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वेतन के लिए दर-दर भटक रहे टीईटी शिक्षक

सिवान । जिले में विभागीय खींचातानी के कारण टीईटी शिक्षकों का वेतन भुगतान अधर में लटका गया है। विभाग ने वेतन भुगतान के लिए डीपीओ स्थापना को भी बदला, कार्रवाई भी की गई, नए प्रभारी डीपीओ ने प्रभार लेने के बाद फिर प्रभार से मुक्त करने की पेशकश भी कर दी।
इस कारण टीईटी शिक्षकों का वेतन अधर में लटक गया है। अब परेशान टीईटी सामान्य व उर्दू शिक्षक बकाए वेतन की भुगतान को लेकर डीईओ, डीएम के कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। बुधवार को परेशान शिक्षकों ने लोक शिकायत निवारण में आवेदन देकर वेतन भुगतान कराने की गुहार लगाई। जिला शिक्षा पदाधिकारी विश्वनाथ विश्वकर्मा से भी मुलाकात हुई तो उन्होंने राशि कम होने के कारण वेतन भुगतान में विलंब होने की बात कहीं। उन्होंने आश्वासन दिया कि शीघ्र सबके बकाए वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा।
कई बीईओ ने अबतक जमा नहीं किया टीईटी शिक्षकों का प्रमाण पत्र
टीईटी शिक्षकों के शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच नियोजन इकाइयों को कर लेनी थी। लेकिन आज तक जांच नहीं हो सकी। कई प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ऐसे है जिन्होंने अपने प्रखंड में नियोजित टीईटी शिक्षकों के प्रमाण पत्र विभाग में नहीं जमा किए हैं। इसको लेकर बीडीओ भी लापारवाही बरत रहे है। जिसके कारण वेतन भुगतान में पेंच फंस रहा है।
आखिर क्यों नहीं भेजे जा रहे प्रमाण पत्र
कई नियोजन इकाइयों ने फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नियोजन किया है। साथ ही अब तक उनका सत्यापन नहीं करा सकें हैं। अब विभाग द्वारा जब प्रमाण पत्र मांगा जा रहा है तो बिना जांच कराए कौन फर्जी है और कौन सही है इसका पता करना मुश्किल हो रहा है। अगर सहीं तरीके से जांच की जाए तो कई नियोजन इकाइयों पर तलवार लटक सकती है।
क्या कहते हैं अधिकारी
वेतन भुगतान प्रक्रिया में है। विभाग से 40 करोड़ राशि की मांग शिक्षकों के वेतन भुगतान मद की गई है। राशि आने पर सभी बकाए शिक्षकों के वेतन भुगतान कर दिए जाएंगे।
विश्वनाथ विश्वकर्मा

जिला शिक्षा पदाधिकारी, सिवान

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