नवादा। सिरदला के पूर्व प्रमुख उर्मिला देवी व प्रेमन चौधरी ने रजौली एसडीओ
शम्भु शरण पाण्डेय को प्रखण्ड शिक्षक नियोजन 08 से जुड़े सभी कागजात को
सौंप दिया है। एसडीओ को जो दस्तावेज सौंपा गया है उसमें मूल आवेदन पंजी,
कॉउंसि¨लग पंजी, मेधा सूची आदि शामिल है।
इस दस्तावेज के सार्वजनिक होने के बाद फर्जी तरीके से प्रखंड शिक्षकों का नियोजन होने की कलई खुल गई है। संबंधित शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। बताया जाता है कि 08 में आवेदन बीआरपी जीतेन्द्र ¨सह, प्रभु चौधरी और सदानन्द प्रसाद, बीईओ मो. इरशाद की देखरेख में लिया गया था। लेकिन जब नियोजन हुआ तो तब के सारे कागजात को बदल दिया गया। इस दौरान पूर्व के बीआरपी के लेखनी से मिलान करने व क्रम संख्या को देखे जाने पर नियोजन में हुए फर्जीवाड़ा की पोल खुलनी तय है। विभागीय दबाव में कुछ कागजातों में सुधार कर लेखनी को मिलान करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी गयी है। लेकिन हर तथ्य की जांच बारीकी से किये जाने व आवेदन के प्राप्ति रसीद के साथ घूम रहे अभ्यर्थी से विशेष जानकारी लिए जाने के बाद नियोजन रद्द होने से कोई नहीं रोक पायेगा। जिस तरह डीएम मनोज कुमार ने सिरदला प्रखण्ड शिक्षक नियोजन 08 में फर्जीवाड़ा को गंभीरता से लिया है उससे इस धंधे में लिप्त सभी अधिकारी, बिचौलिया, दलाल और माफिया बहुत जल्द ही प्रशासन के चंगुल में आना तय हो गया है। सिरदला के शिक्षक नियोजन में वैसे अभ्यर्थी को चयन पत्र दिया गया जो 08 में इंटर उत्तीर्ण भी नहीं हुआ और न ही उसकी उम्र 18 वर्ष थी। जो जांच के बाद सा़फ हो जायगा। इधर उप प्रमुख उर्मिला देवी ने बताया कि नियोजन संचिका की जांच में शामिल अधिकारी को सिरदला प्रखण्ड नियोजन से जुड़े सभी कागजात उपलब्ध करा दिया गया है। यदि जांच सही तरीके से किया गया तो नियोजन रद्द होना तय है।
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