शेखपुरा : -जिला में शिक्षक नियोजन में बड़ी गड़बड़ी की आशंका खड़ी हो गई
है। यह आशंका इस बात को लेकर खड़ी हो गई है कि जिला में 120 शिक्षकों का
फोल्डर गायब है। इस गायब फोल्डरों को हासिल करने के लिए निगरानी विभाग
पिछले ही साल से पटना से शेखपुरा की दौड़ लगा रही है।
इन गायब फोल्डरों को हासिल करने के लिए शुक्रवार को भी पटना से आई निगरानी विभाग की टीम दिन भर शिक्षा विभाग के स्थापना शाखा में बैठी रही,मगर निगरानी को ये फोल्डर उपलब्ध नहीं कराए गए। जिला में 120 शिक्षकों के फोल्डर गायब होने के इस मामले में शिक्षा विभाग के स्थापना शाखा तथा जिला के दो बीईओ कार्यालय की भूमिका पर संदेह खड़ा हो गया है। इस बाबत डीइओ नंदकिशोर राम ने बताया कि शिक्षा विभाग के स्थापना डीपीओ तथा अरियरी एवं शेखपुरा के बीइओ को चेतावनी पत्र के साथ एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया गया है। डीइओ ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर इन गायब 120 शिक्षकों का फोल्डर उपलब्ध नहीं कराया गया तो,इसमें इन अफसरों को संलिप्त मानते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। बताया गया कि हाईकोर्ट के निर्देश पर समूचे राज्य में नियोजित शिक्षकों की बहाली की निगरानी जांच कराई जा रही है। इसी में निगरानी विभाग शेखपुरा जिला में हुई बहाली की भी जांच कर रही है। बताया गया कि शेखपुरा जिला में 1649 शिक्षकों का नियोजन किया गया है। इसमें से 120 शिक्षकों की बहाली से जुड़ा फोल्डर (कागजात) गायब है। ये गायब फोल्डर एक साल से खोजे जा रहे हैं। अब इन गायब फोल्डरों के बारे में आशंका जताई जा रही है कि ये सभी फर्जी शिक्षक हैं तथा इनके फोल्डर गायब होने में विभागीय मिलीभगत है।
पूरी जवाबदेही स्थापना शाखा, अब करेंगे केस : डीईओ
डीइओ नंदकिशोर राम ने बताया कि जिला में 120 शिक्षकों का फोल्डर गायब है। इन गायब फोल्डरों के लिए निगरानी विभाग की टीम कई बार पटना से आ चुकी है। डीईओ ने बताया कि शिक्षकों के नियोजन से जुड़े फोल्डर रखने की समूची जिम्मेवारी स्थापना शाखा की है। उन्होंने बताया कि इसके लिए स्थापना डीपीओ को कई बार मौखिक तथा लिखित आदेश भी दिया जा चुका है, मगर वह फोल्डर उपलब्ध नहीं करा रहे हैं। अब इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई जायेगी।
इन गायब फोल्डरों को हासिल करने के लिए शुक्रवार को भी पटना से आई निगरानी विभाग की टीम दिन भर शिक्षा विभाग के स्थापना शाखा में बैठी रही,मगर निगरानी को ये फोल्डर उपलब्ध नहीं कराए गए। जिला में 120 शिक्षकों के फोल्डर गायब होने के इस मामले में शिक्षा विभाग के स्थापना शाखा तथा जिला के दो बीईओ कार्यालय की भूमिका पर संदेह खड़ा हो गया है। इस बाबत डीइओ नंदकिशोर राम ने बताया कि शिक्षा विभाग के स्थापना डीपीओ तथा अरियरी एवं शेखपुरा के बीइओ को चेतावनी पत्र के साथ एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया गया है। डीइओ ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर इन गायब 120 शिक्षकों का फोल्डर उपलब्ध नहीं कराया गया तो,इसमें इन अफसरों को संलिप्त मानते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। बताया गया कि हाईकोर्ट के निर्देश पर समूचे राज्य में नियोजित शिक्षकों की बहाली की निगरानी जांच कराई जा रही है। इसी में निगरानी विभाग शेखपुरा जिला में हुई बहाली की भी जांच कर रही है। बताया गया कि शेखपुरा जिला में 1649 शिक्षकों का नियोजन किया गया है। इसमें से 120 शिक्षकों की बहाली से जुड़ा फोल्डर (कागजात) गायब है। ये गायब फोल्डर एक साल से खोजे जा रहे हैं। अब इन गायब फोल्डरों के बारे में आशंका जताई जा रही है कि ये सभी फर्जी शिक्षक हैं तथा इनके फोल्डर गायब होने में विभागीय मिलीभगत है।
पूरी जवाबदेही स्थापना शाखा, अब करेंगे केस : डीईओ
डीइओ नंदकिशोर राम ने बताया कि जिला में 120 शिक्षकों का फोल्डर गायब है। इन गायब फोल्डरों के लिए निगरानी विभाग की टीम कई बार पटना से आ चुकी है। डीईओ ने बताया कि शिक्षकों के नियोजन से जुड़े फोल्डर रखने की समूची जिम्मेवारी स्थापना शाखा की है। उन्होंने बताया कि इसके लिए स्थापना डीपीओ को कई बार मौखिक तथा लिखित आदेश भी दिया जा चुका है, मगर वह फोल्डर उपलब्ध नहीं करा रहे हैं। अब इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई जायेगी।