जहानाबाद। अपनी मांगों को लेकर 20 दिनों से आंदोलन कर रहे वित्तरहित
शिक्षकों का धरना सोमवार को भी जारी रहा। संयुक्त मोर्चा शिक्षक महासंघ के
बैनर तले बड़ी संख्या में वित्तरहित शिक्षकों ने स्थानीय सत्येंद्र नारायण
सिन्हा महाविद्यालय स्थिल मूल्यांकन केंद्र के समीप प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन किए जाने के कारण इंटरमीडिएट कला का मूल्यांकन पूरी तरह ठप है। शिक्षकों ने कहा कि वे लोग समान काम के लिए समान वेतन दिए जाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। इसके कारण इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच नहीं हो रही है लेकिन सरकार अपने हठ पर कायम है। जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी वे लोग आंदोलन करते रहेंगे। प्रदर्शन में शामिल संयोजक मो. अली सलीम,प्रो. सत्येंद्र पांडेय, गुप्तेश्वर उपाध्याय,सतीश कुमार रंजन,राकेश कुमार, टी फाकरी, अजय कुमार, जितेंद्र प्रसाद, प्रो अरविंद कुमार, बसंत कुमार, मसूद आलम आदि लोगों ने कहा कि सरकार वित रहित महाविद्यालयों को शीघ्र अंगीभूत करें। उनलोगों ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा वित्तरहित शिक्षण संस्थानों को जो अनुदान राशि दी जाती थी उसे भी बंद कर दिया गया है।
प्रदर्शन किए जाने के कारण इंटरमीडिएट कला का मूल्यांकन पूरी तरह ठप है। शिक्षकों ने कहा कि वे लोग समान काम के लिए समान वेतन दिए जाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। इसके कारण इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच नहीं हो रही है लेकिन सरकार अपने हठ पर कायम है। जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी वे लोग आंदोलन करते रहेंगे। प्रदर्शन में शामिल संयोजक मो. अली सलीम,प्रो. सत्येंद्र पांडेय, गुप्तेश्वर उपाध्याय,सतीश कुमार रंजन,राकेश कुमार, टी फाकरी, अजय कुमार, जितेंद्र प्रसाद, प्रो अरविंद कुमार, बसंत कुमार, मसूद आलम आदि लोगों ने कहा कि सरकार वित रहित महाविद्यालयों को शीघ्र अंगीभूत करें। उनलोगों ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा वित्तरहित शिक्षण संस्थानों को जो अनुदान राशि दी जाती थी उसे भी बंद कर दिया गया है।