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हाइस्कूलों में होनें जा रही यह नई व्यवस्था, अब लेट स्कूल आने वाले शिक्षकों पर प्रशासनिक नकेल

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। लेट से स्कूल जाने वाले शिक्षकों की खैर नहीं। विलंब से पहुंचने पर अब वेतन भी कटेगा। हाजिरी सिस्टम में बदलाव होने वाला है। स्कूल नहीं खुलने और लेट से आने वाले शिक्षकों पर प्रशासन नकेल कसने की तैयारी में है।

 स्कूल और शिक्षकों की उपस्थिति की अब ऑनलाइन मॉनीटरिंग होगी। समय पर नहीं और लेट से स्कूल खुलने जैसे कई पहलुओं की ट्रैकिंग की जाएगी। बार-बार प्रयास के बावजूद स्कूलों के खुलने और शिक्षकों के आने-जाने के समय में सुधार नहीं हो पा रहा है। सरकार के स्तर पर कई प्रयास किए गए, लेकिन अपेक्षित सुधार नहीं हो सका। जिलाधिकारी ने हाईस्कूलों में बायोमीट्रिक लगाने का निर्देश दिया है।
 वहां के शिक्षक व कर्मियों की हाजिरी इसी से बनेगी। जनवरी 2019 से बायोमीट्रिक हाजिरी बनेगी। अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों का वेतन भी कटेगा। शिक्षा विभाग का मानना है कि स्कूलों की मॉनीटरिंग से सुधार होंगे। जिले में तीन हजार से अधिक प्राथमिक और मध्य विद्यालय हैं। इसमें आठ लाख से अधिक छात्र-छात्रा नामांकित हैं।

 जिला स्तर पर मॉनीटरिंग बायोमीट्रिक सिस्टम लागू होने के बाद जिला स्तर पर इसकी मॉनीटरिंग होगी। जिला शिक्षा अधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना, सर्व शिक्षा अभियान सहित अन्य अधिकारी ऑनलाइन मॉनीटरिंग करेंगे।
विकास मद से लगेंगी बायोमीट्रिक

स्कूल के विकास मद से बायोमीट्रिक मशीन की खरीदारी होगी। इससे हाजिरी की नई व्यवस्था शुरू होगी। उम्मीद की जा रही है कि इससे स्कूलों के खुलने और बंद होने के साथ शिक्षकों के समय में सुधार होगा।

 जिला शिक्षा अधिकारी ललन प्रसाद सिंह ने कहा कि जिले के सभी स्कूलों में बायोमीट्रिक मशीन लगेगी। इसकी विकास कोष की राशि से खरीदारी होनी है। प्रखंड शिक्षा अधिकारी से लेकर स्कूल के एचएम को निर्देश दिए जा चुके हैं। जनवरी से शिक्षकों की हाजिरी बायोमीट्रिक से ही बनेगी।

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