन काे खारिज कर दिया। शिक्षकाें काे क्वार्टर अावंटित करने के लिए भुस्टा के अध्यक्ष डाॅ. डीएन राय लंबे समय से मांग कर रहे थे। उन्हाेंने बताया कि जितने शिक्षकाें ने अावेदन दिए थे, उनमें से एक काे छाेड़ शेष काे क्वार्टर अावंटित हाे गया।
आवंटन
24 परगना में शिक्षकाें के क्वार्टर में रह रहे कर्मचारियाें पर काेई निर्णय नहीं हुआ
इस कमेटी की बैठक अक्सर कम हाेती है अाैर लंबे अंतराल पर हाेती है। एेसे में जब बुधवार काे बैठक हुई ताे यह उम्मीद की जा रही थी कि कमेटी 24 परगना स्थित शिक्षकाें के क्वार्टर में कर्मचारियाें के कब्जे अाैर लालबाग स्थित कुछ क्वार्टर पर रिटायरमेंट के बाद भी शिक्षकाें के कब्जे के मामलाें पर संज्ञान लेगी। लेकिन एेसा हुअा नहीं। प्राॅक्टर डाॅ. विलक्षण रविदास ने बताया कि 24 परगना में शिक्षकाें के क्वार्टर की हालत बेहद जर्जर हाे चुकी है। मरम्मत का काम हाे नहीं रहा है, जाे इंजीनियरिंग शाखा काे करना है। इसलिए शिक्षक वहां जाना नहीं चाहते हैं। एेसे में यह मान लिया गया कि 24 परगना के क्वार्टर कब्जे अाैर दुर्दशा में रहेंगे। रिटायर हाेने के बाद भी कुछ क्वार्टराें पर कब्जा जमाए हुए हैं। प्राॅक्टर ने बताया कि एेसे मामलेे दाे-तीन शिक्षकाें के ही हैं। इन्हें नाेटिस दिया गया है।