बांका। अनुदानित माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक व कर्मियों ने शुक्रवार को
वेतनमान की मांग को लेकर शहर से लेकर समाहरणालय तक प्रदर्शन किया। दोपहर
बाद शिक्षकों ने माध्यमिक शिक्षक संघ भवन से शिक्षक नेता नागेश्वर साह की
अगुवाई में प्रदर्शन निकाला।
प्रदर्शन शिवाजी चौक, मुख्य बाजार होकर गांधी चौक पहुंचा। शिक्षकों ने यहां सरकार विरोधी नारेबाजी की। कहा कि बिहार सरकार शिक्षा का बंटाधार करने पर जुटी है। अनुदानित विद्यालय शिक्षक और संसाधनों के संकट से जूझ रहा है। सरकार ने पूर्व में ही वित्त रहित शिक्षा नीति समाप्त कर दी है। इसके शिक्षकों को अनुदान दिया जा रहा है लेकिन शिक्षक इसके बदले वेतनमान मांग रहे हैं। सरकार के स्तर से कई बार इस पर ठोस आश्वासन भी दिया गया। पर शिक्षक और ऐसे विद्यालय का कल्याण नहीं हुआ। बाद में शिक्षक का प्रदर्शन नारेबाजी करते हुए आजाद चौक, कहचरी, डीएम कोठी चौक होकर समाहरणालय पहुंच गया। शिक्षकों ने वहां प्रदर्शन करते हुए धरना भी दिया। जिलाध्यक्ष राजेंद्र यादव की अगुवाई में शिक्षकों ने आंदोलन से संबंधित मांगपत्र डीएम को सौंपा। जिसमें 30 जनवरी तक अनुदानित शिक्षकों को अनुदान के बदले वेतन नहीं देने पर आंदोलन को और तेज करने का निर्णय लेने की बात कही गई है। शिक्षकों ने कहा कि सरकार ने मदरसा, संस्कृत और अल्पसंख्यक विद्यालय के कर्मियों को वेतन दिया। पर माध्यमिक विद्यालयों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। प्रदर्शन में माध्यमिक शिक्षक संघ के नागेश्वर राय, जिलाध्यक्ष भुवनेश्वर पंडित, सचिव साकेत कुमार मिश्रा, रमण कुमार मिश्रा, जयप्रकाश पंडित, प्रफुल्ल ठाकुर, संजीत भगत, कृष्णानंद यादव, शिवेंद्र साह, अनिरूद्ध ¨सह, अशोक कुमार पंडित प्रमुख रुप से शामिल हुए। शिक्षकों ने चुनाव से पूर्व वेतन की घोषणा नहीं करने पर लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
प्रदर्शन शिवाजी चौक, मुख्य बाजार होकर गांधी चौक पहुंचा। शिक्षकों ने यहां सरकार विरोधी नारेबाजी की। कहा कि बिहार सरकार शिक्षा का बंटाधार करने पर जुटी है। अनुदानित विद्यालय शिक्षक और संसाधनों के संकट से जूझ रहा है। सरकार ने पूर्व में ही वित्त रहित शिक्षा नीति समाप्त कर दी है। इसके शिक्षकों को अनुदान दिया जा रहा है लेकिन शिक्षक इसके बदले वेतनमान मांग रहे हैं। सरकार के स्तर से कई बार इस पर ठोस आश्वासन भी दिया गया। पर शिक्षक और ऐसे विद्यालय का कल्याण नहीं हुआ। बाद में शिक्षक का प्रदर्शन नारेबाजी करते हुए आजाद चौक, कहचरी, डीएम कोठी चौक होकर समाहरणालय पहुंच गया। शिक्षकों ने वहां प्रदर्शन करते हुए धरना भी दिया। जिलाध्यक्ष राजेंद्र यादव की अगुवाई में शिक्षकों ने आंदोलन से संबंधित मांगपत्र डीएम को सौंपा। जिसमें 30 जनवरी तक अनुदानित शिक्षकों को अनुदान के बदले वेतन नहीं देने पर आंदोलन को और तेज करने का निर्णय लेने की बात कही गई है। शिक्षकों ने कहा कि सरकार ने मदरसा, संस्कृत और अल्पसंख्यक विद्यालय के कर्मियों को वेतन दिया। पर माध्यमिक विद्यालयों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। प्रदर्शन में माध्यमिक शिक्षक संघ के नागेश्वर राय, जिलाध्यक्ष भुवनेश्वर पंडित, सचिव साकेत कुमार मिश्रा, रमण कुमार मिश्रा, जयप्रकाश पंडित, प्रफुल्ल ठाकुर, संजीत भगत, कृष्णानंद यादव, शिवेंद्र साह, अनिरूद्ध ¨सह, अशोक कुमार पंडित प्रमुख रुप से शामिल हुए। शिक्षकों ने चुनाव से पूर्व वेतन की घोषणा नहीं करने पर लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।