पटना। हिन्दुस्तान ब्यूरो केन्द्र सरकार से सर्वशिक्षा अभियान (एसएसए) के तहत दूसरी किस्त नहीं मिलने से राज्य के प्रारंभिक शिक्षकों का वेतन एक बार फिर रुकेगा। अक्टूबर के बाद की वेतन राशि जिलों में नहीं भेजी जा सकी है। इससे साफ है कि नवंबर और दिसंबर के वेतन के लिए शिक्षकों को अभी और इंतजार करना होगा।
इसको लेकर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद (बीईपी) ने भारत सरकार से जल्द ही दूसरी किस्त जारी करने को कहा है। दो महीने के वेतन के लिए बीईपी को 900 करोड़ रुपए की जरूरत है। गौरतलब हो कि इससे पूर्व पहली किस्त के रूप में जुलाई, 2016 में 2106 करोड़ केन्द्र ने बीईपी को दिए थे। इसके पहले 600 करोड़ रुपए एडहॉक के रूप में मिला था। अर्थात अभी तक 2706 करोड़ रुपए केंद्र से इस मद में बिहार को दिए गए हैं।
ढाई लाख शिक्षकों को वेतन एसएसए से
राज्य के ढाई लाख से अधिक प्रारंभिक शिक्षकों को वेतन एसएसए के तहत मिलता है। इसमें 60 फीसदी हिस्सा केन्द्र और 40 फीसदी राज्य सरकार का रहता है। नियमानुसार केन्द्र सरकार जब राशि भेजती है, तो फिर राज्य सरकार अपने हिस्से की राशि उसमें जोड़ती है। एसएसए के अलावा 70 हजार से अधिक प्रारंभिक शिक्षक हैं, जिनके वेतन का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाती है। इस तरह राज्य में करीब 3.20 लाख नियोजित प्रारंभिक शिक्षक हैं।
वित्तीय वर्ष 2016-17 में एसएसए का हाल
9665 करोड़ है स्वीकृत
5799 करोड़ केंद्र को देना है
3866 करोड़ राज्य को देना है
2706 करोड़ केंद्र ने दिए
1804 करोड़ राज्य ने दिए
इसको लेकर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद (बीईपी) ने भारत सरकार से जल्द ही दूसरी किस्त जारी करने को कहा है। दो महीने के वेतन के लिए बीईपी को 900 करोड़ रुपए की जरूरत है। गौरतलब हो कि इससे पूर्व पहली किस्त के रूप में जुलाई, 2016 में 2106 करोड़ केन्द्र ने बीईपी को दिए थे। इसके पहले 600 करोड़ रुपए एडहॉक के रूप में मिला था। अर्थात अभी तक 2706 करोड़ रुपए केंद्र से इस मद में बिहार को दिए गए हैं।
ढाई लाख शिक्षकों को वेतन एसएसए से
राज्य के ढाई लाख से अधिक प्रारंभिक शिक्षकों को वेतन एसएसए के तहत मिलता है। इसमें 60 फीसदी हिस्सा केन्द्र और 40 फीसदी राज्य सरकार का रहता है। नियमानुसार केन्द्र सरकार जब राशि भेजती है, तो फिर राज्य सरकार अपने हिस्से की राशि उसमें जोड़ती है। एसएसए के अलावा 70 हजार से अधिक प्रारंभिक शिक्षक हैं, जिनके वेतन का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाती है। इस तरह राज्य में करीब 3.20 लाख नियोजित प्रारंभिक शिक्षक हैं।
वित्तीय वर्ष 2016-17 में एसएसए का हाल
9665 करोड़ है स्वीकृत
5799 करोड़ केंद्र को देना है
3866 करोड़ राज्य को देना है
2706 करोड़ केंद्र ने दिए
1804 करोड़ राज्य ने दिए