103 नियोजन इकाई ने जमा नहीं किया फोल्डर, निगरानी की जांच की धीमी गति से लोगों के बीच यह चर्चा बनी हुई थी कि फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे नियुक्त शिक्षक एक बार फिर बच जायेंगे, लेकिन गुरुवार को शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव श्री गंगवार ने निगरानी विभाग व शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर इस मामले में सख्ती बरतने का निर्देश दिया है.
Bihar Teachers News , BTET , BPSC , SSC , Shikshak Niyojan updates
Important Posts
Advertisement
यहां 'गुरूजी' ही गड़बड़ हैं!
PATNA : बिहार के शिक्षा विभाग में सबसे बड़ा फर्जीवाड़ा नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति में हुआ है। नौकरी की चाह में शिक्षकों ने फर्जी दस्तावेज लगा दिए। अधिकारियों की मिलीभगत से बहाली हो गई। वेतन लेने लगे। जब पोल खुली तो मामला हाईकोर्ट पहुंच गया। कोर्ट ने जांच के आदेश दिए।
शिक्षक नियोजन को ले फोल्डर जमा नहीं होने पर होगी कार्रवाई
अररिया: फर्जी शिक्षक नियोजन से संबंधित शैक्षणिक प्रमाण पत्र सत्यापन
के लिए फोल्डर जमा करने के लिए नियोजन इकाई को विभाग द्वारा एक बार फिर
मौका दिया गया है। वे पंद्रह फरवरी से पूर्व फोल्डर जिला शिक्षा कार्यालय
में जमा कर दें वरना कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
गुरु बनने में ठगे जा चुके दो लाख लोग
बांका । इसे बेरोजगारी की इंतहा ही समझिए कि नौकरी के फर्जी आवेदन पर भी
लाखों लाख लोग लूटने को तैयार हैं। बांका में एक संस्था ने अभी छात्रों को
लूटने का ऐसा ही एक गोरखधंधा चला रखा है। मानव अधिकार सेवा शक्ति नामक
संगठन के इस फार्म को बांका में अब तक दो लाख से अधिक लोग भर चुके हैं।
असली-नकली की पहचान में शिक्षा विभाग फेल
जमुई : बात फर्जी शिक्षकों की करें तो शिक्षा विभाग में हर दिन एक नई
कहानी सुर्खियों में होता है। दरअसल कई मामले में विभागीय पदाधिकारी कुछ कर
नहीं पाते हैं या फिर बाहरी दबाव उन्हें कुछ करने से रोक देता है। ताजा
मामला दर्जन भर नकली शिक्षकों से जुड़ा है।
दो शिक्षकों का अनुभव प्रमाण पत्र मिला फर्जी, प्राथमिकी
सीतामढ़ी। निगरानी विभाग ने बैरगनिया प्रखंड में कार्यरत दो शिक्षकों का
अनुभव प्रमाण पत्र फर्जी पाया है। निगरानी विभाग के इंस्पेक्टर ने बीईओ को
बैरगनिया थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया है। जिसमें मध्य
विधालय विलारधे के शिक्षक एकवाल हुसैन व मध्य विधालय अख्ता उर्दू के शिक्षक
शहनवाज अहमद शामिल है। कमाल की बात तो यह है कि दोनों शिक्षक सहोदर भाई
है।
बिहारशरीफः शिक्षक बहाली में भारी गड़बड़ी, नपेंगे मुखिया व सचिव
विजिलेंस की टीम ने जांच के क्रम में शिक्षक बहाली में गड़बड़ी पकड़ी है। फर्जी सर्टिफिकेट पर बहाल 11 शिक्षकों पर एफआईआर करायी जा चुकी है। अब जिला शिक्षा विभाग के स्थापना सेक्शन के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, 16 प्रखंडों के बीडीओ व बीईओ (प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी) और 2,409 शिक्षकों पर एफआईआर की तैयारी शुरू कर दी गयी है।
जिले की 138 पंचायतों के मुखिया व पंचायत सचिवों पर भी कार्रवाई करने के कागजात जुटाये जा रहे हैं।
चार शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी का आदेश
सीतामढ़ी। निगरानी विभाग के इंस्पेक्टर विद्यानंद ¨सह ने बीईओ परिहार को 24
घंटे के भीतर फर्जी चार शिक्षकों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने
का आदेश दिया है।
फर्जी फेसबुक बना छात्रा को तंग करने वाले को भेजा जेल
मुजफ्फरपुर : काजीमोहम्मदपुर इलाके की एक छात्रा के नाम की फर्जी आइडी
बनाकर उसपर अश्लील फोटो डालने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर शुक्रवार
को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जेल भेजे गए आरोपी की पहचान समस्तीपुर
के सेलू उर्फ सेतु उर्फ विक्की के रूप में हुई है।
फर्जी प्रमाण पत्र मामले में तीन शिक्षकों पर प्राथमिकी
जहानाबाद। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो द्वारा फर्जी प्रमाण पत्र मामले में अरवल जिले
के विभिन्न विद्यालयों में पदस्थापित तीन शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज किया
गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ओम प्रकाश ने दर्ज प्राथमिकी के आधार पर
संबंधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को फर्जी प्रमाण पत्र वाले शिक्षकों
की उपस्थिति नहीं बनाने का निर्देश दिया है।
फर्जी प्रमाण-पत्र मामले में दो शिक्षकों पर प्राथमिकी
सीतामढ़ी। बैरगनिया में निगरानी अन्वेशन ब्यूरो के इंस्पेक्टर विनयानंद
पाठक ने फर्जी अनुभव प्रमाण-पत्र के आधार पर पंचायत शिक्षक के रूप में
कार्यरत दो शिक्षकों के विरुद्ध स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
श्री पाठक ने प्राथमिकी में कहा है कि बैरगनिया प्रखंड के मध्य विधालय
बिलारदेह के शिक्षक एकबाल हुसैन व मध्य विधालय अख्ता उर्दू के शिक्षक
सहनवाज अहमद जो दोनों सहोदर भाई है।
फर्जी शिक्षकों बहाली की जांच शुरू
बक्सर। पटना उच्च न्यायालय के निर्देश पर निगरानी विभाग द्वारा क्षेत्र के
विद्यालयो में फर्जी डिग्री लेकर कार्य कर रहे हैं। इसे लेकर शिक्षकों के
खिलाफ जांच शुरु कर दिया है। सूत्रों के अनुसार विद्यालयों में फर्जी
डिग्रीधारकों की संख्या सैकड़ों में हैं।
बिहार विवि की डिग्री महाराष्ट्र में फर्जी करार, 20 डॉक्टरों से छीना लाइसेंस
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विवि से जारी बैचलर ऑफ होमियोपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएचएमएस) की डिग्री को महाराष्ट्र में फर्जी करार दिया गया है. इस आधार पर महाराष्ट्र होमियोपैथी कौंसिल (एमसीएच) ने पूर्व से पंजीकृत 20 डॉक्टरों का लाइसेंस भी रद्द कर दिया है. वहीं लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले 40 से अधिक लोगों के आवेदन अस्वीकृत हो गये हैं.
फर्जी सर्टिफिकेट्सवाले शिक्षकों के वेतन रुके
गया: निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की जांच में जिले के पांच शिक्षकों के सर्टिफिकेट्स फर्जी पाये जाने का मामला सामने आया है. इस संबंध में ब्यूरो के जांचकर्ता सह पुलिस निरीक्षक विनोद कुमार ने सभी पांच शिक्षकों के विरुद्ध सिविल लाइंस थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है.
नियोजन इकाइयों ने नहीं जमा किये 450 फोल्डर
गोपालगंज : 234 पंचायत शिक्षक नियोजन इकाइयों द्वारा शिक्षक नियोजन से संबंधित जमा किये गये फोल्डरों में अब तक 450 फोल्डर जमा नहीं किये गये हैं. विभाग द्वारा निर्देश के बावजूद भी शिक्षक नियोजन इकाइयां फोल्डरों को जमा करने में काफी शिथिलता बरत रही है.
बिहार में उर्दू-बांग्ला शिक्षकों की बहाली , क्या था मामला
पिछले 6 मई को न्यायमूर्ति अजय कुमार त्रिपाठी की एकलपीठ ने बिहार प्रारंभिक उर्दू एवं बांग्ला (विशेष) शिक्षक पात्रता परीक्षा के परिणाम को निरस्त कर दिया था। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने उर्दू एवं बांग्ला शिक्षकों के 27 हजार पदों पर बहाली के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा ली थी। परीक्षा के बाद बोर्ड ने छात्रों से आपत्ति की मांग की। 21 अक्टूबर, 2013 तक करीब 350 आपत्तियां मिलीं।
17000 उर्दू शिक्षकों को ज्वाइनिंग लेटर 28 दिसंबर को
बिहार के प्रारंभिक विद्यालयों में करीब साढ़े 17 हजार उर्दू एवं बांग्ला शिक्षक नियुक्त होंगे। दोनों श्रेणी के चयनित शिक्षकों को इसी माह नियुक्ति पत्र मिल जाएंगे और लम्बे समय से शिक्षक बनने की आस उनकी पूरी हो जाएगी। इन शिक्षकों को 9 सितम्बर को ही नियुक्ति पत्र मिलना था, लेकिन प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लागू हो जाने के कारण तब नियोजन स्थगित कर दिया गया था।
छात्राओं से अश्लील हरकत करने वाले शिक्षक का जुलूस निकाला
इंदौर। ट्यूशन के लिए आने वाली दो किशोरियों से शिक्षक दो महीने से अश्लील हरकतें कर रहा था। जब एक छात्रा ने कोचिंग जाना बंद कर दिया तो उसके परिजन ने कारण पूछा। छात्रा ने बताया तो वे आक्रोशित हो गए और जुलूस निकालते हुए शिक्षक को थाने ले लाए।
विद्यालय में छुट्टी से पहले छूट जाते हैं शिक्षक
सारण। बनियापुर में विद्यालयों की छुट्टी होने से पहले ही शिक्षकों की
छुंट्टी हो जा रही है। इसे शिक्षकों की लापरवाही कहें या व्यवस्था की ढील।
यह हाल मंगलवार को प्रखण्ड के प्राथमिक विद्यालय अमाव गाव में चार के बदले
तीन बजे ही दिखा जहां एक को छोड़ बाकी के सभी शिक्षक फरार हो गये थे। जिसकी
सूचना पर बीईओ ने कार्रवाई की बात कही।
शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच के प्रति विभाग उदासीन
लखीसराय। जिले के शिक्षकों के शैक्षणिक एवं प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों
की जांच के प्रति विभाग उदासीन बना हुआ है। यही कारण है कि प्रमाण पत्र
फर्जी पाए जाने पर सेवानिवृत्ति के बाद एक शिक्षक के विरूद्ध कार्रवाई की
जा सकी है। जबकि नौकरी करने के करीब 20 वर्ष बाद तीन शिक्षकों के विरूद्ध
कार्रवाई हुई है।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ (Atom)