पटना: इंटर परीक्षा के लिए ऑनलाइन फाॅर्म भरवाया गया. सारी जानकारी ऑनलाइन ली गयी, लेकिन जब एडमिट कार्ड मिला, तो उसमें विषयों का उलटफेर हो गया. अब जब परीक्षा के बाद रिजल्ट मिला, तो फिर गड़बड़ियां सामने आ गयीं.
किसी के ओएमआर का अंक थ्योरी पेपर में, तो किसी के थ्योरी का अंक ओएमआर में आ गया. ऐसे मामले एक-दो नहीं, बल्कि बड़ी संख्या में हैं.
अब जब रिजल्ट लेकर छात्र समिति कार्यालय आ रहे हैं और समिति में शिकायत को देखा जा रहा है, तो मामला धीरे-धीरे सामने आ रहा है. सूत्रों की मानें, तो लगभग डेढ़ लाख रिजल्ट में इस तरह की गड़बड़ियां हैं. समिति ने जिस एजेंसी को रिजल्ट तैयार करने की जिम्मेवारी दी थी, उस एजेंसी ने डाटा का काम अच्छे से नहीं किया है. इसकी वजह से रिजल्ट में गड़बड़ियां देखी जा रही हैं. लापरवाही एजेंसी की अौर परेशान परीक्षार्थी हो रहे हैं.
शिक्षकों ने ओएमआर शीट भरने में की गलती
मूल्यांकन के समय सैकड़ों शिक्षकों ने ओएमआर पर अंक भरने में गलती की है. उत्तर पुस्तिकाओं पर अंक सही दिया गया है. लेकिन जब ओएमआर में भरा गया, तो शिक्षक सही से नहीं भर पाये. इससे भी काफी गलतियां रिजल्ट में हुई हैं. समिति सूत्रों की मानें, तो ऐसे सैकड़ों मामले सामने आये हैं, जिनमें ओएमआर ब्लैंक हैं. इससे रिजल्ट आधा-अधूरा है या फिर अंकाें का उलट-फेर हुआ है.
केस- 1 : सोनू कुमार (रोल नंबर 170100661, रोल कोड 25004) साइंस का छात्र है. सोनू कुमार को 223 अंक हैं. वह दो विषय में फेल हो गया है. सोनू कुमार ने बताया कि उसे मैथ में 28 अंक के वस्तुनिष्ट वाले प्रश्न में से 24 अंक आये हैं. लेकिन फिजिक्स में केवल पांच अंक आये हैं. फिजिक्स के प्रैेक्टिकल में सोनू कुमार ने 30 में 28 अंक प्राप्त किया है.
किसी के ओएमआर का अंक थ्योरी पेपर में, तो किसी के थ्योरी का अंक ओएमआर में आ गया. ऐसे मामले एक-दो नहीं, बल्कि बड़ी संख्या में हैं.
अब जब रिजल्ट लेकर छात्र समिति कार्यालय आ रहे हैं और समिति में शिकायत को देखा जा रहा है, तो मामला धीरे-धीरे सामने आ रहा है. सूत्रों की मानें, तो लगभग डेढ़ लाख रिजल्ट में इस तरह की गड़बड़ियां हैं. समिति ने जिस एजेंसी को रिजल्ट तैयार करने की जिम्मेवारी दी थी, उस एजेंसी ने डाटा का काम अच्छे से नहीं किया है. इसकी वजह से रिजल्ट में गड़बड़ियां देखी जा रही हैं. लापरवाही एजेंसी की अौर परेशान परीक्षार्थी हो रहे हैं.
शिक्षकों ने ओएमआर शीट भरने में की गलती
मूल्यांकन के समय सैकड़ों शिक्षकों ने ओएमआर पर अंक भरने में गलती की है. उत्तर पुस्तिकाओं पर अंक सही दिया गया है. लेकिन जब ओएमआर में भरा गया, तो शिक्षक सही से नहीं भर पाये. इससे भी काफी गलतियां रिजल्ट में हुई हैं. समिति सूत्रों की मानें, तो ऐसे सैकड़ों मामले सामने आये हैं, जिनमें ओएमआर ब्लैंक हैं. इससे रिजल्ट आधा-अधूरा है या फिर अंकाें का उलट-फेर हुआ है.
केस- 1 : सोनू कुमार (रोल नंबर 170100661, रोल कोड 25004) साइंस का छात्र है. सोनू कुमार को 223 अंक हैं. वह दो विषय में फेल हो गया है. सोनू कुमार ने बताया कि उसे मैथ में 28 अंक के वस्तुनिष्ट वाले प्रश्न में से 24 अंक आये हैं. लेकिन फिजिक्स में केवल पांच अंक आये हैं. फिजिक्स के प्रैेक्टिकल में सोनू कुमार ने 30 में 28 अंक प्राप्त किया है.