अररिया : शिक्षा विभाग के लाख प्रयास के
बावजूद सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही
है. डीपीओ स्थापना बालेश्वर प्रसाद यादव ने सोमवार को अररिया प्रखंड के
प्राथमिक विद्यालय खेरूगंज का निरीक्षण किया. जहां प्रधान शिक्षक मो गुलाम
हसन सहित अन्य दो शिक्षिका स्कूल से गायब थे. तीनों के वेतन पर डीपीओ
द्वारा रोक लगा दी गयी है.
साथ ही बिना कारण स्कूल से अनुपस्थित
रहने व स्कूल में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में कमी और विद्यालय परिसर
में फैली गंदगी पर स्पष्टीकरण पूछते हुए तीन दिनों के अंदर जवाब देने को
कहा है. डीपीओ के औचक निरीक्षण में शिक्षकों की कर्तव्यहीनता साफ नजर आयी.
निरीक्षण के दौरान स्कूली में नामांकित 250 बच्चों में केवल 10 बच्चे
मौजूद पाया गया.
इतना ही नहीं स्कूल में कार्यरत चार
शिक्षकों में केवल एक शिक्षक ही मौजूद थे. प्रधान शिक्षक सहित अन्य दो
शिक्षिका सुमित्रा महाजन व बीवी असमत बिना सूचना के विद्यालय से अनुपस्थित
थे. प्रधान शिक्षक के अनुपस्थित रहने के कारण विद्यालय के अन्य किसी भी
पंजी की जांच नहीं हो पायी.
डीपीओ स्थापना बालेश्वर प्रसाद यादव ने
बताया कि स्कूल में बिना सूचना के अनुपस्थित रहने, विद्यालय में फैली गंदगी
के साथ ही छात्र उपस्थिति अत्यंत कम पाये जाने के कारण प्रधानाध्यापक से
स्पष्टीकरण मांगा गया है. साथ ही वेतन पर रोक भी लगा दी गयी है. जवाब
संतोषजनक नहीं पाये जाने पर सख्त कार्रवाई की जायेगी.