सिटी पोस्ट लाइव : बिहार
बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने एक बड़ा फैसला ले लिया है.उन्होंने एक झटके
में 35 शिक्षण संस्थानों की मान्यता रद्द कर दी है. आनंद किशोर ने शनिवार
को सिटी पोस्ट लाइव को बताया कि शिक्षकों की सूची नहीं देने वाले 35 शिक्षण
संस्थानों की मान्यता को रद्द कर दिया गया है.
साथ ही आगामी सत्र से इन
शिक्षण संस्थानों में नामांकन पर रोक लगाते हुए उक्त विद्यालयों की
सम्बद्धता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष
आनंद किशोर ने बताया कि समिति द्वारा उपलब्ध कराए गए इस अवसर के बावजूद भी
कुल 35 अंगीभूत महाविद्यालयों/डिग्री सम्बद्ध महाविद्यालयों तथा +2 उच्च
माध्यमिक विद्यालयों के प्रधान द्वारा अपने महाविद्यालय/+2 विद्यालय के
शिक्षकों की सूची अब तक समिति को उपलब्ध नहीं कराई गई है. बिहार विद्यालय
परीक्षा समिति (उच्च माध्यमिक) सम्बद्धता विनियमावली 2011 (यथा अद्यतन
संसोधित) की कंडिका 15 (3) (VIII) में उल्लेखित प्रावधान के तहत आगामी सत्र
से इन शिक्षण संस्थानों में नामांकन पर रोक लगा दी गई है.ईन सभी
विद्यालयों की सम्बद्धता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि अगले 15 दिन में अपना स्पष्टीकरण नहीं देने तथा
समिति की वेबसाइट पर शिक्षकों की सूची अपडेट नहीं करने पर शिक्षण संस्थानों
की सम्बद्धता को निरस्त कर दिया जाएगा. दरअसल, हजारों ऐसे स्कूल हैं
जिन्हें मान्यता है. लेकिन वहां पढ़ाई लिखाई नहीं होती . वहां कोई शिक्षक
नहीं होते हैं.वो केवल परीक्षा का फॉर्म भरवाकर लाखों करोड़ों की कमाई कर
रहे हैं. इन्ही फर्जी विद्यालयों पर नकेल कसने के लिए उनसे शिक्षकों की
सूची मांगी गई थी.