राज्य ब्यूरो, पटना : प्रदेश के प्रारंभिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में 45,852 प्रधानाध्यापकों तथा प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति की तैयारी शुरू हो गई है। इसे लेकर शिक्षा विभाग और बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के अफसरों के बीच महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर चर्चा हुई।
आयोग ने शिक्षा विभाग से कहा है कि आरक्षण रोस्टर के हिसाब से ही रिक्तियां दें ताकि नियुक्ति प्रक्रिया में कानूनी अड़चन नहीं आए। आयोग ने शिक्षा विभाग को भरोसा दिया कि प्राथमिकता के आधार पर प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक की नियुक्ति के लिए आवेदन लेने से लेकर परीक्षा आयोजित कर रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। शिक्षा विभाग ने आयोग को जानकारी दी कि है कि सभी 38 जिलों से रिक्तियां आ चुकी हैं। विभाग जल्द इसे कंपाइल कर अधियाचना भेजेगा। अफसरों के बीच पाठ्यक्रम पर भी चर्चा हुई।- दोनों पदों की बहाली के लिए दो घंटे की लिखित परीक्षा होगी
- - 150-150 वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे और प्रत्येक प्रश्न एक अंक के होंगे
- - 0.25 प्रतिशत निगेटिव मार्किंग होगी
लिखित परीक्षा में प्रधान शिक्षक के लिए डीएलएड तथा बीएड, जबकि प्रधानध्यापक के लिए बीएड और एमएड से जुड़े प्रश्न होंगे। हिंदी, अंग्रेजी, गणित, सामान्य अध्ययन और शिक्षक एप्टीट्यूट से जुड़े प्रश्न भी होंगे। हालांकि, इसके लिए आवेदन लेने के समय ही बीपीएससी अलग से परीक्षा में पूछे जाने वाले विषयों की जानकारी देगा। दोनों पदों की बहाली के लिए 150-150 वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रत्येक प्रश्न एक अंक के होंगे। 0.25 प्रतिशत निगेटिव मार्किंग होगी। यानी चार प्रश्न के गलत उत्तर देने पर एक अंक कटेंगे। दो घंटे की परीक्षा होगी। प्राथमिक विद्यालय में 40,518 प्रधान शिक्षक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 5,334 हजार से अधिक प्रधानाध्यापक नियुक्ति के लिए अलग-अलग परीक्षा होगी।
कानूनी अड़चन न आने को कर ली तैयारी
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने कहा कि प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक बहाली में किसी तरह की कानूनी अड़चन नहीं आए, इसलिए पहले ही सभी बिंदुओं को पूरा कर लिया जाए। इसी संबंध में आयोग से जानकारी ली गई। जिलों से रिक्तियां आ गई हैं। जल्द आयोग को भेज दी जाएंगी।