गोपालगंज :
शिक्षक नियोजन में फर्जीवाड़े की जांच कर रही निगरानी की टीम को जिले में
कार्यरत लगभग 300 शिक्षकों का फोल्डर ढूंढ़ने पर भी नहीं मिल रहा है.
फोल्डर नहीं मिलने से निगरानी की जांच बाधित होने लगी है. निगरानी टीम को
नियोजन इकाई भी सहयोग नहीं कर रही है.
इसके कारण जांच में न सिर्फ विलंब हो रहा है, बल्कि जांच में कई पेच भी सामने आ रहे हैं. हालांकि, 30 जून तक फोल्डर में संबंधित शिक्षक का पूरा ब्योरा देने का अंतिम मौका दिया गया है. एक जुलाई से निगरानी फोल्डर जमा नहीं करनेवाले शिक्षकों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है. निगरानी सूत्रों की मानें,
तो जिले में निगरानी को 9042 शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच करनी है. प्रमाण पत्रों का फोल्डर बना कर निगरानी ने नियोजन इकाइयों से मांगा था. निगरानी की टीम ने अब तक 4055 शिक्षकों के फोल्डर की जांच करने के बाद उसके सत्यापन के लिए अपनी कस्टडी में लिया है. इन प्रमाण पत्रों की जांच अब तेज हो जायेगी, जबकि शिक्षा विभाग के पास 4587 शिक्षकों का फोल्डर जमा है, जिसकी
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इसके कारण जांच में न सिर्फ विलंब हो रहा है, बल्कि जांच में कई पेच भी सामने आ रहे हैं. हालांकि, 30 जून तक फोल्डर में संबंधित शिक्षक का पूरा ब्योरा देने का अंतिम मौका दिया गया है. एक जुलाई से निगरानी फोल्डर जमा नहीं करनेवाले शिक्षकों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है. निगरानी सूत्रों की मानें,
तो जिले में निगरानी को 9042 शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच करनी है. प्रमाण पत्रों का फोल्डर बना कर निगरानी ने नियोजन इकाइयों से मांगा था. निगरानी की टीम ने अब तक 4055 शिक्षकों के फोल्डर की जांच करने के बाद उसके सत्यापन के लिए अपनी कस्टडी में लिया है. इन प्रमाण पत्रों की जांच अब तेज हो जायेगी, जबकि शिक्षा विभाग के पास 4587 शिक्षकों का फोल्डर जमा है, जिसकी
जांच चल रही
निगरानी को नहीं मिल...
है. अब तक की जांच में नियोजन इकाइयाें के कई खेल उजागर हुए हैं.
फोल्डर में अधिकतर प्रमाण पत्रों की कमी पायी जा रही है. किसी फोल्डर में
शिक्षक के मैट्रिक का सर्टिफिकेट नहीं है, तो किसी फोल्डर में ट्रेंड होने
का प्रमाण पत्र नहीं है. जहां से गड़बड़ी पायी जा रही है, फिर से उन नियोजन
इकाइयों को नोटिस भेज कर उन प्रमाण पत्रों को जमा कराया जा रहा है.
निगरानी की जांच से फर्जीवाड़ा कर नियोजित शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है.
निगरानी के कार्य को देख रहे डीपीओ स्थापना संजय कुमार ने इसकी पुष्टि
करते हुए बताया कि एक-एक प्रमाण पत्र का मिलान कर निगरानी को सौंपा जा रहा
है. प्रमाण पत्रों की जांच विभाग कर रहा है. जिन शिक्षकों के प्रमाण पत्र
में गड़बड़ी पायी गयी, उन पर न सिर्फ विभागीय कार्रवाई होगी बल्कि राशि की
भी रिकवरी हो सकती है.
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