मुजफ्फरपुर। वित्त रहित शिक्षकों का मूल्यांकन एवं प्रायोगिक परीक्षा का
बहिष्कार जारी है। गुरुवार को वित्त रहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा
एवं माध्यमिक शिक्षक संघ ने शहर के तीनों मूल्यांकन केंद्रों पर धरना दिया।
यहां शिक्षकों को नेताओं ने संबोधित किया। सरकार को जमकर कोसा।
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बीएलओ कार्य का किया बहिष्कार
मोतिहारी। बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के निर्देश पर प्रखंड
इकाई बनकटवा के तत्वावधान में बीएलओ ने कार्य बहिष्कार किया। साथ ही
शिक्षकों ने बीडीओ को ज्ञापन सौंपा।
पूर्ण वेतनमान के लिए सभी संघ को एकजुट होने की जरूरत : नवीन
मधुबनी। बिहार प्रदेश नवनियुक्त प्राथमिक शिक्षक संघ जिला इकाई कार्यसमिति
की बैठक खादी भंडार स्थित जिला कार्यालय में जिलाध्यक्ष देवेन्द्र कुमार
यादव की अध्यक्षता में हुई। बैठक में पूर्ण वेतनमान के मुद्दा पर संघ के
प्रदेश नेताओं से शिक्षा मंत्री एंव मुख्यमंत्री से हुई वार्ता से संघीय
पदाधिकारियों को अवगत कराया।
शिक्षकों को नियमित वेतनमान दे सरकार
मधुबनी। वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा जिला इकाई के तत्वावधान
में पांच सूत्री मांगों को लेकर इंटर उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन कार्य का
बहिष्कार जिलाध्यक्ष श्यामनंद तिवारी के नेतृत्व में आज गुरूवार को 15वें
दिन भी वाटसन स्कूल़, आरके कालेज में डा.शंभू झा एंव जेएन कालेज में मदन
लाल कर्ण के नेतृत्व में जारी रहा।
18 वर्ष बाद 1500 शिक्षकों को मिली प्रोन्नति
औरंगाबाद। जिले के 1350 प्राथमिक एवं अवकाश प्राप्त शिक्षकों को 18 वर्ष
लंबे संघर्ष के बाद जिला शिक्षा प्रोन्नति समिति ने प्रवरण वेतनमान
प्रोन्नत करने का निर्णय लिया है। 29 मार्च को लिए गए इस निर्णय में 52
शिक्षकों को प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नत किया गया है, जबकि 79 शिक्षकों
को स्नातक प्रशिक्षित पद पर प्रोन्नति दी गई है।
कल से मैट्रिक का मूल्यांकन, शिक्षक करेंगे बहिष्कार
पटना| बिहारबोर्ड की मैट्रिक परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन 1 अप्रैल से
शुरू होगा। पूरे बिहार में इसके लिए 100 से अधिक मूल्यांकन केंद्र बनाए गए
हैं। उधर, माध्यमिक शिक्षकों ने मैट्रिक मूल्यांकन का बहिष्कार करने का
निर्णय लिया है। मांगों को लेकर 3 अप्रैल से शिक्षक मूल्यांकन बहिष्कार
करेंगे।
नियोजन पत्र नहीं मिलने पर हंगामा
सीवान : जिला पार्षद के द्वारा पांचवें चरण के तहत शिक्षक
अभ्यर्थियों के बीच शिविर के माध्यम से नियोजन पत्र का वितरण किया जाना था.
इसको लेकर सुबह से ही अभ्यर्थियों की भीड़ उमड़ी रही, जो लोग आ रहे थे वे
लोग अपनी उपस्थिति दर्ज कराते नजर आये. इसके बाद नियोजन इकाई द्वारा आगे कि
विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गयी.
इतिहास बनाने के लिए तैयार हैं सेवानिवृत्त शिक्षक
बक्सर : सेवानिवृत एवं बुजुर्ग शिक्षकों की भूख हड़ताल दसवें दिन भी
समाहरणालय गेट पर जारी रहा. शिक्षकों ने तीन सूत्री मांगों को लेकर वेतनमान
की प्रोन्नति का पत्र प्राप्त होने तक डटे रहने का ऐलान किया है.
वित्तरहित शिक्षकों ने शहर में किया भिक्षाटन
छपरा(सारण) : अनुदान के बदले वेतनमान की मांग को लेकर आंदोलनरत वित्त
रहित शिक्षकों ने गुरुवार को शहर में भिक्षाटन किया. इसके पहले हड़ताली
शिक्षकों ने गांधी गिरि शुरू किया था. इसके तहत सफाई अभियान चलाया गया.
इसके बाद सामूहिक हवन पूजन किया गया.
ऑनलाइन ट्रैकिंग के दायरे में होंगे गुरुजी
सहरसा : अब मिड डे मील में दिये जाने वाले बजट की ऑनलाइन ट्रैकिंग की
जायेगी. कोई भी शिक्षक यह नहीं कह सकेंगे कि बजट के अभाव में मिड डे मिल
नहीं बना है. खाते में धनराशि होने के बावजूद वे कहते हैं कि मिड डे मिल
नहीं बना, तो उन पर प्रशासनिक कार्रवाई की जायेगी.
कल से 102 केंद्रों पर मैट्रिक का मूल्यांकन
पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा मैट्रिक का मूल्यांकन एक
अप्रैल से शुरू किया जायेगा. इसको लेकर सारी तैयारी कर ली गयी है.
मूल्यांकन केंद्रों पर उत्तरपुस्तिका के साथ ओएमआर प्रपत्र भेज दिया गया
है. प्रदेश भर में 102 मूल्यांकन केंद्र बनाये गये हैं. इसमें पटना जिले
में आठ मूल्यांकन केंद्र भी शामिल हैं.
बिना मूल्यांकन के ही लौट गये शिक्षक
पटना : इंटर मूल्यांकन में उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के लिए दूसरे
जिलों से शिक्षकों को बुलाया गया था. शिक्षक आये भी, मूल्यांकन के लिए हर
दिन केंद्र पर भी गये, लेकिन बिना मूल्यांकन के ही वापस हो गये. क्योंकि
प्रोफेसर साहब रहने और खाने-पीने के लिए जो पैसे लाये थे, वह खत्म हो गये.
भारत में योग्य शिक्षकों की कमी : खुर्शीद बाटलीवाला
नई दिल्ली (आईएएनएस)| "भारतीय शिक्षा प्रणाली बुरी नहीं है, बल्कि समस्या योग्य शिक्षकों की कमी है। शिक्षण के जुनून या वित्तीय कारणों के बिना अच्छे शिक्षक शिक्षण के क्षेत्र में नहीं आते हैं।" यह कहना है ऑर्ट ऑफ लिविंग के एक वरिष्ठ संकाय सदस्य खुर्शीद बाटलीवाला का।
प्रखंड में प्रतिनियोजन का खेल समाप्ति की ओर
कैमूर: प्रखंड में विभागीय नियम के विपरित शिक्षा विभाग में चल रहा
प्रतिनियोजन का खेल अब समाप्ति की ओर पहुंच गया है। हालांकि बीआरसी सूत्रों
से मिली जानकारी के अनुसार अभी भी कुछ शिक्षकों का प्रतिनियोजन बरकरार है।
आज सीएम के खिलाफ आंगनबाड़ी सेविका निकालेंगी जुलूस
आंगनबाड़ी सेविका संघ सात सूत्री मांगों को लेकर बुधवार को तीसरे दिन भी
आंदोलन जारी रखा। गर्दनीबाग स्थित धरनास्थल पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर
सेविकाएं-सहायिकाएं बैठी हैं। आंगनबाड़ी पटना जिला के अध्यक्ष कुमारी रंजना
यादव ने कहा कि सभी जगह आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ताला लटका रहेगा।
आंगनबाड़ी सेविकाओं को सरकारी कर्मचारी घोषित करे राज्य सरकार
आंगनबाड़ीसेविकाओं को सरकारी कर्मचारी घोषित करने सहित सात सूत्री मांगों
को लेकर सोमवार को आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ ने गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पर
करीब 500 से अधिक सेविका एवं सहायिकाओं ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया।
आत्मदाह की राह पर चलने की तैयारी में वितरहित शिक्षक
बेतिया। समान काम के बदले समान वेतन तथा लंबित अनुदान की एकमुस्त भुगतान व
सेवा अवधि 65 वर्ष के साथ नवप्रस्वीकृत इंटर महाविद्यालय कर्मियों का भी
समान्य शिक्षकों की तरह सुविधा व अनुदान की भुगतान आदि मांगों पर अड़े वित
रहित शिक्षक अब उग्र आंदोलन का राह अपना रहे है।
सिंडिकेट की बैठक में 300 शिक्षकों की सेवा संपुष्टि को मंजूरी
मुजफ्फरपुर। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में गुरुवार को हुई सिंडिकेट की
बैठक में 300 शिक्षकों की सेवा संपुष्टि को मंजूरी मिली। वर्षो से लंबित 41
चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की पदोन्नति हुई। कुल 48 कर्मियों की दस साल सेवा
पूरी होने पर समान काम का समान वेतन को मिली मंजूरी।
उठाई आवाज } गर्दनीबाग में धरना दूसरे दिन भी जारी
बिहार सरकार द्वारा संविदाकर्मी को स्थायी करने की रिपोर्ट लागू करने की
मांग को लेकर आंगनबाड़ी सेविका संघ ने मंगलवार को दूसरे दिन भी प्रदर्शन
जारी रखा। संघ की महिलाएं सात सूत्री मांगों को लेकर गर्दनीबाग स्थित धरना
स्थल पर बैठी हैं।
20 हजार होमगार्ड जवानों ने किया प्रदर्शन, तीन घंटे सड़क जाम, सभी गिरफ्तार, स्टेडियम में अस्थायी जेल कैंप में भेजा
समानकाम के लिए समान वेतन की मांग को लेकर मंगलवार को होमगार्ड के जवानों
ने गर्दनीबाग धरनास्थल से चितकोहरा गोलंबर तक ढाई किलोमीटर तक जोरदार
प्रदर्शन किया। लगभग 20 हजार जवानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
तीन घंटे तक गर्दनीबाग धरनास्थल से चितकोहरा गोलंबर तक जाम कर दिया।
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