पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से मैट्रिक की कॉपियों की
जांच के लिए 102 मूल्यांकन केंद्रों पर मंगलवार से 4600 शिक्षकों द्वारा
कॉपियों की जांच की जायेगी. बिहार प्रदेश माध्यमिक शिक्षक-शिक्षकेत्तर
कर्मचारी महासंघ की ओर से मैट्रिक की काॅपियों की जांच करने का निर्णय लिया
गया है. इसमें पूरे बिहार से 4600 शिक्षक कॉपियों की जांच करेंगे. संघ के
प्रांतीय संयोजक राजकिशोर प्रसाद साधु ने बताया कि बच्चों के भविष्य को
देखते हुए शिक्षक मैट्रिक की उत्तरपुस्तिकाओं की जांच करने का निर्णय लिया
गया है. ऐसे में सरकार से शिक्षकों की सुरक्षा की भी मांग की गयी है. यदि
शिक्षकों के साथ उत्तरपुस्तिकाओं की जांच के दौरान किसी प्रकार की घटना
होती है, तो उसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी.
समिति की ओर से अब भी अपील जारी : मैट्रिक की कॉपियाें की जांच के लिए
समिति की ओर से शिक्षक संघों से अपील जारी है. क्योंकि, मूल्यांकन कार्य
के लिए 42 हजार शिक्षकों की जरूरत है. जबकि, बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ केे
50 हजार शिक्षक इंटर और मैट्रिक के मूल्यांकन कार्य में असहयोग कर रहे
हैं. संघ के महासचिव शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि जब तक सरकार शिक्षकाें
को समान कार्य के लिए समान वेतन आदि मांगें पूरा नहीं करेगी, तब तक शिक्षक
मूल्यांकन कार्य से खुद को अलग रखेंगे. नियोजित शिक्षकों ने भी मूल्यांकन
कार्य का बहिष्कार कर रखा है. ऐसे में समिति के लिए इंटर और मैट्रिक की
काॅपियों की जांच समय से पूरा कराना चिंता का विषय बना हुआ है.
तीन दिनों में नहीं हुई कॉपी जांच : एक अप्रैल से कॉपियों की जांच
प्रक्रिया शुरू की गयी है. पर, शिक्षक हड़ताल के कारण सभी केंद्राें पर
शिक्षक नहीं पहुंच सकें. कुछ केंद्रों पर शिक्षक पहुंचे भी, तो उन्हें
केंद्र से ही भगा दिया गया. तीन दिनों बाद भी कॉपियों की जांच शुरू नहीं
हो पायी.
ऐसे में अब बिहार प्रदेश माध्यमिक शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ
की ओर से करीब 4600 शिक्षकों ने कॉपी जांच करने के लिए अपनी सहमति जता दी
है.