मधुबनी। बिहार टीईटी, सीटीईटी उत्तीर्ण शिक्षक बहाली मोर्चा का एक दिवसीय
धरना जिलाध्यक्ष देवेन्द्र प्रसाद यादव के नेतृत्व में जिला समाहरणालय के
समक्ष किया गया।
श्री यादव ने बिहार सरकार की उदासीनता पर रोष प्रकट करते हुए कहा कि टीईटी उत्तीर्ण प्रशिक्षित एनसीटीई द्वारा निर्धारित सभी मापदंडों को पूरा करते हैं लेकिन सरकार नियुक्ति नहीं कर रही है। प्रारंभिक विद्यालयों में शिक्षकों के दो लाख पद खाली है जबकि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की संख्या पचास हजार भी नहीं है। मोर्चा के प्रदेश सह संयोजक सोनू कुमार सोनी ने कहा कि शिक्षक बहाली के मुददे् सरकार नियोजित शिक्षकों के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के फैसले की बात करती है जिससे टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में लटका हुआ है। उनकी उम्रसीमा एवं प्रमाण पत्र की बैधता समाप्त हो रही है। इसलिए सरकार अविलंब टीईटी, सीटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बहाली करे और शिक्षा के अधिकार अधिनियम को लागू करे। इस मौके पर राजीव कुमार चौधरी, बैजू प्रसाद यादव, शोभाकांत ¨सह, घनश्याम तिवारी, नीलम कुमारी, मनोज कुमार सहित सैकड़ों अन्य थे।
श्री यादव ने बिहार सरकार की उदासीनता पर रोष प्रकट करते हुए कहा कि टीईटी उत्तीर्ण प्रशिक्षित एनसीटीई द्वारा निर्धारित सभी मापदंडों को पूरा करते हैं लेकिन सरकार नियुक्ति नहीं कर रही है। प्रारंभिक विद्यालयों में शिक्षकों के दो लाख पद खाली है जबकि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की संख्या पचास हजार भी नहीं है। मोर्चा के प्रदेश सह संयोजक सोनू कुमार सोनी ने कहा कि शिक्षक बहाली के मुददे् सरकार नियोजित शिक्षकों के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के फैसले की बात करती है जिससे टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में लटका हुआ है। उनकी उम्रसीमा एवं प्रमाण पत्र की बैधता समाप्त हो रही है। इसलिए सरकार अविलंब टीईटी, सीटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बहाली करे और शिक्षा के अधिकार अधिनियम को लागू करे। इस मौके पर राजीव कुमार चौधरी, बैजू प्रसाद यादव, शोभाकांत ¨सह, घनश्याम तिवारी, नीलम कुमारी, मनोज कुमार सहित सैकड़ों अन्य थे।