अनियमितता. िशक्षकों के खिलाफ कई बार बीआरसी में दर्ज की गयी है िलखित शिकायत
चुन्नी पंचायत स्थित उतक्रमित मध्य विद्यालय पट्टी रतनसार में
शैक्षणिक माहौल का घोर अभाव है. इस विद्यालय में पदस्थापित शिक्षकों में
पठन-पाठन की अभिरूच नहीं रहना नामांकित छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़
है.
छातापुर : प्रखंड के चुन्नी पंचायत स्थित उतक्रमित मध्य विद्यालय
पट्टी रतनसार में शैक्षणिक माहौल का घोर अभाव है. इस विद्यालय में
पदस्थापित शिक्षकों में पठन-पाठन की अभिरूच नहीं रहना नामांकित छात्रों के
भविष्य के साथ खिलवाड़ ही माना जा सकता है. शिक्षा के महत्व से अनजान बच्चे
सुचारु रूप से वर्ग संचालन नहीं रहने के कारण परिसर में खेलने में ही मस्त
रहते हैं. हैरत की बात यह है कि इस विद्यालय में प्रधानाध्यापक सहित कुल
छह शिक्षक पदस्थापित हैं. जिसमें चार शिक्षकों की नियमित उपस्थिति दर्ज की
जाती है. जबकि अन्य दो शिक्षक अनियमित रूप से विद्यालय आते-जाते हैं.
हालांकि इस संदर्भ में विद्यालय प्रधान द्वारा बीआरसी को लिखित रूप
से कई बार वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया. बावजूद इसके ऐसे शिक्षक अपने
आदतों में सुधार नहीं कर शिकायत करने वाले प्रधान को ही उल्टे विभिन्न
प्रकार की धमकी देते हैं. वित्तीय वर्ष 2010-11 में तकरीबन 10 लाख की लागत
से निर्माणाधीन तीन कमरे का अतिरिक्त वर्ग कक्ष भवन वर्षों से अपनी पुर्णता
का बाट जोह रहा है.
छात्रों की उपस्थिति संतोषप्रद
विद्यालय संचालन के संदर्भ में जब प्रधानाध्यापक बिहारी लाल साह से
पूछा गया तो उन्होंने जो बताया वह चौंकाने वाला है. बताया है कि पदस्थापित
छह शिक्षकों में दो शिक्षक नवनीत कुमार मिश्र एवं कुमारी रीता का विद्यालय
में उपस्थिति अपनी मर्जी से होता है. बताया कि श्री मिश्र जब भी विद्यालय
से गायब रहते हैं तो शिक्षकोपस्थिति पंजी के साथ छेड़छाड़ करते हैं और
हाजिरी कटे कॉलम मे जबरन ओवर राईटिंग कर अपनी हाजरी दुरूस्त कर लेते हैं.
शिक्षिका कुमारी रीता भी अनियमित रूप से विद्यालय आती जाती है. हालांकि इस
मामले को लेकर उन्होंने बीआरसी को लिखित रूप से कई बार शिकायत दर्ज कराया
है.
परंतु स्थिति जस की तस है. बताया कि विद्यालय में तकरीबन 400 छात्रों
का नामांकन है. जिसमें लगातार विद्यालय से अनुपस्थित रहने वाले पांच दर्जन
छात्रों का नाम काट भी दिया गया है. अब विद्यालय में 332 छात्रों का
नामांकित हैं. जिसमें तकरीबन 150 छात्रों की उपस्थिति रोजाना दर्ज की जाती
है. जहां कक्षावार शिक्षक के नहीं रहने के कारण पठन- पाठन में भारी
परेशानी होती है.
पांच वर्षों से अधूरा पड़ा है भवन
विद्यालय परिसर में अधूरे पड़े भवन के बाबत पूछने पर प्रधान श्री साह
ने बताया कि तत्कालीन प्रधानाध्यापक रीता कुमारी द्वारा उक्त भवन का
निर्माण शुरू किये बिना ही योजना की पूर्ण राशि निकाल ली गयी थी. जिस कारण
विभागीय कार्रवाई के कारण उन्हें जेल भी जाना पड़ा और उसी बीच उनके पुत्र
ने स्थानीय मुखिया पति के सहयोग से आनन-फानन में निर्माण कार्य करवाया, जो
आधा अधुरा पड़ा हुआ है. प्रथम किस्त की राशि का समायोजन के बाद तीन वर्ष
पूर्व उक्त मद में एक लाख 48 रूपये की दूसरी किस्त प्राप्त हुई है. जबकि
निर्माण कार्य पूर्ण कराने में इसका दोगुना का लागत आयेगा. नतीजतन वे अधूरे
कार्य को पूरा करने से परहेज बरत रहे हैं. हालांकि विभाग से दूसरे किस्त
की राशि को वापस करने का पत्र प्राप्त हुआ है और नये प्राक्कलन के तहत
समुचित राशि उपलब्ध करवाने की बात कही गयी है.
कहते हैं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी
इस संदर्भ में पूछने पर छातापुर के बीईओ लल्लू पासवान ने बताया कि
डीएम के निर्देश पर विद्यालय से गायब रहने वाले नवनीत मिश्र सहित दो
शिक्षकों का तन बंद कर उनके विरूद्ध कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन भेजा गया
है. अधूरे भवन को लेकर उन्होंने बताया कि विभागीय प्रयास से जल्द ही भवन
निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा.