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25 हजार निजी स्कूल के संचालक व शिक्षक आर्थिक रूप से परेशान

गया. प्राईवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन की गया जिला इकाई ने मंगलवार को  लॉकडाउन और कोरोना वायरस महामारी के कारण प्राईवेट स्कूलों के सामने आई समस्याओं की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री से एक वर्ष की विशेष आर्थिक सहायता की मांग की है। जिलाध्यक्ष रामस्वरूप विद्यार्थी ने कहा कि पूरे प्रदेश में एसोसिएशन से जुड़े 25 हजार निजी विद्यालय के संचालक और शिक्षक एक लाख पत्र मुख्यमंत्री को भेजकर उन्हें प्राईवेट स्कूलों, कर्मचारियों और उनसे जुड़े लगभग दस लाख परिजनों के सामने उत्पन्न कठिनाइयों व परेशानियों से अवगत कराएंगे।

श्री विधार्थी ने कहा कि प्राईवेट स्कूलों को सुचारू रूप से चलाने के लिए शिक्षण शुल्क ही एकमात्र साधन है। मार्च महीने से लॉकडाउन के कारण और अभिभावकों की आर्थिक स्थिति भी खराब होने से सभी विद्यालयों में शिक्षण शुल्क का संग्रह नहीं हो पाया है। कहा कि इस कारण शैक्षणिक व गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों को वेतन दे पाना और सभी के लिए जीवनयापन करना अब असंभव हो गया है। बताया कि अब तक लाखों लोग बेरोजगार हो चुके हैं और अगर तुरंत आर्थिक सहायता नहीं मिलेगी तो आने वाले दिनों में बचे हुए लोग भी बेरोजगार हो जाएंगे।
सरकार परेशानियों का निरकारण करे:  इसलिए सरकार, स्कूल संचालक व शिक्षकों की परेशानियों का निराकरण करे। मौके पर सचिव विनोद मेहरवार समेत ज्योति प्रकाश सिन्हा, उदय कुमार भास्कर, वृजराज, प्रवीण रंजन, चन्दन कुमार सिंह, शैलेन्द्र कुमार, सुरेश प्रसाद, जय प्रकाश एवं सैकड़ों स्कूल संचालक उपस्थित हुए।

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