कटिहार। वार्ड शिक्षक के रुप में बहाली के नाम पर फर्जीवाड़े के बड़े खेल का
खुलासा रविवार को हुआ। इसका खुलासा तब हुआ जब माया फाउंडेशन ग्रामीण
सर्वशिक्षा अभियान के तहत आवेदन करने वाले पूर्णियां,
कटिहार, मधेपुरा, सहरसा, अररिया, किशनगंज आदि जिले के काफी तादाद में परीक्षार्थी रामपरि युगेश्वर महाविद्यालय में परीक्षा देने पहुंचे। परीक्षार्थियों की भीड़ देख कालेज कर्मचारी भी भौचक्क रह गए। कालेज प्रशासन द्वारा परीक्षा समन्वयक मुन्ना रजक से आदेश की मांग करने पर वे आनाकानी करने लगे। इस पर कालेज प्रशासन द्वारा तत्काल परीक्षार्थियों को ऐसी किसी तरह की परीक्षा नहीं होने की जानकारी दी गई। इस सूचना पर छात्र-छात्राओं ने हंगामा शुरु कर दिया गया। छात्र-छात्राओं ने बताया कि एक हजार से पांच हजार रुपये उन लोगों से लिया गया है। कालेज प्रबंधक ने इसकी लिखित सूचना कुर्सेला पुलिस को दी। पुलिस के पहुंचने पर मामला शांत हुआ। ग्रामीण सर्वशिक्षा अभियान के क्षेत्रीय पदाधिकारी सूरज कुमार ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में जिस बच्चे का किसी विद्यालय में नामांकन नहीं है। वैसे पच्चीस बच्चों को प्रत्येक वार्ड में चयनित शिक्षक द्वारा पढ़ाने की बात है। जानकारी के अनुसार इस फर्जी खेल में मुन्ना कुमार रजक घर कुर्सेला, प्रीतम कुमार घर डुमरी, जिला पूर्णियां व सुजीत कुमार घर हाजीपुर जिला वैशाली का रहने वाला है। उन लोगों ने छात्र तथा छात्रा से परीक्षा शुल्क के नाम पर एक से पांच हजार तक की राशि उगाही की गई है। मधेपुरा की खुशी कुमारी ने बताया कि वार्ड शिक्षक की बहाली के नाम पर फील्ड आफिसर द्वारा सभी जिले मे अलग-अलग फील्ड आफिसर द्वारा घर पर जाकर वार्ड शिक्षक के नियुक्ति के लिए गांव में छात्र तथा छात्रा से मिलकर घर पर ही फार्म भरवाया गया था। उन लोगों को बताया गया कि रामपरि युगेश्वर महाविद्यालय में परीक्षा केन्द्र बनाया गया है। यहां आने पर उन्हें पता चला कि यह फर्जी दस्तावेज तथा जालसाजी रैकेट का खेल है।
कटिहार, मधेपुरा, सहरसा, अररिया, किशनगंज आदि जिले के काफी तादाद में परीक्षार्थी रामपरि युगेश्वर महाविद्यालय में परीक्षा देने पहुंचे। परीक्षार्थियों की भीड़ देख कालेज कर्मचारी भी भौचक्क रह गए। कालेज प्रशासन द्वारा परीक्षा समन्वयक मुन्ना रजक से आदेश की मांग करने पर वे आनाकानी करने लगे। इस पर कालेज प्रशासन द्वारा तत्काल परीक्षार्थियों को ऐसी किसी तरह की परीक्षा नहीं होने की जानकारी दी गई। इस सूचना पर छात्र-छात्राओं ने हंगामा शुरु कर दिया गया। छात्र-छात्राओं ने बताया कि एक हजार से पांच हजार रुपये उन लोगों से लिया गया है। कालेज प्रबंधक ने इसकी लिखित सूचना कुर्सेला पुलिस को दी। पुलिस के पहुंचने पर मामला शांत हुआ। ग्रामीण सर्वशिक्षा अभियान के क्षेत्रीय पदाधिकारी सूरज कुमार ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में जिस बच्चे का किसी विद्यालय में नामांकन नहीं है। वैसे पच्चीस बच्चों को प्रत्येक वार्ड में चयनित शिक्षक द्वारा पढ़ाने की बात है। जानकारी के अनुसार इस फर्जी खेल में मुन्ना कुमार रजक घर कुर्सेला, प्रीतम कुमार घर डुमरी, जिला पूर्णियां व सुजीत कुमार घर हाजीपुर जिला वैशाली का रहने वाला है। उन लोगों ने छात्र तथा छात्रा से परीक्षा शुल्क के नाम पर एक से पांच हजार तक की राशि उगाही की गई है। मधेपुरा की खुशी कुमारी ने बताया कि वार्ड शिक्षक की बहाली के नाम पर फील्ड आफिसर द्वारा सभी जिले मे अलग-अलग फील्ड आफिसर द्वारा घर पर जाकर वार्ड शिक्षक के नियुक्ति के लिए गांव में छात्र तथा छात्रा से मिलकर घर पर ही फार्म भरवाया गया था। उन लोगों को बताया गया कि रामपरि युगेश्वर महाविद्यालय में परीक्षा केन्द्र बनाया गया है। यहां आने पर उन्हें पता चला कि यह फर्जी दस्तावेज तथा जालसाजी रैकेट का खेल है।