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जांच शुरू होते ही चुटिया का फर्जी शिक्षक फरार

बांका। शंभूगंज प्रखंड फर्जी शिक्षकों से पर्दा उठने का सिलसिला लगातार जारी है। निगरानी ने प्रखंड के 17 शिक्षकों के खिलाफ पहले ही प्राथमिकी दर्ज करा चुकी है। इसके बाद पिछले महीने डीपीओ स्थापना ने एक फर्जी शिक्षक आलोक कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
उसकी जगह रतनपुर मुंगेर का कोई लड़का फर्जी तरीके से नौकरी कर रहा था। अब नया मामला चुटिया ¨हदी बालक विद्यालय से सामने आया है। इस विद्यालय में कुंदन कुमार की जगह किसी फर्जी शिक्षक के नौकरी करने का मामला शिक्षा विभाग के पास पहुंचा था। इसकी जांच शुरु होते ही फर्जी शिक्षक पिछले तीन महीने से फरार है। इसकी प्रारंभिक जांच में पता चला कि जिस कुंदन कुमार की जगह कोई फर्जी चेहरा स्कूल में पिछले तीन साल से नौकरी कर रहा था। मेधा सूची में मौजूद कुंदन कुमार शिक्षक बहाली की समुखिया मोड़ में आयोजित शिविर में उपस्थित ही नहीं हुआ था। बताया जाता है कि असली कुंदन कुमार रेलवे में नौकरी कर रहा है। मेधा सूची में उसका नाम देख प्रखंड नियोजन समिति ने ही मिलीभगत कर शिविर के बाद उसे फर्जी तरीके से नियुक्ति पत्र जारी करा दिया। निश्चित रूप से इस बहाली में शामिल लोगों ने पैसे के लोभ में गड़बड़झाला किया। मिलीभगत कर उसे स्कूल पहुंचा दिया। हद कि उसने नौकरी कर वेतन का भी उठाव कर लिया।

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जांच में खुलेगा फर्जीवाड़ा का बड़ा रैकेट
कुंदन कुमार के विद्यालय छोड़ कर भागने की सख्ती से जांच की जरूरत है। बताया जाता है कि शंभूगंज में सबसे अधिक अधिक फर्जी शिक्षक काम कर रहे हैं। यह सब नियोजित समिति और प्रखंड शिक्षा कार्यालय की मिलीभगत से हुआ है। जानकार बताते हैं कि कुंदन की बहाली प्रकरण की गंभीरता से जांच पर ही सारा मामला खुल जाएगा। जब वह बहाली शिविर में अनुपस्थित हैं फिर किसने उसे फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया। प्रखंड में नियुक्ति पत्र बीडीओ और पंचायत सचिव के पत्र से जारी किया है। नियोजन समिति की मिलीभगत से प्रखंड में ऐसे कई शिक्षक नौकरी कर रहे हैं। अब फर्जीवाड़ा छिपाने के लिए सिर फुटव्वौल जारी है।

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कोट
शंभूगंज चुटिया के शिक्षक कुंदन कुमार के फर्जी मामले की जांच चल रही है। इस बीच उसके विद्यालय छोड़ कर फरार होने की खबर मिली है। बीईओ से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी गई है। इसके बाद उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।

देवनारायण पंडित, डीपीओ स्थापना

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