शेखपुरा। शनिवार को शेखपुरा जिला परिषद की बैठक आयोजित की गई। बैठक की
अध्यक्षता जिप अध्यक्ष निर्मला कुमारी ने की। बैठक में उपाध्यक्ष रंजीत
कुमार उर्फ बुद्धन भाई के साथ जिप के निर्वाचित तथा पदेन सदस्यों ने भी
हिस्सा लिया।
इसके अलावा कार्यपालक पदाधिकारी के रूप में डीडीसी तथा अन्य विभागों के अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए। बैठक में जिप उपाध्यक्ष बुद्धन भाई ने खुद की उपेक्षा का आरोप लगाया तथा जिला परिषद की संचिका उपाध्यक्ष के टेबल पर भी भेजने की मांग की। उपाध्यक्ष ने बताया कि बैठक में शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति का भी मामला उठा तथा प्रतिनियुक्ति का खेल खत्म करने का निर्देश डीईओ को दिया गया। बैठक में जिला परिषद की खाली जमीन की पहचान करके उसके व्यावसायिक इस्तेमाल करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए ऐसे जमीन की बंदोबस्ती करने का भी निर्णय लिया गया। बैठक में जिला परिषद के सदस्यों ने अपनी-अपनी बात भी उठाई। बैठक में जिला परिषद की अध्यक्ष निर्मला कुमारी ने आशा कार्यकर्ता की बहाली प्रक्रिया की जानकारी डीडीसी से मांगी। इसी तरह कई सदस्यों ने शिक्षक बहाली की प्रक्रिया की जानकारी मांगी। जिला परिषद की बैठक में जिला के कोई विधायक, विधान पार्षद या सांसद शामिल नहीं हो सके। इधर जनसंपर्क पदाधिकारी ने बताया कि जिला परिषद की बैठक में जिला के विभिन्न पंचायत समितियों से आई मनरेगा की योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई। बैठक में बताया गया कि मनरेगा में छूटी हुई योजनाओं के चयन के लिए इसी महीने 17 ए 18 तथा 19 को ग्राम सभा आयोजित की जाएगी।
इसके अलावा कार्यपालक पदाधिकारी के रूप में डीडीसी तथा अन्य विभागों के अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए। बैठक में जिप उपाध्यक्ष बुद्धन भाई ने खुद की उपेक्षा का आरोप लगाया तथा जिला परिषद की संचिका उपाध्यक्ष के टेबल पर भी भेजने की मांग की। उपाध्यक्ष ने बताया कि बैठक में शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति का भी मामला उठा तथा प्रतिनियुक्ति का खेल खत्म करने का निर्देश डीईओ को दिया गया। बैठक में जिला परिषद की खाली जमीन की पहचान करके उसके व्यावसायिक इस्तेमाल करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए ऐसे जमीन की बंदोबस्ती करने का भी निर्णय लिया गया। बैठक में जिला परिषद के सदस्यों ने अपनी-अपनी बात भी उठाई। बैठक में जिला परिषद की अध्यक्ष निर्मला कुमारी ने आशा कार्यकर्ता की बहाली प्रक्रिया की जानकारी डीडीसी से मांगी। इसी तरह कई सदस्यों ने शिक्षक बहाली की प्रक्रिया की जानकारी मांगी। जिला परिषद की बैठक में जिला के कोई विधायक, विधान पार्षद या सांसद शामिल नहीं हो सके। इधर जनसंपर्क पदाधिकारी ने बताया कि जिला परिषद की बैठक में जिला के विभिन्न पंचायत समितियों से आई मनरेगा की योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई। बैठक में बताया गया कि मनरेगा में छूटी हुई योजनाओं के चयन के लिए इसी महीने 17 ए 18 तथा 19 को ग्राम सभा आयोजित की जाएगी।