सासाराम: बिहार के नियोजित शिक्षक अपने वेतनमान को
लेकर लगातार आंदोलन कर रहे है। इसी क्रम में सासाराम में नियोजित शिक्षकों
ने समान काम के लिय समान वेतन की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ शुक्रवार को
जम कर प्रदर्शन किया।
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नियोजित शिक्षकों को भी मिलेगा 7वें वेतन आयोग का लाभ : नीतीश
बेगूसराय: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने
निश्चय यात्रा के दौरान बेगूसराय में शुक्रवार को चेतना रैली को संबोधित
करते हुए कहा कि सभी नियोजित शिक्षकों को भी सातवां वेतन आयोग का लाभ
मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नियोजित शिक्षकों को कुछ लोग बरगला रहे हैं।
बिहार का स्कूली शिक्षा बजट राष्ट्रीय औसत से अधिक
पटना: बिहार का स्कूली शिक्षा बजट राज्य के सकल घरेलू उत्पाद का 5.6% है जो जीडीपी के 2.7% हिस्से के राष्ट्रीय औसत से अधिक है। एक प्रमुख एनजीओ के अध्ययन में यह कहा गया है।
मौखिक घोषणा नहीं लिखित मंजूरी दें मुख्यमंत्री
लखीसराय। हलसी प्रखंड मुख्यालय स्थित शारदा भवन में शनिवार को बिहार पंचायत
नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के बैनर तले नियोजित शिक्षकों की बैठक हुई।
अध्यक्षता संघ के प्रखंड अध्यक्ष बनारसी महतो ने की।
सातवें वेतन मिलने की घोषणा पर शिक्षकों ने जताया हर्ष और फिर मांगा समान काम का समान वेतन
सातवें वेतन मिलने की घोषणा पर शिक्षकों ने जताया हर्ष और फिर मांगा समान काम का समान वेतन
समस्तीपुर, हिन्दुस्तान टीम समस्तीपुर में शनिवार को महासंघ स्थल पर बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ की समस्तीपुर इकाई की बैठक हुई।
समस्तीपुर, हिन्दुस्तान टीम समस्तीपुर में शनिवार को महासंघ स्थल पर बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ की समस्तीपुर इकाई की बैठक हुई।
निरीक्षण में मिली अनियिमतता, तलब किए गए प्रधान
सुपौल। मध्याह्न भोजन के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राघवेन्द्र कुमार द्वारा
बसंतपुर प्रखंड के कई विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण
उपरांत कई अनियमितता सामने आयी है।
घोषणा से नियोजित शिक्षकों में हर्ष
लखीसराय। शुक्रवार को बेगूसराय में आयोजित चेतना सभा में मुख्यमंत्री नीतीश
कुमार द्वारा नियोजित शिक्षकों को भी सातवें वेतनमान का लाभ दिए जाने की
घोषणा पर स्थानीय नियोजित शिक्षकों में हर्ष व्याप्त है।
काउंसि¨लग में नहीं पहुंचे अभ्यर्थी, खाली रह गई सीटें
मुंगेर। जिला स्कूल में शुक्रवार को नगर निगम शिक्षक नियोजन इकाई की ओर से
माध्यमिक शिक्षक व उच्चतर माध्यमिक शिक्षक नियोजन को लेकर अभ्यर्थियों की
काउंसि¨लग का आयोजन किया गया था। इसमें कुल रिक्तियों के विरुद्ध बहुत ही
कम अभ्यर्थी उपस्थित हो पाए।
मानव श्रृंखला के लिए शिक्षकों ने निकाला मशाल जुलूस
अररिया। सिकटी प्रखंड क्षेत्र के बरदाहा स्थित बीआरसी भवन से शुक्रवार की
संध्या सिकटी प्रखंड के सभी शिक्षकों ने आगामी 21 जनवरी को बनने वाली मानव
मानव श्रृंखला को लेकर मशाल जुलूस निकाला जो
प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति की तैयारी में जुटा विभाग
लखीसराय।
प्रारंभिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के उपलब्ध रिक्त पद पर प्रोन्नति
की तैयारी में शिक्षा विभाग फिर से जुट गया है। निदेशक प्राथमिक शिक्षा
द्वारा जारी निर्देश के तहत बिहार राजकीयकृत प्रारंभिक शिक्षक प्रोन्नति
नियमावली 2011 की कंडिका 10 के अधीन जिले में प्रधानाध्यापक पद पर
प्रोन्नति के साथ-साथ स्नातक कला एवं विज्ञान पद पर भी प्रोन्नति के लिए
वरीयता सूची तैयार की जाएगी।
निजी स्कूलों की मानव श्रृंखला 16 को
सहरसा। गुरुवार को चिल्ड्रेन स्कूल एसोसिएशन के सदस्यों की बैठक हुई। बैठक
में शराबबंदी के पक्ष में जिले के संचालित सभी सभी निजी स्कूलों के छात्रों
व शिक्षकों द्वारा 16 जनवरी को मानव श्रृंखला आयोजित करने का निर्णय लिया
गया।
कस्तूरबा कर्मियों ने बीडीओ को सौंपा ज्ञापन
बक्सर : प्रखंड के कस्तूरबा बालिका विद्यालय तियरा के शिक्षक कर्मियों ने
अपने 14 सूत्री मांगों को लेकर एक शिष्टमंडल प्रखंड विकास पदाधिकारी अजय
कुमार ¨सह के पास एक ज्ञापन सौंपा है।
शिक्षक नियोजन : 624 पद खाली, 149 अभ्यर्थियों ने कराई काउंसिलिंग
गोपालगंज। हिन्दुस्तान संवाददाता हाल में हुई काउंसिलिंग के बाद आंकड़ों की जो तस्वीर सामने है उससे यह स्पष्ट हो गया है कि इस साल भी शिक्षकों की कमी से हाई व प्लस टू स्कूलों में पढ़ाई की व्यवस्था लचर ही रहेगी। प्लस टू स्कूलों में 624 शिक्षकों के पद खाली हैं लेकिन महज 149 अभ्यर्थियों ने ही काउंसिलिंग कराई है।
शिक्षक नियोजन : 624 पद खाली, 149 अभ्यर्थियों ने कराई काउंसिलिंग
गोपालगंज। हिन्दुस्तान संवाददाता First Published:14-01-2017 05:26:01 PMLast Updated:14-01-2017 05:33:34 PM
हाल में हुई काउंसिलिंग के बाद आंकड़ों की जो तस्वीर सामने है उससे यह स्पष्ट हो गया है कि इस साल भी शिक्षकों की कमी से हाई व प्लस टू स्कूलों में पढ़ाई की व्यवस्था लचर ही रहेगी। प्लस टू स्कूलों में 624 शिक्षकों के पद खाली हैं लेकिन महज 149 अभ्यर्थियों ने ही काउंसिलिंग कराई है।
हाई व प्लस टू स्कूलों के छात्र-छात्राओं को पढ़ाई व परीक्षा की तैयारी इस साल भी सेल्फ स्टडी व कोचिंग सेंटर के सहारे ही करनी होगी। पांचवें चरण के नियोजन के बावजूद इस साल भी हाई व प्लस टू स्कूलों में गणित, अंग्रेजी, हिन्दी जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों की अधिकांश सीटें खाली रह जाएंगी।
गणित सहित कई विषयों में एक भी अभ्यर्थी नहीं : प्लस टू स्कूलों में गणित सहित कई विषयों में एक भी अभ्यर्थी ने काउंसिलिंग नहीं कराई है। वहीं उर्दू में महज एक, रसायन में एक, भूगोल में 2, एकाउंटेंसी में 7, राजनीति विज्ञान में 18, इतिहास में 87, जंतु विज्ञान में एक, गृहविज्ञान में छह, संस्कृत में 2, अर्थशास्त्र में 9, एनआरबी में 7, समाजशास्त्र में एक, हिन्दी में 7 अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग कराई है जबकि, गणित, मनोविज्ञान, अंग्रेजी व वनस्पति विज्ञान विषयों के शिक्षक पद पर नियोजन को एक भी अभ्यर्थी काउंसिलिंग को नहीं आया।
पद 69 पर काउंसिलिंग कराई 10 ने : हाई स्कूलों में भी प्लस टू स्कूलों की तरह शिक्षक नियोजन को विषयवार कम ही अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग कराई है। जिला पर्षद् क्षेत्र के हाई स्कूलों में हिन्दी विषय के शिक्षकों के 69 पद खाली हैं। लेकिन महज दस अभ्यर्थियों ने ही काउंसिलिंग कराई है। इसी तरह से अंग्रेजी के 72 पदों के विरुद्ध महज छह अभ्यर्थी ही काउंसिलिंग करा सके। वहीं, संस्कृत में 38 पद के विरुद्ध 7 अभ्यर्थी ही काउंसिलिंग में शामिल हुए। बहरहाल, जिला परिषद् ही नहीं बल्कि नगर परिषद् क्षेत्र के स्कूलों में भी रिक्त पदों से कम अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग कराई है।
वरीयता सूची का है इंतजार : काउंसिलिंग कराने वाले अभ्यर्थियों को अब बेसब्री से वरीयता सूची के प्रकाशन का इंतजार है। अंतिम वरीयता सूची 18 जनवरी को जिला परिषद् के कार्यालय परिसर में प्रकाशित होगी वहीं, वेबसाइट पर भी अपलोड की जाएगी। इसके बाद सफल अभ्यर्थियों के बीच 28 जनवरी से नियोजन पत्र निर्गत किए जाएंगे। पूर्व में स्थगन के बाद दिसम्बर में फिर से पांचवें चरण का नियोजन संशोधित कार्यक्रम के अनुसार शुरू हुआ था। स्थगन से पहले मेधा सूची का अनुमोदन, मेधा सूची का प्रकाशन, मेधा सूची पर आपत्ति व आपत्तियों के निराकरण की गतिविधियां जिले में पूरी कर ली गई थीं। अब अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कर नियोजन इकाइयां अंतिम वरीयता सूची के प्रकाशन की तैयारी में जुटी हैं।
पांचवें चरण के शिक्षक नियोजन के तहत काउंसिलिंग पूरी कर अब अंतिम वरीयता सूची के प्रकाशन की तैयारी चल रही है। इसके बाद 28 जनवरी से सफल अभ्यर्थियों बीच नियोजन पत्र निर्गत किए जाएंगे।
संजय कुमार, डीपीओ, स्थापना
गोपालगंज। हिन्दुस्तान संवाददाता First Published:14-01-2017 05:26:01 PMLast Updated:14-01-2017 05:33:34 PM
हाल में हुई काउंसिलिंग के बाद आंकड़ों की जो तस्वीर सामने है उससे यह स्पष्ट हो गया है कि इस साल भी शिक्षकों की कमी से हाई व प्लस टू स्कूलों में पढ़ाई की व्यवस्था लचर ही रहेगी। प्लस टू स्कूलों में 624 शिक्षकों के पद खाली हैं लेकिन महज 149 अभ्यर्थियों ने ही काउंसिलिंग कराई है।
हाई व प्लस टू स्कूलों के छात्र-छात्राओं को पढ़ाई व परीक्षा की तैयारी इस साल भी सेल्फ स्टडी व कोचिंग सेंटर के सहारे ही करनी होगी। पांचवें चरण के नियोजन के बावजूद इस साल भी हाई व प्लस टू स्कूलों में गणित, अंग्रेजी, हिन्दी जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों की अधिकांश सीटें खाली रह जाएंगी।
गणित सहित कई विषयों में एक भी अभ्यर्थी नहीं : प्लस टू स्कूलों में गणित सहित कई विषयों में एक भी अभ्यर्थी ने काउंसिलिंग नहीं कराई है। वहीं उर्दू में महज एक, रसायन में एक, भूगोल में 2, एकाउंटेंसी में 7, राजनीति विज्ञान में 18, इतिहास में 87, जंतु विज्ञान में एक, गृहविज्ञान में छह, संस्कृत में 2, अर्थशास्त्र में 9, एनआरबी में 7, समाजशास्त्र में एक, हिन्दी में 7 अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग कराई है जबकि, गणित, मनोविज्ञान, अंग्रेजी व वनस्पति विज्ञान विषयों के शिक्षक पद पर नियोजन को एक भी अभ्यर्थी काउंसिलिंग को नहीं आया।
पद 69 पर काउंसिलिंग कराई 10 ने : हाई स्कूलों में भी प्लस टू स्कूलों की तरह शिक्षक नियोजन को विषयवार कम ही अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग कराई है। जिला पर्षद् क्षेत्र के हाई स्कूलों में हिन्दी विषय के शिक्षकों के 69 पद खाली हैं। लेकिन महज दस अभ्यर्थियों ने ही काउंसिलिंग कराई है। इसी तरह से अंग्रेजी के 72 पदों के विरुद्ध महज छह अभ्यर्थी ही काउंसिलिंग करा सके। वहीं, संस्कृत में 38 पद के विरुद्ध 7 अभ्यर्थी ही काउंसिलिंग में शामिल हुए। बहरहाल, जिला परिषद् ही नहीं बल्कि नगर परिषद् क्षेत्र के स्कूलों में भी रिक्त पदों से कम अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग कराई है।
वरीयता सूची का है इंतजार : काउंसिलिंग कराने वाले अभ्यर्थियों को अब बेसब्री से वरीयता सूची के प्रकाशन का इंतजार है। अंतिम वरीयता सूची 18 जनवरी को जिला परिषद् के कार्यालय परिसर में प्रकाशित होगी वहीं, वेबसाइट पर भी अपलोड की जाएगी। इसके बाद सफल अभ्यर्थियों के बीच 28 जनवरी से नियोजन पत्र निर्गत किए जाएंगे। पूर्व में स्थगन के बाद दिसम्बर में फिर से पांचवें चरण का नियोजन संशोधित कार्यक्रम के अनुसार शुरू हुआ था। स्थगन से पहले मेधा सूची का अनुमोदन, मेधा सूची का प्रकाशन, मेधा सूची पर आपत्ति व आपत्तियों के निराकरण की गतिविधियां जिले में पूरी कर ली गई थीं। अब अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कर नियोजन इकाइयां अंतिम वरीयता सूची के प्रकाशन की तैयारी में जुटी हैं।
पांचवें चरण के शिक्षक नियोजन के तहत काउंसिलिंग पूरी कर अब अंतिम वरीयता सूची के प्रकाशन की तैयारी चल रही है। इसके बाद 28 जनवरी से सफल अभ्यर्थियों बीच नियोजन पत्र निर्गत किए जाएंगे।
संजय कुमार, डीपीओ, स्थापना
सातवें वेतन की घोषणा पर जाहिर की खुशी
जमुई। बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ ने नियोजित शिक्षकों को सातवें
वेतन का लाभ देने की घोषणा पर खुशी जाहिर की है। संघ के जिला सचिव जवाहर
प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आभार प्रकट करते हुए
धन्यवाद दिया है।
कागज पर चल रहा मदरसा, निरीक्षण में हुआ खुलासा
सुपौल। प्रखंड क्षेत्र के सिसौनी पंचायत में एक ऐसे मदरसा का खुलासा हुआ है
जो कागज पर ही पूरी तरह संचालित है। परन्तु धरातल पर उक्त मदरसे के स्थान
पर एक व्यक्ति का निजी आवास है। मामले का खुलासा तब हुआ जब शिकायत मिलने के
बाद जिला कार्यक्रम पदाधिकारी शिवदयाल प्रसाद ने सिसौनी पंचायत स्थित
मदरसातुल बनात सिसौनी का निरीक्षण शनिवार को किया।
सातवें वेतनमान की मांग को लेकर शिक्षकों ने किया जमकर विरोध
सीवान। सातवें
वेतनमान की मांग को लेकर शिक्षकों ने एकजुट होकर शहर के गांधी मैदान से
समाहरणालय तक प्रदर्शन किया। इस दौरान शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री व सरकार
के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरने को संबोधित करते हुए प्रारंभिक शिक्षक संघ
के जिलाध्यक्ष मंगल कुमार साह, जिला महासचिव सुधीर शर्मा, जिला सचिव मो.
शाहिद आलम, राजीव रंजन तिवारी, जिला संयोजक मनोज कुमार यादव ने कहा कि
सरकार शिक्षकों के साथ छल करती आ रही है।
सातवें वेतनमान की मांग को लेकर शिक्षकों ने किया जमकर विरोध
सीवान। सातवें
वेतनमान की मांग को लेकर शिक्षकों ने एकजुट होकर शहर के गांधी मैदान से
समाहरणालय तक प्रदर्शन किया। इस दौरान शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री व सरकार
के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरने को संबोधित करते हुए प्रारंभिक शिक्षक संघ
के जिलाध्यक्ष मंगल कुमार साह, जिला महासचिव सुधीर शर्मा, जिला सचिव मो.
शाहिद आलम, राजीव रंजन तिवारी, जिला संयोजक मनोज कुमार यादव ने कहा कि
सरकार शिक्षकों के साथ छल करती आ रही है।
सरकार
समान कार्य के लिए समान वेतन एवं सातवां वेतन देने में आनाकानी कर रही है।
इससे शिक्षकों को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। सर्वोच्च न्यायालय
के आदेश का पालन सरकार ने शीघ्र नहीं किया तो इसका खमियाजा उसे भुगतना
पड़ेगा।
टीईटी
व एसटीईटी नियोजित शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रजनीश कुमार मिश्र ने कहा कि
समान काम के लिए समान वेतन नियोजित शिक्षकों का अधिकार है। शिक्षकों ने
मांग से संबंधित पत्र मुख्यमंत्री के नाम से जिलाधिकारी को सौंपा। इस अवसर
पर अंबिका प्रसाद, कुणाल सिंह राजीव कुमार सिंह, लालेश्वर पांडेय, विनोद
शर्मा, श्रीकांत सिंह, पुरुषोत्तम कुमार सिंह, सौरभ कुमार, राजीव सिंह,
रागिनी कुमारी, सुमन देवी, रेणुका कुमारी, प्रमोद कुमार, एजाज अंसारी, मनोज
कुमार यादव सहित कई
शिक्षक उपस्थित थे।
परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला महासचिव के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के नाम से विभिन्न मांगों से संबंधित पत्र
जिलाधिकारी को दिया गया। इसमें सातवें वेतन को भी देने की मांग शामिल थी।
मासिक मूल्यांकन की कॉपी की जांच करेंगे अधिकारी
प्रारंभिक विद्यालयों में होने वाली मासिक मूल्यांकन को प्रभावी
बनाने के लिए बिहार शिक्षा परियोजना परिषद (बाईपी) ने सभी जिलों को
दिशा-निर्देश जारी किया है। एक तरफ बीईपी ने विद्यालयों में मासिक
मूल्यांकन सुनिश्चित करने को कहा है, वहीं जिलों को यह भी कहा है कि
विद्यालयों के निरीक्षण करने के लिए गए अधिकारी निश्चित रूप से बच्चों के
मासिक मूल्यांकन की कॉपी की जांच करें।
मां, शिक्षक और रोल मॉडल लौटा सकते हैं नैतिक मूल्य
शुक्रवार को सुबह 4.15 बजे मैं ‘दूध वाला फ्लाइट’ पकड़ने के लिए घर से निकला। मैं इसे दूध वाला फ्लाइट कहता हूं, क्योंकि इसके लिए मुझे उसी समय घर से निकलना पड़ता है, जब दूध वाले दूध बांटने के लिए घर से निकलते हैं।
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