पूर्णिया। जिले के 112 शिक्षक दक्षता परीक्षा में तीसरी बार फेल हो गए
हैं। उन सब का नियोजन रद किया जाएगा। शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर
दी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया है कि तीसरी बार दक्षता परीक्षा में
अनुत्तीर्ण शिक्षक को चयन मुक्त किए जाने का निर्देश सरकार ने दिया है।
बिना टीइटी पास नियोजित शिक्षकों का सरकार ने दक्षता परीक्षा लेने का निर्णय लिया था। इसके लिए शिक्षकों को तीन बार मौका दिया गया। पहली दक्षता परीक्षा 2009, दूसरी 2010, तीसरी 2012 एवं अंतिम 2016 में ली गई। अंतिम शिक्षक दक्षता परीक्षा में जिले के 288 शिक्षक फेल हो गए हैं। इसमें से 112 शिक्षक वैसे हैं जो तीसरी दक्षता परीक्षा में फेल घोषित हुए हैं। तीसरी दक्षता परीक्षा में फेल शिक्षकों को अब अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा। पूर्णिया जिले में 1140 शिक्षकों ने इस बार दक्षता की परीक्षा दी थी। इसमें 430 शिक्षकों ने तीसरी बार दक्षता की परीक्षा दी थी जिसमें 112 फेल हो गए। ज्ञात हो कि पहली दक्षता परीक्षा में 300 शिक्षक एवं 410 शिक्षकों ने दूसरी दक्षता की परीक्षा दी। दक्षता की परीक्षा देने वाले सभी शिक्षक प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में पदस्थापित थे एवं वे पंचायत एवं प्रखंड शिक्षक के रूप में नियोजित थे।
तीसरी दक्षता परीक्षा में जो शिक्षक फेल हुए हैं उसमें बायसी के 20 शिक्षक, धमदाहा के 13 शिक्षक, अमौर के 7 वैसा 10, बनमनखी 12 कसबा 8, जलालगढ़ 5, श्रीनगर 7 भवानीपुर 8 बीकोठी 7 एवं केनगर प्रखंड के 5 शिक्षक शामिल हैं। शिक्षा विभाग के नियमानुसार पंचायत एवं प्रखंड शिक्षक के रूप में चयनित शिक्षकों को दक्षता परीक्षा में एक बार में पास करना अनिवार्य है। दक्षता परीक्षा पास करने के बाद ही शिक्षकों वेतन बढ़ोतरी सहित अन्य सुविधाओं का लाभ दिया जाता है। दक्षता परीक्षा पास करने के लिए शिक्षक को तीन मौके दिए जाते हैं और तीसरी दक्षता परीक्षा फेल होने के बाद शिक्षक की सेवा समाप्त मानी जाती है। पूर्णिया की दक्षता परीक्षा के जारी परिणाम में 97 शिक्षकों के परिणाम अभी लंबित है। फिलहाल दक्षता परीक्षा में अनुत्तीर्ण 112 शिक्षकों का नियोजन रद होना तय माना जा रहा है।
कोट के लिये
शिक्षक दक्षता परीक्षा का परिणाम आ गया है। इसमें तीसरी दक्षता परीक्षा में फेल हुए शिक्षकों की सूची तैयार कर ली गई है। इसमें फेल हुए 112 शिक्षकों को हटाने की दिशा में काम शुरू किया जाएगा।
मो. मंसूर आलम, जिला शिक्षा पदाधिकारी।
बिना टीइटी पास नियोजित शिक्षकों का सरकार ने दक्षता परीक्षा लेने का निर्णय लिया था। इसके लिए शिक्षकों को तीन बार मौका दिया गया। पहली दक्षता परीक्षा 2009, दूसरी 2010, तीसरी 2012 एवं अंतिम 2016 में ली गई। अंतिम शिक्षक दक्षता परीक्षा में जिले के 288 शिक्षक फेल हो गए हैं। इसमें से 112 शिक्षक वैसे हैं जो तीसरी दक्षता परीक्षा में फेल घोषित हुए हैं। तीसरी दक्षता परीक्षा में फेल शिक्षकों को अब अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा। पूर्णिया जिले में 1140 शिक्षकों ने इस बार दक्षता की परीक्षा दी थी। इसमें 430 शिक्षकों ने तीसरी बार दक्षता की परीक्षा दी थी जिसमें 112 फेल हो गए। ज्ञात हो कि पहली दक्षता परीक्षा में 300 शिक्षक एवं 410 शिक्षकों ने दूसरी दक्षता की परीक्षा दी। दक्षता की परीक्षा देने वाले सभी शिक्षक प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में पदस्थापित थे एवं वे पंचायत एवं प्रखंड शिक्षक के रूप में नियोजित थे।
तीसरी दक्षता परीक्षा में जो शिक्षक फेल हुए हैं उसमें बायसी के 20 शिक्षक, धमदाहा के 13 शिक्षक, अमौर के 7 वैसा 10, बनमनखी 12 कसबा 8, जलालगढ़ 5, श्रीनगर 7 भवानीपुर 8 बीकोठी 7 एवं केनगर प्रखंड के 5 शिक्षक शामिल हैं। शिक्षा विभाग के नियमानुसार पंचायत एवं प्रखंड शिक्षक के रूप में चयनित शिक्षकों को दक्षता परीक्षा में एक बार में पास करना अनिवार्य है। दक्षता परीक्षा पास करने के बाद ही शिक्षकों वेतन बढ़ोतरी सहित अन्य सुविधाओं का लाभ दिया जाता है। दक्षता परीक्षा पास करने के लिए शिक्षक को तीन मौके दिए जाते हैं और तीसरी दक्षता परीक्षा फेल होने के बाद शिक्षक की सेवा समाप्त मानी जाती है। पूर्णिया की दक्षता परीक्षा के जारी परिणाम में 97 शिक्षकों के परिणाम अभी लंबित है। फिलहाल दक्षता परीक्षा में अनुत्तीर्ण 112 शिक्षकों का नियोजन रद होना तय माना जा रहा है।
कोट के लिये
शिक्षक दक्षता परीक्षा का परिणाम आ गया है। इसमें तीसरी दक्षता परीक्षा में फेल हुए शिक्षकों की सूची तैयार कर ली गई है। इसमें फेल हुए 112 शिक्षकों को हटाने की दिशा में काम शुरू किया जाएगा।
मो. मंसूर आलम, जिला शिक्षा पदाधिकारी।