मध्यविद्यालयों में शिक्षक नियुक्ति के लिए काॅमर्स के साथ बीएड करनेवाले
छात्रों को भी टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) 2017 में शामिल होने का मौका
मिलेगा। इस संबंध में शुक्रवार को प्राथमिक शिक्षा निदेशक विनोद कुमार
सिंह ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के परीक्षा नियंत्रक को निर्देश भेजा
है।
बीएसईबी को निर्देश दिया गया है कि मध्य विद्यालय के लिए स्नातक सामाजिक विज्ञान के शिक्षकों के नियोजन के लिए शैक्षणिक योग्यता इतिहास, भूगोल, राजनीति शास्त्र, दर्शनशास्त्र, कामर्स, अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र में स्नातक स्तर में किसी दो विषय में उत्तीर्ण होना चाहिए। सामाजिक विज्ञान के लिए इतिहास या भूगोल की अनिवार्यता को को 9 जुलाई 2012 में शिथिल किया गया था। इस प्रकार वाणिज्य (कामर्स) स्नातक के आधार पर मध्य विद्यालय (वर्ग 6 से 8) में सामाजिक विज्ञान विषय के लिए स्नातक शिक्षक के पद पर नियोजन के लिए पात्रता दी गई थी। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की अधिसूचना 2 अगस्त 2011 के अनुसार मध्य विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता स्नातक है। काॅमर्स के छात्रों को टीईटी में शामिल नहीं किए जाने के मामले पर छात्र हंगामा कर रहे थे।
विद्यार्थियोंने किया प्रदर्शन
पटना|आइसाके साथ 17 बीएड कॉलेज के विद्यार्थियों ने प्रदर्शन किया। इनकी मांग थी कि बीएड के सत्र 2016-18 के विद्यार्थियों को भी टीईटी में फॉर्म भरने का अवसर दिया जाए। विद्यार्थियों ने मार्च किया। जेपी गोलंबर पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। बाद में प्रतिनिधिमंडल की शिक्षा विभाग के निदेशक से वार्ता हुई। आइसा के राज्य सचिव शिव प्रकाश ने कहा कि 2016-2018 के छात्रों को टीईटी में शामिल नहीं होने देना गलत है। इसके खिलाफ 24 अप्रैल को रेल रोको, रास्ता रोको कार्यक्रम होगा। उधर, कॉमर्स स्नातकों को टीईटी में शामिल कराने की मांग को लेकर एबीवीपी ने बीएन कॉलेज से करगिल चौक तक मार्च निकाला और शिक्षामंत्री का पुतला फूंका। इसमें सुजीत पांडेय, हिमांशु शाण्डिल्य, आलोक तिवारी आदि शामिल रहे।
बीएसईबी को निर्देश दिया गया है कि मध्य विद्यालय के लिए स्नातक सामाजिक विज्ञान के शिक्षकों के नियोजन के लिए शैक्षणिक योग्यता इतिहास, भूगोल, राजनीति शास्त्र, दर्शनशास्त्र, कामर्स, अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र में स्नातक स्तर में किसी दो विषय में उत्तीर्ण होना चाहिए। सामाजिक विज्ञान के लिए इतिहास या भूगोल की अनिवार्यता को को 9 जुलाई 2012 में शिथिल किया गया था। इस प्रकार वाणिज्य (कामर्स) स्नातक के आधार पर मध्य विद्यालय (वर्ग 6 से 8) में सामाजिक विज्ञान विषय के लिए स्नातक शिक्षक के पद पर नियोजन के लिए पात्रता दी गई थी। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की अधिसूचना 2 अगस्त 2011 के अनुसार मध्य विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता स्नातक है। काॅमर्स के छात्रों को टीईटी में शामिल नहीं किए जाने के मामले पर छात्र हंगामा कर रहे थे।
विद्यार्थियोंने किया प्रदर्शन
पटना|आइसाके साथ 17 बीएड कॉलेज के विद्यार्थियों ने प्रदर्शन किया। इनकी मांग थी कि बीएड के सत्र 2016-18 के विद्यार्थियों को भी टीईटी में फॉर्म भरने का अवसर दिया जाए। विद्यार्थियों ने मार्च किया। जेपी गोलंबर पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। बाद में प्रतिनिधिमंडल की शिक्षा विभाग के निदेशक से वार्ता हुई। आइसा के राज्य सचिव शिव प्रकाश ने कहा कि 2016-2018 के छात्रों को टीईटी में शामिल नहीं होने देना गलत है। इसके खिलाफ 24 अप्रैल को रेल रोको, रास्ता रोको कार्यक्रम होगा। उधर, कॉमर्स स्नातकों को टीईटी में शामिल कराने की मांग को लेकर एबीवीपी ने बीएन कॉलेज से करगिल चौक तक मार्च निकाला और शिक्षामंत्री का पुतला फूंका। इसमें सुजीत पांडेय, हिमांशु शाण्डिल्य, आलोक तिवारी आदि शामिल रहे।