तबादले से लेकर शिक्षण छोड़ दूसरे कामों में भी लगाये जाने की हो सकती है कार्रवाई
पटना : इंटर परीक्षा में खराब रिजल्ट देने वाले स्कूलों के
प्रधानाध्यापक और शिक्षकों पर कार्रवाई की जायेगी. शिक्षा मंत्री डॉ अशोक
चौधरी के निर्देश के बाद शिक्षा विभाग इसकी तैयारी कर रहा है. ऐसे शिक्षकों
के तबादले से लेकर उन्हें शिक्षण छोड़ दूसरे कामों में भी लगाया जा सकता
है. विभाग इस साल खराब देने वाले स्कूलों की विषयवार सूची तैयार कर रहा है.
इसमें दो तरह की सूची तैयार की जा रही है. एक में उन स्कूलों को रखा
जायेगा, जहां एक भी विद्यार्थी पास नहीं कर सका है और दूसरी में वैसे स्कूल
होंगे, जहां का रिजल्ट 20% से भी नीचे है. ऐसे स्कूलों में विषयवार देखा
जायेगा कि कितने परीक्षार्थी असफल रहे हैं. इसी आधार पर संबंधित स्कूलों के
प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों पर कार्रवाई की जायेगी. शिक्षकों का तबादला
शहरी स्कूलों से सुदूर स्कूलों में भी किया जा सकेगा. वहीं, नियोजित
शिक्षकों, जिनका तबादला नियोजन इकाई से बाहर नहीं हो सकेगा, उन्हें दूसरे
कामों में भी लगाया जा सकेगा. इसके संकेत शिक्षा मंत्री ने भी दे दिये
हैं. पिछले साल रिजल्ट खराब होने वाले स्कूलों का मिलान इस साल खराब होने
वाले स्कूलों से होगा. अगर लगातार दोनों ही साल किसी स्कूल का रिजल्ट
गड़बड़ रहा होगा, तो वहां के प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों पर कार्रवाई की
जायेगी.
जिन स्कूलों का रिजल्ट खराब हुआ है, वहां के प्रधानाध्यापक व शिक्षकों
पर कार्रवाई करने का एलान सरकार ने किया है. लेकिन इसमें सरकार को तकनीकी
समस्या का भी सामना करना होगा. सरकार सिर्फ पुराने वेतनमान वाले शिक्षकों
का ही तबादला कर सकेगी. नियोजित शिक्षकों का तबादला नियोजन इकाई के बाहर
नहीं हो सकेगा. इनका तबादला करने के लिए सरकार को नियोजित शिक्षकों की
तैयार हो रही सेवा शर्त का इंतजार करना होगा.
पटना : जदयू प्रवक्ता सह विधान पार्षद संजय सिंह व नीरज कुमार ने
शुक्रवार को प्रेस काॅन्फ्रेंस कर कहा कि इंटरमीडिएट के रिजल्ट में अगर
किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी का खुलासा हुआ, तो किसी को भी बख्शा नहीं
जायेगा. सभी पर कार्रवाई होगी. राज्य सरकार ने पिछले साल भी इंटरमीडिएट के
रिजल्ट घोटाला के आरोप में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष
लालकेश्वर प्रसाद सिंह और पार्टी की पूर्व विधायक उषा सिन्हा को गिरफ्तार
कराया और जेल भिजवाया था. सरकार अब उनकी संपत्ति जब्त करने की तैयारी कर
रही है.
संजय सिंह ने कहा कि इंटर के रिजल्ट के बाद जिस प्रकार से माहौल बनाया
जा रहा है, वह निंदनीय है. भाजपा छात्रों को भड़का रही है और सड़क पर
उतरने के लिए प्रेरित कर रही है. दो साल की घटनाओं के बाद सरकार ने
मैट्रिक-इंटर की परीक्षा और उसके मूल्यांकन में कड़ाई की है. इसी का नतीजा
है कि जो रिजल्ट का प्रतिशत आया है, वह कम है.
उन्होंने कहा कि कुछ विषयों में जो छात्रों को कम अंक मिले हैं, वह
सही तरीके से उनके अंकों को जोड़े नहीं जाने के कारण भी हो सकता है. विधान
पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि शिक्षा में सरकार ने व्यापक सुधार किये हैं.
पिछले साल गड़बड़ी करने वालों पर सरकार ने कार्रवाई की है. अब संपत्ति
जब्ती की तैयारी की जा रही है. उन्होंने कहा कि शैक्षणिक माहौल बेहतर हो
इसके लिए शिक्षा विभाग को ब्लू प्रिंट तैयार करने का निर्देश दिया गया है.
साथ ही अगले एक दो साल में शिक्षा व रिजल्ट में गुणात्मक सुधार भी होगा.
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि ऐसे समय में जब शिक्षकों की गुणवत्ता पर
सवाल खड़े हो रहे हैं, तो माध्यमिक शिक्षक संघ चुप क्यों है.
पटना : भारतीय जनता युवा मोरचा का प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को इंटर
परीक्षा के रिजल्ट में हुई गड़बड़ी को लेकर राज्यपाल रामनाथ कोविंद से
मिला. प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मोरचा के प्रदेश अध्यक्ष नितिन नवीन ने
किया. शिष्टमंडल ने छात्र हित में काॅपी की दोबारा जांच की मांग की.
भाजयुमो ने इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल सभी छात्रों की पुस्तिकाओं
की जांच जिला स्तर पर केंद्र बनाकर योग्य वीक्षकों से एक माह के अंदर
कराने की मांग की. भाजयुमो ने नि:शुल्क फाॅर्म भरवाकर कंपार्टमेंटल
परीक्षा की तिथि जल्द घोषित करने और परीक्षा का परिणाम यथाशीघ्र घोषित
करने की भी मांग की. पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में सांसद संजय जायसवाल,
विधायक मिथिलेश तिवारी, भाजपा के उपाध्यक्ष देवेश कुमार, प्रवक्ता संजय
सिंह टाइगर और भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश कुमार सिंह शामिल थे.
राज्यपाल से मिलने के बाद भाजयुमो के अध्यक्ष नितिन नवीन ने बताया कि
उन्होंने राज्यपाल से दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करने, मामले की
न्यायिक जांच कराने व पूरे प्रकरण के दोषी बिहार के शिक्षा मंत्री को
बरखास्त करने की मांग की है. नवीन ने बताया कि छात्र हित में भाजयुमो
द्वारा हेल्पलाइन नंबर 18002004151 जारी किया गया है.
इस नंबर पर इंटरमीडिएट की परीक्षा में असफल छात्र अपनी समस्या से हमें
अवगत करा सकते हैं. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के क्षेत्रीय कार्यालय
के बाहर भाजपा युवा मोरचा के कार्यकर्ता छात्र सहायता केंद्र के माध्यम से
छात्रों को सहयोग करेंगे. शनिवार को सभी जिला पदाधिकारी को भाजयुमो
कार्यकर्ता ज्ञापन सौंपेंगे.
काउंसिल में धरने पर छात्र, अध्यक्ष का घेराव
पटना : इंटर रिजल्ट के तीसरे दिन फिर सैकड़ों की संख्या में
विद्यार्थी इंटर काउंसिल पहुंचे. सुबह 10 बजे से देर शाम तक छात्र समिति
कार्यालय में डटे रहे. छात्रों ने नारेबाजी की, हंगामा किया. इंटर काउंसिल
के मेन गेट को तोड़ने की कोशिश भी की. कई बार पुलिस को हस्तक्षेप करना
पड़ा. छात्र अपनी शिकायतों का निदान जल्द-से-जल्द कराने की मांग कर रहे थे.
एआइएसएफ की आेर से छात्र काउंसिल के गेट पर धरने पर बैठे रहे. एआइएसएफ के
अध्यक्ष सुशील कुमार ने बताया कि स्क्रूटनी के लिए 120 रुपये छात्र क्यों
देंगे, जबकि रिजल्ट में गड़बड़ी समिति कार्यालय की ओर से की गयी है.
भूख हड़ताल पर रवींद्र
इंटर का छात्र रवींद्र कुमार अपने अंक से असंतुष्ट है. इस कारण वह
सुबह से ही भूख हड़ताल पर बैठा रहा. रवींद्र ने बताया कि उसे 358 अंक
प्राप्त हुए हैं. लेकिन 400 से अधिक अंक आने चाहिए थे. इस बीच रवींद्र की
तबीयत खराब हो गयी, तो गार्डिनर अस्पताल में भरती करवाया गया.
हताशा में मढ़ रही भाजपा गलत आरोप : राजद
पटना. राजद के प्रदेश चिकित्सा प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष डा आदित्य
नारायण ने कहा कि भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी राजनीतिक हताशा में बिहार
के शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मोदी केवल
छात्रों को गलत जानकारी देकर भड़काने का काम कर रहे हैं.
भविष्य की बलि चढ़ा कर दौरे पर गये सीएम: डाॅ प्रेम
पटना. विपक्ष के नेता डाॅ प्रेम कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री राज्य के
8 लाख छात्रों के भविष्य की बलि चढ़ा कर दौरे पर चले गये. राज्य के 8 लाख
छात्रों का भविष्य अंधकारमय सरकार की लापरवाही से हुआ है. जब कॉपियों का
फिर से मूल्यांकन की मांग को लेकर छात्रों ने प्रदर्शन किया तो पुलिस ने
लाठीचार्ज किया.