मधेपुरा। बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ की बैठक सोमवार को महासंघ
कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू की अध्यक्षता में आयोजित
की गई। बैठक में जिले के सभी प्रखंड संघीय पदाधिकारी ने हिस्सा लिया। बैठक
में सर्वसम्मति से प्रस्तावित हड़ताल का पुरजोर समर्थन करते हुए आगामी 17
अप्रैल से सूबे के सभी 74 हजार विद्यालयों में पूर्ण तालाबंदी का संकल्प
लिया गया।
इस दौरान 17 अप्रैल को सभी जिला मुख्यालय में शिक्षक सत्याग्रह, 18 अप्रैल को सभी प्रखंडों में मशाल जुलूस एवं 19 अप्रैल से राज्य के सभी विद्यालयों में समान काम का समान वेतनमान लागू होने तक पूर्ण रूपेण तालाबंदी का निर्णय लिया गया। बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के न्यायादेश के आलोक में समान काम का समान वेतन सूबे के सभी शिक्षकों एवं पुस्तकाध्यक्षों का अधिकार है जिसे लागू करने में सरकार टाल-मटोल कर रही है। राज्य की शिक्षा व्यवस्था रसातल में जा रही है बावजूद सरकार कुंभकर्णी ¨नद में सोई हुई है। मौके पर महासचिव राकेश कुमार, जनवार करीम, शंभू यादव, नरेश शास्त्री, विपीन प्रसाद, धनंजय ¨सह, निरंजन कुमार, नवनीत कुमार मिश्र, शिशिर कुमार पाडेय, नीलम शर्मा, चंद्रशेखर चंदू सहित जिले एवं प्रखंड के सभी अध्यक्ष, सचिव सहित अन्य प्रतिनिध मौजूद थे।
इस दौरान 17 अप्रैल को सभी जिला मुख्यालय में शिक्षक सत्याग्रह, 18 अप्रैल को सभी प्रखंडों में मशाल जुलूस एवं 19 अप्रैल से राज्य के सभी विद्यालयों में समान काम का समान वेतनमान लागू होने तक पूर्ण रूपेण तालाबंदी का निर्णय लिया गया। बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के न्यायादेश के आलोक में समान काम का समान वेतन सूबे के सभी शिक्षकों एवं पुस्तकाध्यक्षों का अधिकार है जिसे लागू करने में सरकार टाल-मटोल कर रही है। राज्य की शिक्षा व्यवस्था रसातल में जा रही है बावजूद सरकार कुंभकर्णी ¨नद में सोई हुई है। मौके पर महासचिव राकेश कुमार, जनवार करीम, शंभू यादव, नरेश शास्त्री, विपीन प्रसाद, धनंजय ¨सह, निरंजन कुमार, नवनीत कुमार मिश्र, शिशिर कुमार पाडेय, नीलम शर्मा, चंद्रशेखर चंदू सहित जिले एवं प्रखंड के सभी अध्यक्ष, सचिव सहित अन्य प्रतिनिध मौजूद थे।