बिहार बोर्ड ने केंद्राधीक्षक व शिक्षकों को भेजी चिट्ठी
पटना : इंटर की उत्तर पुस्तिका में ही केवल अंकों की गड़बड़ी नहीं की
गयी है, बल्कि मैट्रिक में भी भारी गड़बड़ी हुई है. इसका खुलासा बिहार
बोर्ड में मैट्रिक स्क्रूटनी के दौरान हुआ है. इसमें ऐसी 745 उत्तर
पुस्तिकाएं पकड़ में आयी हैं, जिसमें दिये गये अंक मार्क्स फाइल में दिये
गये अंक से अलग हैं.
जब इनकी स्क्रूटनी की गयी, तो कुछ और ही अंक आये हैं. ऐसी तमाम उत्तर
पुस्तिका को समिति ने अलग किया है. इनकी जांच करने वाले शिक्षकों और
केंद्राधीक्षकों को पकड़ने के लिए समिति ने मूल्यांकन केंद्र को चिट्ठी
भेजी गयी है. 15 सितंबर को उपसचिव के नाम से मूल्यांकन केंद्र को चिट्ठी
भेजी गयी है. चिट्ठी में मूल्यांकन केंद्र से शिक्षकों और केंद्राधीक्षकों
की सूची मांगी गयी है, जो जांच में शामिल थे.
समिति सूत्रों की मानें, तो
मूल्यांकन केंद्र को 745 छात्रों का
रोल कोड के साथ रोल नंबर भी भेजा गया है. इससे मूल्यांकन केंद्र से
शिक्षकों को आसानी से पकड़ा जा सकेगा. मालूम हो कि शिक्षक उत्तर पुस्तिका
रोल नंबर के अनुसार ही जांचते हैं. जिन शिक्षकों ने इन रोल नंबर की उत्तर
पुस्तिका की जांच की होगी, उन शिक्षकों और संबंधित केंद्राधीक्षक को पहले
समिति की ओर से शो कॉज नोटिस दिया जायेगा. इसके बाद शिक्षकों पर कार्रवाई
की जायेगी. समिति की मानें, तो ऐसे शिक्षकों को तुरंत निलंबित किया जायेगा.
इसके बाद उनको ब्लैक लिस्टेड किया जायेगा.
100 के ऊपर शिक्षक हो चुके हैं ब्लैक लिस्टेड
गलत मूल्यांकन करने के कारण समिति पिछले कई सालों में 100 से अधिक
शिक्षकों को ब्लैक लिस्टेड कर जा चुका है. इन पर आरोप है कि इन्होंने उत्तर
पुस्तिका की जांच सही से नहीं की. अंकों की गड़बड़ी में शामिल थे. इनको
समिति ने काली सूची में डाल दिया था और इन्हें मूल्यांकन में शामिल नहीं
किया जाता है. लेकिन 2015 और 2016 के मैट्रिक और इंटर के मूल्यांकन में
पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद ने ब्लैक लिस्टेड शिक्षकों को भी शामिल
किया था.
स्क्रूटनी में आये 745 उत्तर पुस्तिकाओं का रिजल्ट अभी रोक दिया गया
है. जांच के बाद ही इन छात्रों को रिजल्ट मिल पायेगा. इन उत्तर पुस्तिकाओं
को कदाचार समिति के पास समीक्षा के लिए रखा गया है. समिति इनकी समीक्षा कर
रही है. ज्ञात हो कि इन उत्तर पुस्तिका में स्क्रूटनी के दौरान काफी अंक
दिये गये हैं. लेकिन पहले इनमें काफी कम अंक थे.
पहले शो कॉज नोटिस
उत्तर पुस्तिका में अंकों की गड़बड़ी पायी गयी है. ऐसे शिक्षकों और
केंद्राधीक्षकाें की सूची मूल्यांकन केंद्र से मांगी गयी है. छात्रों के
भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले ऐसे शिक्षकों पर एफआइआर की जायेगी.
शिक्षकों को कार्रवाई निश्चित है, लेकिन इससे पहले उन्हें शो कॉज नोटिस
देंगे.
आनंद किशोर, अध्यक्ष, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति
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