अररिया। नरपतगंज
क्षेत्र में बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के आहवान पर नियोजित
शिक्षकों की हड़ताल के चौथे दिन स्कूलों में सन्नाटा पसरा हुआ है। हड़ताल से
क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था ठप होने से बच्चों का पठन पाठन पूरी ठप है।
आंदोलन को लेकर शिक्षक संघ के सदस्य शनिवार को क्षेत्र के सोनापुर, अंचरा, बढ़ेपारा आदि पंचायतों में जाकर विद्यालय में तालाबंदी की। सभी शिक्षक एकजुट होकर दिन भर विद्यालयों में घूम-घूम कर तालाबंदी की। सभी का कहना था कि समान काम के बदले समान वेतन की मांग को लेकर की गई है। जब तक हमारी मांगे सरकार नहीं मांग लेती है तब तक हड़ताल जारी रहेगा। शिक्षक अपने हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे। प्रारंभिक शिक्षक संघ के नरपतगंज प्रखंड अध्यक्ष अर्चना कुमारी के नेतृत्व में दर्जनों की संख्या में शिक्षक एकजुट होकर नरपतगंज बीआरसी भवन प्रांगण में बैठक करते हुए शिक्षकों को एकजुट होकर आंदोलन को सफल बनाने का आहवान किया। किसी भी कीमत पर मांगे पूरी नहीं होने तक विद्यालयों को नहीं खुलने दिया जाएगा और आंदोलन जारी रहेगा। बैठक में शिक्षक संघ की अध्यक्ष अर्चना कुमारी , कोषाध्यक्ष श्यामानंद ¨सह, सचिव सुनील कुमार यादव, राजेश रोशन, मनोज, ललन, मुकूंद मणि, अमरेन्द्र कुमार, संतोषी कुमारी, वीणा कुमारी, गीता कुमारी, सरिता कुमारी समेत सैकड़ों की संख्या में शिक्षक मौजूद थे।
आंदोलन को लेकर शिक्षक संघ के सदस्य शनिवार को क्षेत्र के सोनापुर, अंचरा, बढ़ेपारा आदि पंचायतों में जाकर विद्यालय में तालाबंदी की। सभी शिक्षक एकजुट होकर दिन भर विद्यालयों में घूम-घूम कर तालाबंदी की। सभी का कहना था कि समान काम के बदले समान वेतन की मांग को लेकर की गई है। जब तक हमारी मांगे सरकार नहीं मांग लेती है तब तक हड़ताल जारी रहेगा। शिक्षक अपने हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे। प्रारंभिक शिक्षक संघ के नरपतगंज प्रखंड अध्यक्ष अर्चना कुमारी के नेतृत्व में दर्जनों की संख्या में शिक्षक एकजुट होकर नरपतगंज बीआरसी भवन प्रांगण में बैठक करते हुए शिक्षकों को एकजुट होकर आंदोलन को सफल बनाने का आहवान किया। किसी भी कीमत पर मांगे पूरी नहीं होने तक विद्यालयों को नहीं खुलने दिया जाएगा और आंदोलन जारी रहेगा। बैठक में शिक्षक संघ की अध्यक्ष अर्चना कुमारी , कोषाध्यक्ष श्यामानंद ¨सह, सचिव सुनील कुमार यादव, राजेश रोशन, मनोज, ललन, मुकूंद मणि, अमरेन्द्र कुमार, संतोषी कुमारी, वीणा कुमारी, गीता कुमारी, सरिता कुमारी समेत सैकड़ों की संख्या में शिक्षक मौजूद थे।