अरवल। स्थानीय बीआरसी भवन में चंपारण सत्याग्रह के 100 वें वर्ष के
उपलक्ष्य में शिक्षा आग्रह 2017-18 की सफलता के लिए छह दिवसीय प्रशिक्षण का
उद्घाटन जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष एवं एसडीओ यशपाल मीना ने संयुक्त रूप से
किया।
प्रशिक्षण में शामिल बीआरसीसी एवं सीआरसीसी को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि गुणवतापूर्ण शिक्षा के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। प्रशिक्षण प्राप्त कर सभी लोग अपने-अपने कार्य क्षेत्र में पठन-पाठन की बेहतरी के लिए प्रयास करें। उन्होंने कहा कि पूर्व में कराए गए सर्वे से यह स्पष्ट हुआ था कि 50 फीसदी बच्चे काफी कमजोर हैं। ऐसे बच्चों को चिन्हित कर बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराएं। उन्होंने अपने कार्य क्षेत्र के शिक्षकों को भी गुणवतापूर्ण शिक्षा के लिए प्रशिक्षित करने पर बल दिया।
डीएम ने कहा कि बच्चों का विकास होगा तभी राष्ट्र का विकास संभव है। उन्होंने बच्चों को देश का भविष्य बताते हुए कहा कि सभी लोग मिलजुलकर उनकी नींव को मजबूत करें। उसके बाद ही उनका सर्वांगीण विकास होगा। डीपीओ ने कहा कि जो बीआरसीसी या सीआरसीसी प्रशिक्षण में शामिल नहीं हुए हैं उनका वेतन रोककर दूसरे को मौका दिया जाएगा। अनुपस्थित रहने वालों पर विभागीय कार्रवाई करने पर भी चर्चा हुई। इस मौके पर राज्य समन्वयक नैयर आलम, सुभाष कुमार, अखिलेश कुमार, मिथिलेश कुमार सहित कई लोग थे।
प्रशिक्षण में शामिल बीआरसीसी एवं सीआरसीसी को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि गुणवतापूर्ण शिक्षा के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। प्रशिक्षण प्राप्त कर सभी लोग अपने-अपने कार्य क्षेत्र में पठन-पाठन की बेहतरी के लिए प्रयास करें। उन्होंने कहा कि पूर्व में कराए गए सर्वे से यह स्पष्ट हुआ था कि 50 फीसदी बच्चे काफी कमजोर हैं। ऐसे बच्चों को चिन्हित कर बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराएं। उन्होंने अपने कार्य क्षेत्र के शिक्षकों को भी गुणवतापूर्ण शिक्षा के लिए प्रशिक्षित करने पर बल दिया।
डीएम ने कहा कि बच्चों का विकास होगा तभी राष्ट्र का विकास संभव है। उन्होंने बच्चों को देश का भविष्य बताते हुए कहा कि सभी लोग मिलजुलकर उनकी नींव को मजबूत करें। उसके बाद ही उनका सर्वांगीण विकास होगा। डीपीओ ने कहा कि जो बीआरसीसी या सीआरसीसी प्रशिक्षण में शामिल नहीं हुए हैं उनका वेतन रोककर दूसरे को मौका दिया जाएगा। अनुपस्थित रहने वालों पर विभागीय कार्रवाई करने पर भी चर्चा हुई। इस मौके पर राज्य समन्वयक नैयर आलम, सुभाष कुमार, अखिलेश कुमार, मिथिलेश कुमार सहित कई लोग थे।