हादुरपुर : बीइओ शंभू प्रसाद द्वारा उत्क्रमित मध्य विद्यालय कौआही
के 30 मई मंगलवार को औचक निरीक्षण में की गयी गलती उनके लिए सिरदर्द साबित
हो रही है. बीइओ ने निरीक्षण के क्रम में एक दिन आगे 31 मई की भी शिक्षकों
की उपस्थिति के खाली कॉलम को काट दिया था. इस मामले में शिक्षक दोषी है या
अधिकारी यह विभागीय अनुसंधान का विषय होगा. वैसे बीइओ को जब अपनी गलती का
अहसास हुआ तो सफाई देते फिर रहे हैं.
बीइओ श्री प्रसाद मंगलवार की सुबह 11 बजे विद्यालय का निरीक्षण
पहुंचे. तीन शिक्षकों की उपस्थिति पंजी में प्रस्थान का समय उन्होंने काट
दिया. वहीं 30 मई के साथ- साथ 31 मई की भी उपस्थिति एक दिन पूर्व ही काट
दी. यह मामला बुधवार की सुबह जब विद्यालय खुला तो सामने आया. उपस्थिति पंजी
देखकर प्रभावित शिक्षक विफर उठे. प्रभावित शिक्षक गोविंद झा, पुनीता देवी
एवं भारत कुमार ने प्रधानाध्यापक ब्रजकिशोर मंडल से इसकी शिकायत करते हुए
हो- हंगामा शुरू कर दिया. विद्यालय के प्रधान ने इसकी सूचना सीआरसीसी को
दी. सीआरसीसी ललित कुमार वहां पहुंचे तथा मामले को शांत कराते हुए इसकी
जानकारी ली. सीआरसीसी ने इसकी जानकारी बीइओ शंभू प्रसाद को दी.
शिक्षकों ने कहा, प्रताड़ित कर रहे बीइओ
प्रभावित शिक्षकों का कहना है कि बीइओ द्वारा लगातार उन लोगों को
प्रताड़ित कर भयादोहन किया जा रहा है. गोविंद झा ने बताया कि मंगलवार को
तबीयत खराब होने के कारण वे विद्यालय से पहले ही चले गए थे. इसकी जानकारी
प्रधानाध्यापक श्री मंडल को थी. शिक्षिका पुनिता देवी का कहना है कि वे
प्रधानाध्यापक को आवेदन देकर विद्यालय से गई थी. बीइओ निरीक्षण के दौरान
आवेदन लेकर चले गए. तीसरे शिक्षक भारत कुमार ने बताया कि वे विद्यालय में
उपस्थित थे और क्लास में बच्चों को पढ़ा रहे थे. बावजूद बीइओ ने उपस्थिति
काट दी. श्री मंडल ने बताया कि शिक्षकों का कहना सही है. बीइओ श्री प्रसाद
आए और सीधे उपस्थिति एवं डिपार्चर को काटते हुए चले गए.
शिक्षकों के समय से पूर्व स्कूल से निकल जाने के कारण उपस्थिति काटी गई है. मानवीय भूल से डिपार्चर पर कलम चल गई.
शंभू प्रसाद, बीइओ