मुंगेर। जिला शिक्षा पदाधिकारी सुरेश प्रसाद ¨सह ने असरगंज प्रखंड के उच्च
विद्यालय मासूमगंज का औचक निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने विद्यालय में
कई तरह की अनियमितता पाई।
इस बाबत जानकारी देते हुए डीईओ ने बताया कि उच्च विद्यालय में एक शिक्षक को पूर्व में गलत तरीके से प्रतिनियुक्त कर दिया गया था। उक्त शिक्षक के द्वारा विद्यालय के संचालन में व्यवधान उत्पन्न किये जाने की सूचना प्राप्त हो रही थी। जांच के क्रम में उनकी प्रतिनियोजन को नियम के विपरीत पाया गया। इसको लेकर उन्हें आदेश दिया गया कि वे तत्काल अपने मूल विद्यालय में योगदान करें। इसके अलावा एक अन्य महिला शिक्षक को बिना सूचना के अगस्त 2016 से गायब पाया गया है। यूं तो पूर्व में उक्त महिला शिक्षक के द्वारा मातृत्व अवकाश सहित अन्य कारण बता कर छुट्टी ली गई थी। लेकिन अगस्त 2016 से वह लगातार गायब चल रही है। जबकि उनके वेतन का भुगतान किया जा रहा है। इस पूरे मामले की विस्तार पूर्वक जांच की जाएगी तथा संबंधित महिला शिक्षक के नियोजन की शर्तों पर विचार करते हुए उनपर कार्रवाई के लिए जिला परिषद नियोजन इकाई के सचिव सह डीडीसी को लिखा जाएगा। इस क्रम में डीईओ ने यह भी बताया कि विद्यालय के सही समय से संचालन, समय पर विद्यालय खुलने तथा बंद होने एवं बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना विभाग की प्राथमिकता है। इसमें किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा।
इस बाबत जानकारी देते हुए डीईओ ने बताया कि उच्च विद्यालय में एक शिक्षक को पूर्व में गलत तरीके से प्रतिनियुक्त कर दिया गया था। उक्त शिक्षक के द्वारा विद्यालय के संचालन में व्यवधान उत्पन्न किये जाने की सूचना प्राप्त हो रही थी। जांच के क्रम में उनकी प्रतिनियोजन को नियम के विपरीत पाया गया। इसको लेकर उन्हें आदेश दिया गया कि वे तत्काल अपने मूल विद्यालय में योगदान करें। इसके अलावा एक अन्य महिला शिक्षक को बिना सूचना के अगस्त 2016 से गायब पाया गया है। यूं तो पूर्व में उक्त महिला शिक्षक के द्वारा मातृत्व अवकाश सहित अन्य कारण बता कर छुट्टी ली गई थी। लेकिन अगस्त 2016 से वह लगातार गायब चल रही है। जबकि उनके वेतन का भुगतान किया जा रहा है। इस पूरे मामले की विस्तार पूर्वक जांच की जाएगी तथा संबंधित महिला शिक्षक के नियोजन की शर्तों पर विचार करते हुए उनपर कार्रवाई के लिए जिला परिषद नियोजन इकाई के सचिव सह डीडीसी को लिखा जाएगा। इस क्रम में डीईओ ने यह भी बताया कि विद्यालय के सही समय से संचालन, समय पर विद्यालय खुलने तथा बंद होने एवं बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना विभाग की प्राथमिकता है। इसमें किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा।