पटना, नियोजित शिक्षकों की सेवाशर्त पर सुझाव हेतु निदेशक माध्यमिक शिक्षा,बिहार के बुलावे पर TET-STET उतीर्ण नियोजित शिक्षक संघ का एक शिष्टमंडल प्रदेश अध्यक्ष मार्कण्डेय पाठक व उपाध्यक्ष राजू सिंह के नेतृत्व में सेवाशर्त कमिटी के सदस्यों से मिला और TET-STET एवं नियोजित शिक्षकों के सेवाशर्त संबंधी सुझाव प्रस्तुत किया।
वार्ता के उपरांत संघ के प्रदेश अध्यक्ष मार्कण्डेय पाठक ने बताया कि जिस सेवाशर्त को 2015में ही प्रकाशित हो जाना था,उसके लिए दो वर्ष बाद भी सुझाव ही आमंत्रित किये जा रहे हैं।जबकि विभाग के पास नियमित शिक्षकों का सेवाशर्त मौजूद हैं।अब सुझाव लेने की जगह नियमित शिक्षकों की तरह प्रशिक्षित एवम अप्रशिक्षित सभी शिक्षकों को 9300-34800 का का पे-स्केल,सम्बंधित ग्रेड पे के साथ तदनुसार 7वे वेतनमान के लाभ सहित राज्यकर्मी व सहायक शिक्षक का दर्जा देते हुए ऐच्छिक स्थानांतरण,अर्जितावकाश,पेंशन,बीमा, पी0एफ0,ग्रेच्युटी,प्रवर्ण वेतनमान,बिनाशर्त अनुकम्पा,पदोन्नति सहित नियमित शिक्षकों को देय सभी लाभ नियोजित शिक्षकों को भी दिया जाय।
वही संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष राजू सिंह ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सेवाशर्त पर शिक्षक संघो से माँगा गया सुझाव एक छलावा है।यदि सरकार को प्रदेश के नियोजित शिक्षकों से थोड़ी भी सहानुभूति है तो सेवाशर्त निर्धारण में सूबे के सभी नियमित और नियोजित शिक्षकों में एकरूपता लाए।
शिक्षक नेताओं ने कहा कि सरकार द्वारा सूबे के TET-STET नियोजित शिक्षकों को यदि पूर्व की तरह सेवाशर्त निर्धारण में भी छलने की कोशिश की गई तो संघ आंदोलन तेज करेगा।शिष्टमंडल में प्रदेश अध्यक्ष मार्कण्डेय पाठक,उपाध्यक्ष राजू सिंह,कोषाध्यक्ष मितेन्दु,प्रदेश सचिव अमित कुमार,सैयद शाकिर इमाम,नाजिर हुसैन, प्रदेश प्रवक्ता अश्विनी पाण्डेय,अशोक साहू,दिव्यप्रकाश,रणजीत सिंह, बालेश्वर यादव,विनीत पाण्डेय आदि शामिल थे।
तदुपरांत प्रतिनिधि मंडल शिक्षा मंत्री से मिल कर शिक्षकों के सेवाशर्त एवम अन्य समस्याओं पर सरकार के ढुलमुल रवैया एवम रस्मअदायगी पर अपना विरोध दर्ज कराया।
साथ ही पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवम वर्तमान कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार से मिल कर उनको उनकी शिक्षकों से की गई पुराना वादा याद दिलाते हुए शिक्षकों की मांगों को सरकार से अविलंब पूरा कराने की मांग की।
संघ की ओर से:-
अश्विनी पाण्डेय
प्रदेश प्रवक्ता
TET-STET उतीर्ण नियोजित शिक्षक संघ बिहार(सम्बद्ध -गोपगुट)

वार्ता के उपरांत संघ के प्रदेश अध्यक्ष मार्कण्डेय पाठक ने बताया कि जिस सेवाशर्त को 2015में ही प्रकाशित हो जाना था,उसके लिए दो वर्ष बाद भी सुझाव ही आमंत्रित किये जा रहे हैं।जबकि विभाग के पास नियमित शिक्षकों का सेवाशर्त मौजूद हैं।अब सुझाव लेने की जगह नियमित शिक्षकों की तरह प्रशिक्षित एवम अप्रशिक्षित सभी शिक्षकों को 9300-34800 का का पे-स्केल,सम्बंधित ग्रेड पे के साथ तदनुसार 7वे वेतनमान के लाभ सहित राज्यकर्मी व सहायक शिक्षक का दर्जा देते हुए ऐच्छिक स्थानांतरण,अर्जितावकाश,पेंशन,बीमा, पी0एफ0,ग्रेच्युटी,प्रवर्ण वेतनमान,बिनाशर्त अनुकम्पा,पदोन्नति सहित नियमित शिक्षकों को देय सभी लाभ नियोजित शिक्षकों को भी दिया जाय।
वही संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष राजू सिंह ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सेवाशर्त पर शिक्षक संघो से माँगा गया सुझाव एक छलावा है।यदि सरकार को प्रदेश के नियोजित शिक्षकों से थोड़ी भी सहानुभूति है तो सेवाशर्त निर्धारण में सूबे के सभी नियमित और नियोजित शिक्षकों में एकरूपता लाए।
शिक्षक नेताओं ने कहा कि सरकार द्वारा सूबे के TET-STET नियोजित शिक्षकों को यदि पूर्व की तरह सेवाशर्त निर्धारण में भी छलने की कोशिश की गई तो संघ आंदोलन तेज करेगा।शिष्टमंडल में प्रदेश अध्यक्ष मार्कण्डेय पाठक,उपाध्यक्ष राजू सिंह,कोषाध्यक्ष मितेन्दु,प्रदेश सचिव अमित कुमार,सैयद शाकिर इमाम,नाजिर हुसैन, प्रदेश प्रवक्ता अश्विनी पाण्डेय,अशोक साहू,दिव्यप्रकाश,रणजीत सिंह, बालेश्वर यादव,विनीत पाण्डेय आदि शामिल थे।
तदुपरांत प्रतिनिधि मंडल शिक्षा मंत्री से मिल कर शिक्षकों के सेवाशर्त एवम अन्य समस्याओं पर सरकार के ढुलमुल रवैया एवम रस्मअदायगी पर अपना विरोध दर्ज कराया।
साथ ही पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवम वर्तमान कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार से मिल कर उनको उनकी शिक्षकों से की गई पुराना वादा याद दिलाते हुए शिक्षकों की मांगों को सरकार से अविलंब पूरा कराने की मांग की।
संघ की ओर से:-
अश्विनी पाण्डेय
प्रदेश प्रवक्ता
TET-STET उतीर्ण नियोजित शिक्षक संघ बिहार(सम्बद्ध -गोपगुट)
