मुजफ्फरपुर।
जिले में टीईटी शिक्षकों की बहाली में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा उजागर
हुआ है। जिसमें फर्जी टीईटी प्रमाण-पत्र पर बहाल हुए कुल 335 ऐसे फर्जी
शिक्षकों को शिक्षा विभाग की शुरूआती जांच में पकड़ा गया है। दरअसल ये
आंकड़े जिले के 16 प्रखंडों के नौ प्रखंडों के है।
बताया
जा रहा है कि शेष 7 प्रखंडों की जांच रिपोर्ट अब तक नहीं आई है। फर्जी
शिक्षकों का सबसे अधिक मामला जिले के मीनापुर और बंदरा प्रखंड में मिले
हैं। मीनापुर 145 और बंदरा में 61 फर्जी शिक्षक बहाली के मामले पकड़ में आए
हैं। फर्जी शिक्षकों को बहाल करने वाली नियोजन इकाई ने अबतक 196 लोगों के
खिलाफ संबंधित थानों में मामला दर्ज कर बर्खास्त किया जा चुका है।
अब पकड़ में आये सभी फर्जी शिक्षकों से प्राथमिकी दर्ज करने के बाद साल 2015 के बाद वेतन मद में सरकार से उठाई गई राशि को वसूलने का काम शिक्षा विभाग शुरू करेगा। डीईओ जियाउल होदा खां ने सभी बीईओ को दो दिनों के भीतर फर्जी टीईटी नहीं होने का शपथ-पत्र कार्यालय में जमा करने का आदेश दिया है।
अब पकड़ में आये सभी फर्जी शिक्षकों से प्राथमिकी दर्ज करने के बाद साल 2015 के बाद वेतन मद में सरकार से उठाई गई राशि को वसूलने का काम शिक्षा विभाग शुरू करेगा। डीईओ जियाउल होदा खां ने सभी बीईओ को दो दिनों के भीतर फर्जी टीईटी नहीं होने का शपथ-पत्र कार्यालय में जमा करने का आदेश दिया है।