लखनऊ: एयर इंडिया की फ्लाइट में बिज़नेस क्लास की सुविधा न होने पर एयर इंडिया के अधिकारियो को चप्पल से मारने वाले सांसद ,जो पेशे से शिक्षक है,ने पूरे शिक्षक समाज को शर्मसार कर दिया है। ऐसे शिक्षक आज के बच्चों को क्या शिक्षा देना चाहते है ?
शिवसेना सांसद रविन्द्र गायकवाड़ पुणे से दिल्ली के लिए रवाना हुये थे।गायकवाड़ के पास बिज़नेस क्लास का टिकट था। एयर इंडिया की जिस फ्लाइट में वे साफर कर रहे थे उसमे बिज़नेस क्लास नहीं था अतः उन्होंने इकॉनामी क्लास में साफर करना पड़ा। यात्रा पूरी कर जब वे दिल्ली पहुँच गये तो उन्होंने विरोध स्वरूप फ्लाइट पर ही धरना दे दिया और क्रुज़ सेवको के अनुरोध को भी नहीं माना और फ्लाइट से नीचे नहीं उतरे।
फ्लाइट को दिल्ली से गोवा के लिए जाना था और उसमें हो रहे 40 मिनट के विलम्ब को देखते हुये एयरपोर्ट से एयर इण्डिया के अधिकारियों को बुलाना पड़ा। 60 वर्षीय एक अधिकारी ने जब उनसे विनती की तो सांसद आग बबूला हो बैठे और अपशब्दो का प्रयोग करने लगे।अधिकारी द्वारा यह कहने पर कि वे इसकी शिकायत मोदी से करेगे रविन्द्र गायकवाड़ अपनी चप्पल उतार कर अधिकारी को मारने लगे। अधिकारी को बचाने जब क्रूज कर्मी पहुचे तो सांसद ने उन्हें भी चप्पलो से पीटा। काफी मशक्कत जे बाद रविन्द्र गायकवाड़ को फ्लाइट से उतारा जा सका।
बताया जाता है कि प्रधान मंत्री मोदी का नाम लेते ही गायकवाड़ ऐसे आग बबूला हो गये जैसे मोदी से उनकी कोई पुरानी रंजिश रही हो। पत्रकारों को दिए अपने बयान में गायकवाड़ ने मोदी का नाम लेने पर चप्पल(सैंडिल) से मारने की बात स्वीकारी है। ससद की मर्यादा को भी ध्यान में न रखते हुए गायकवाड़ ने 25 बार चप्पल से मारने की पुष्टि स्वम मीडिया के सामने स्वीकार की है।
सांसद रविन्द्र गायकवाड़ ने पूर्व शिवसेना प्रमुख बाबा साहेब ठाकरे के नाम को भी कलंकित करने में भी कोई कसर नही छोड़ी। गायकवाड़ ने यहाँ तक कह दिया की बाबा साहेब ठाकरे ने उसे शिक्षा दी थी की दस बार समझाने के बाद भी कोई ना माने तो कान के नीचे मारना।बाबा साहेब ठाकरे की ऐसी किसी शिक्षा का उल्लेख शिवसेना जैसी संस्कारी पार्टी में कही देखने को नहीं मिलता है। शिवसेना ने गायकवाड़ के इस कृत्य से पल्ला झाड़ते हुये हिंसक कार्यवाहियों से शिवसेना को अलग बताया है।
उस्मानाबाद से सांसद रविन्द्र गायकवाड़ के विरुद्ध इंदिरागांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन में प्रथम सुचना रिपोर्ट दर्ज कराई जा चुकी है जिसपर पुलिस सांसद के विरुद्ध कार्यवाही पर सलाह लेने की बात कर रही है।वैसे एयर इंडिया ने रविन्द्र गायकवाड़ को ब्लैक लिस्ट कर दिया है जिससे वे अब एयर इंडिया फ्लाइट्स का लुफ्त नहीं उठा सकेंगे।
सांसद ने अपने कृत्य पर गर्व करते हुऐ अभी तक किसी प्रकार की माफ़ी नहीं मांगी है। संसद की बैठाको मे पर्याप्त रूचि न रखने वाले रविन्द्र गायकवाड़ रमजान में मुसलमानों को जबरन रोटी खिलाने के आरोप में पहले भी चर्चा में रह चुके है।
ऐसी मानसिकता रखने वाले सांसद के विरुद्ध संसद को स्वम कोई कड़ा कदम उठाना चाहिये। यदि ऐसा नहीं होता है तो एक और जहाँ संसद की छवि धूमिल होगी वही दूसरी और ऐसा कृत्य करने वालो का मनोबल बढेगा।
शिवसेना सांसद रविन्द्र गायकवाड़ पुणे से दिल्ली के लिए रवाना हुये थे।गायकवाड़ के पास बिज़नेस क्लास का टिकट था। एयर इंडिया की जिस फ्लाइट में वे साफर कर रहे थे उसमे बिज़नेस क्लास नहीं था अतः उन्होंने इकॉनामी क्लास में साफर करना पड़ा। यात्रा पूरी कर जब वे दिल्ली पहुँच गये तो उन्होंने विरोध स्वरूप फ्लाइट पर ही धरना दे दिया और क्रुज़ सेवको के अनुरोध को भी नहीं माना और फ्लाइट से नीचे नहीं उतरे।
फ्लाइट को दिल्ली से गोवा के लिए जाना था और उसमें हो रहे 40 मिनट के विलम्ब को देखते हुये एयरपोर्ट से एयर इण्डिया के अधिकारियों को बुलाना पड़ा। 60 वर्षीय एक अधिकारी ने जब उनसे विनती की तो सांसद आग बबूला हो बैठे और अपशब्दो का प्रयोग करने लगे।अधिकारी द्वारा यह कहने पर कि वे इसकी शिकायत मोदी से करेगे रविन्द्र गायकवाड़ अपनी चप्पल उतार कर अधिकारी को मारने लगे। अधिकारी को बचाने जब क्रूज कर्मी पहुचे तो सांसद ने उन्हें भी चप्पलो से पीटा। काफी मशक्कत जे बाद रविन्द्र गायकवाड़ को फ्लाइट से उतारा जा सका।
बताया जाता है कि प्रधान मंत्री मोदी का नाम लेते ही गायकवाड़ ऐसे आग बबूला हो गये जैसे मोदी से उनकी कोई पुरानी रंजिश रही हो। पत्रकारों को दिए अपने बयान में गायकवाड़ ने मोदी का नाम लेने पर चप्पल(सैंडिल) से मारने की बात स्वीकारी है। ससद की मर्यादा को भी ध्यान में न रखते हुए गायकवाड़ ने 25 बार चप्पल से मारने की पुष्टि स्वम मीडिया के सामने स्वीकार की है।
सांसद रविन्द्र गायकवाड़ ने पूर्व शिवसेना प्रमुख बाबा साहेब ठाकरे के नाम को भी कलंकित करने में भी कोई कसर नही छोड़ी। गायकवाड़ ने यहाँ तक कह दिया की बाबा साहेब ठाकरे ने उसे शिक्षा दी थी की दस बार समझाने के बाद भी कोई ना माने तो कान के नीचे मारना।बाबा साहेब ठाकरे की ऐसी किसी शिक्षा का उल्लेख शिवसेना जैसी संस्कारी पार्टी में कही देखने को नहीं मिलता है। शिवसेना ने गायकवाड़ के इस कृत्य से पल्ला झाड़ते हुये हिंसक कार्यवाहियों से शिवसेना को अलग बताया है।
उस्मानाबाद से सांसद रविन्द्र गायकवाड़ के विरुद्ध इंदिरागांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन में प्रथम सुचना रिपोर्ट दर्ज कराई जा चुकी है जिसपर पुलिस सांसद के विरुद्ध कार्यवाही पर सलाह लेने की बात कर रही है।वैसे एयर इंडिया ने रविन्द्र गायकवाड़ को ब्लैक लिस्ट कर दिया है जिससे वे अब एयर इंडिया फ्लाइट्स का लुफ्त नहीं उठा सकेंगे।
सांसद ने अपने कृत्य पर गर्व करते हुऐ अभी तक किसी प्रकार की माफ़ी नहीं मांगी है। संसद की बैठाको मे पर्याप्त रूचि न रखने वाले रविन्द्र गायकवाड़ रमजान में मुसलमानों को जबरन रोटी खिलाने के आरोप में पहले भी चर्चा में रह चुके है।
ऐसी मानसिकता रखने वाले सांसद के विरुद्ध संसद को स्वम कोई कड़ा कदम उठाना चाहिये। यदि ऐसा नहीं होता है तो एक और जहाँ संसद की छवि धूमिल होगी वही दूसरी और ऐसा कृत्य करने वालो का मनोबल बढेगा।