गोपालगंज : कुचायकोट में एनआइओएस से संचालित डीएलएड की चौथे सेमेस्टर के
सिद्धांत परीक्षा शुक्रवार को शुरू हुई। दो दिन तक चलने वाली इस परीक्षा के
लिए बनाए गए आठ केंद्रों पर दस हजार से अधिक शिक्षक शामिल हुए। पहले दिन
कोड 508 लर्निंग इन आर्ट, हेल्थ फिजिकल एंड वर्क एजुकेशन एलिमेंट्री लेवल
की
परीक्षा हुई। इस दौरान परीक्षा केंद्रों पर प्रशासन ने कदाचार मुक्त परीक्षा को संपन्न कराने को लेकर व्यापक इंतजाम किए गए थे। प्रवेश द्वार पर ही महिला और पुरुष दोनों परीक्षार्थियों की जांच करने के बाद उन्हें परीक्षा केंद्र के अंदर जाने दिया गया। परीक्षा में मोबाइल या किसी तरह इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ले जाने पर पूरी तरह प्रतिबंध था । कदाचार परीक्षा संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने 650 विक्षको की तैनाती विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर की थी । परीक्षा केंद्रों पर वरीय पदाधिकारी के साथ पुलिस बल की तैनाती की गई थी। इस दौरान बीच-बीच उड़नदस्ता की टीम परीक्षा की जांच करने के लिए परीक्षा केंद्र शहर के डीएवी स्कूल, वीएम इंटर कॉलेज, एसएस गर्ल्स प्लस टू स्कूल, एमएम उर्दू प्लस टू स्कूल, थावे के मुखीराम प्लस टू विद्यालय, हथुआ के डॉ. राजेंद्र प्रसाद प्लस टू विद्यालय, मीरगंज स्थित साहूजैन प्लस टू विद्यालय तथा इस्लामियां उर्दू एकेडमी में पहुंची। परीक्षा के दौरान कदाचार करते हुए कोई परीक्षार्थी नहीं पकड़े गए।
परीक्षा हुई। इस दौरान परीक्षा केंद्रों पर प्रशासन ने कदाचार मुक्त परीक्षा को संपन्न कराने को लेकर व्यापक इंतजाम किए गए थे। प्रवेश द्वार पर ही महिला और पुरुष दोनों परीक्षार्थियों की जांच करने के बाद उन्हें परीक्षा केंद्र के अंदर जाने दिया गया। परीक्षा में मोबाइल या किसी तरह इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ले जाने पर पूरी तरह प्रतिबंध था । कदाचार परीक्षा संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने 650 विक्षको की तैनाती विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर की थी । परीक्षा केंद्रों पर वरीय पदाधिकारी के साथ पुलिस बल की तैनाती की गई थी। इस दौरान बीच-बीच उड़नदस्ता की टीम परीक्षा की जांच करने के लिए परीक्षा केंद्र शहर के डीएवी स्कूल, वीएम इंटर कॉलेज, एसएस गर्ल्स प्लस टू स्कूल, एमएम उर्दू प्लस टू स्कूल, थावे के मुखीराम प्लस टू विद्यालय, हथुआ के डॉ. राजेंद्र प्रसाद प्लस टू विद्यालय, मीरगंज स्थित साहूजैन प्लस टू विद्यालय तथा इस्लामियां उर्दू एकेडमी में पहुंची। परीक्षा के दौरान कदाचार करते हुए कोई परीक्षार्थी नहीं पकड़े गए।