शिवहर। जिला प्रशासन के लगातार निरीक्षण के बाद भी स्कूलों में शिक्षकों
की ससमय उपस्थिती नहीं हो पा रही है। इसका उदाहरण गुरुवार को मिला जब
जिलाधिकारी राजकुमार ने स्कूलों का औचक निरीक्षण किया तो बीस शिक्षक बगैर
किसी सूचना के अनुपस्थित पाए गए हैं।
डीएम ने सभी शिक्षकों का एक दिन का वेतन काट दिया गया है। वही डीईओ को सेवा पुस्त में इसका उल्लेख करने का आदेश दिया है। डीएम ने बताया कि निरीक्षण के दौरान शिवहर के कुशहर, सुन्दरपूर तरियानी के फतहपुर मिडिल स्कूल सहित अन्य स्कूलों के औचक निरीक्षण के दौरान बीस शिक्षक अनुपस्थित पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि संबंधित स्कूल के एच.एम से भी स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है।
- बदल गया जमाना, गुरूजी बजाते हैं गाना
सरकार स्कूलों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए पानी की तरह पैसा बहा रही है। बाबजूद बच्चों में तो गुणवत्ता नहीं दिखाई दे रहा है। लेकिन, कुछ गुरूजी के गुणवत्ता में सुधार हुआ है। इसका जीता जागता उदाहरण डीएम व शिवहर बीडीओ के द्वारा किए गए औचक निरीक्षण में मिला। जब डीएम स्कूल में पहुंचे तो शिक्षक पढाने के बदले मोबाइल पर गाना बजा रहा थे। जिस पर डीएम ने उन्हें सख्त हिदायत दी। जबकि बीडीओ के निरीक्षण में तो कुछ और ही नजारा देखने को मिला। जिसका जिक्र उनके द्वारा डीएम को भेजे गए प्रतिवेदन में किया गया है। जिसमें गुरूजी मुह में गुटखा चबा रहे थे और कान में एयर फोन लगा कर पुरी मस्ती से गाने का लुत्फ उठा रहे थे। जबकि बच्चें खेलने में जुटे थे। जिलाधिकारी ने साफ कर दिया है कि स्कूलों में सुधार करने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
डीएम ने सभी शिक्षकों का एक दिन का वेतन काट दिया गया है। वही डीईओ को सेवा पुस्त में इसका उल्लेख करने का आदेश दिया है। डीएम ने बताया कि निरीक्षण के दौरान शिवहर के कुशहर, सुन्दरपूर तरियानी के फतहपुर मिडिल स्कूल सहित अन्य स्कूलों के औचक निरीक्षण के दौरान बीस शिक्षक अनुपस्थित पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि संबंधित स्कूल के एच.एम से भी स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है।
- बदल गया जमाना, गुरूजी बजाते हैं गाना
सरकार स्कूलों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए पानी की तरह पैसा बहा रही है। बाबजूद बच्चों में तो गुणवत्ता नहीं दिखाई दे रहा है। लेकिन, कुछ गुरूजी के गुणवत्ता में सुधार हुआ है। इसका जीता जागता उदाहरण डीएम व शिवहर बीडीओ के द्वारा किए गए औचक निरीक्षण में मिला। जब डीएम स्कूल में पहुंचे तो शिक्षक पढाने के बदले मोबाइल पर गाना बजा रहा थे। जिस पर डीएम ने उन्हें सख्त हिदायत दी। जबकि बीडीओ के निरीक्षण में तो कुछ और ही नजारा देखने को मिला। जिसका जिक्र उनके द्वारा डीएम को भेजे गए प्रतिवेदन में किया गया है। जिसमें गुरूजी मुह में गुटखा चबा रहे थे और कान में एयर फोन लगा कर पुरी मस्ती से गाने का लुत्फ उठा रहे थे। जबकि बच्चें खेलने में जुटे थे। जिलाधिकारी ने साफ कर दिया है कि स्कूलों में सुधार करने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।