बक्सर । जिले के ब्रह्मापुर प्रखंड अंतर्गत प्रखंड व पंचायत नियोजन
इकाई द्वारा बहाल शिक्षकों की बहाली विज्ञप्तिनुसार नियमानुकूल नहीं होने
के मामले का खुलासा होने के बाद अब विभाग की नींद खुली है। विभाग ने वहां
15 अप्रैल 15 के बाद हुई बहाली को गलत माना है।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना विनायक पांडेय द्वारा इसके बाद बहाल शिक्षकों के वेतन भुगतान पर रोक लगाने का निर्देश प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को दिया गया है। उन्होंने बताया कि उक्त मामले में प्राइमरी शिक्षा के निदेशक से मार्गदर्शन मांगा जा रहा है।
डीपीओ ने बताया कि बहाली के समय सरकार द्वारा जारी दूसरी विज्ञप्ति के अनुसार जिन शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया को 15 अप्रैल 15 तक अंजाम दिया गया वह ठीक है, जबकि नियमानुसार उसके बाद का नियोजन सही नहीं है। उन्होंने बताया कि ऐसे करीब दो दर्जन शिक्षक वहां कार्यरत हैं। अब सवाल उठता है कि डीपीओ के कथनानुसार अगर इनकी बहाली सही नहीं है तो फिर इन शिक्षकों के भुगतान की प्रक्रिया को कैसे प्रारंभ कर दिया गया। सरकार द्वारा तय तिथि तक कितने शिक्षकों की बहाली की गई क्या विभाग को इसका भी पता नहीं था या फिर विभाग की मिलीभगत से बाद में बहाल शिक्षकों के भुगतान की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई। सूत्रों का कहना है कि यह मामला केवल ब्रह्मामपुर तक सीमित नहीं है अगर इसकी जांच कराई जाए तो इस तरह की बहाली व उसके बाद भुगतान का खेल अन्य प्रखंडों में भी देखने को मिल जाएगा। डीपीओ ने बताया कि इस मामले में निदेशक प्राइमरी से मार्गदर्शन मांगा जा रहा है। वहां से जैसा दिशा निर्देश आएगा उसी के अनुसार कार्य किया जाएगा।
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डीपीओ ने बताया कि बहाली के समय सरकार द्वारा जारी दूसरी विज्ञप्ति के अनुसार जिन शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया को 15 अप्रैल 15 तक अंजाम दिया गया वह ठीक है, जबकि नियमानुसार उसके बाद का नियोजन सही नहीं है। उन्होंने बताया कि ऐसे करीब दो दर्जन शिक्षक वहां कार्यरत हैं। अब सवाल उठता है कि डीपीओ के कथनानुसार अगर इनकी बहाली सही नहीं है तो फिर इन शिक्षकों के भुगतान की प्रक्रिया को कैसे प्रारंभ कर दिया गया। सरकार द्वारा तय तिथि तक कितने शिक्षकों की बहाली की गई क्या विभाग को इसका भी पता नहीं था या फिर विभाग की मिलीभगत से बाद में बहाल शिक्षकों के भुगतान की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई। सूत्रों का कहना है कि यह मामला केवल ब्रह्मामपुर तक सीमित नहीं है अगर इसकी जांच कराई जाए तो इस तरह की बहाली व उसके बाद भुगतान का खेल अन्य प्रखंडों में भी देखने को मिल जाएगा। डीपीओ ने बताया कि इस मामले में निदेशक प्राइमरी से मार्गदर्शन मांगा जा रहा है। वहां से जैसा दिशा निर्देश आएगा उसी के अनुसार कार्य किया जाएगा।
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