एक जैसे काम के लिए समान वेतन की मांग कर रहे वित्त रहित शिक्षकों के मोतिहारी में जूता पॉलिस करने का मामला सामने आया है.
इंटर परीक्षा के मुल्याकंन कार्य को ठप कराकर वितरहित शिक्षक कर्मी पिछले 18 दिनों से हडताल पर हैं. मोतिहारी नगर के जिला स्कूल और मंगल सेमिनरी में मुल्याकंन कार्य को ठप कर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं.
शिक्षकों का कहना है कि वे बच्चों को शिक्षा देने के साथ साथ परीक्षा का मुल्याकंन करते हैं. जिसके बदले उन्हें सरकार से साल में एक बार अनुदान की राशि मिलती है. वहीं, नियमित शिक्षकों को लाखों रुपये का वेतन और सुविधाएं मिलती हैं.
समान काम के लिए सरकार दो तरह का व्यवहार कर रही है. प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि सरकार उन्हें अपना अंग नहीं मान रही है. जिससे वे भूखमरी के कगार पर हैं और सरकार की नीतियों के कारण जूता पॉलिस करने को विवश हैं.
इंटर परीक्षा के मुल्याकंन कार्य को ठप कराकर वितरहित शिक्षक कर्मी पिछले 18 दिनों से हडताल पर हैं. मोतिहारी नगर के जिला स्कूल और मंगल सेमिनरी में मुल्याकंन कार्य को ठप कर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं.
शिक्षकों का कहना है कि वे बच्चों को शिक्षा देने के साथ साथ परीक्षा का मुल्याकंन करते हैं. जिसके बदले उन्हें सरकार से साल में एक बार अनुदान की राशि मिलती है. वहीं, नियमित शिक्षकों को लाखों रुपये का वेतन और सुविधाएं मिलती हैं.
समान काम के लिए सरकार दो तरह का व्यवहार कर रही है. प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि सरकार उन्हें अपना अंग नहीं मान रही है. जिससे वे भूखमरी के कगार पर हैं और सरकार की नीतियों के कारण जूता पॉलिस करने को विवश हैं.