बिहार में इंटरमीडिएट के टॉपर्स फर्जीवाड़े में नाम सामने आने के
बाद वैशाली के विशुन राय कॉलेज को सील कर दिया गया है. मामले की जांच के
लिए बनी एसआईटी (विशेष जांच टीम) छापेमारी में जुटी है.
इस बीच एसआईटी ने कॉलेज के प्रिंसिपल बच्चा राय के घर और कॉलेज में छापेमारी की. इस दौरान बच्चा राय के घर से कॉलेज से जुड़े कई दस्तावेजों को ज़ब्त किया गया. वहीं आरोपी बच्चा राय खुद न तो घर पर मिले और न ही कॉलेज में.
आर्ट्स
टॉपर रूबी राय और साइंस टॉपर सौरभ श्रेष्ठ इसी कॉलेज के छात्र थे. दोबारा
परीक्षा में जहां रूबी राय शामिल ही नहीं हुई, वहीं सौरभ फेल हो गया था.
जिसके बाद कॉलेज के प्रिंसिपल बच्चा राय कठघरे में हैं.
वहीं बच्चा राय की बेटी शालिनी राय के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ है, लेकिन अब तक उसका भी कोई पता नहीं चल रहा है. दरअसल टॉपर्स का विवाद सामने आने के दस दिन के बाद खुलासा हुआ कि साइंस में फर्स्ट टॉपर शालिनी है, सौरभ श्रेष्ठ नहीं.
दरअसल बोर्ड के टॉपर्स की लिस्ट में शालिनी का नाम नहीं है, लेकिन शिक्षा विभाग की ओर से पटना कोतवाली में जो एफआईआर दर्ज कराई गई है, उसमें टॉपर के नाम की जगह पर शालिनी राय का नाम दर्ज है.
सौरभ
श्रेष्ठ का नाम साइंस के सेकंड टॉपर के तौर पर दर्ज है. वहीं राहुल का
नाम फोर्थ टॉपर के रूप में लिखा है. विशुन राय कॉलेज के प्रिंसिपल अमित
सिंह उर्फ बच्चा की बेटी शालिनी राय ने इंटमीडिएट साइंस की परीक्षा में
टॉप किया था.
नाम सामने आने पर हंगामा खड़ा होने से बचाने के लिए उसके नाम को छुपा दिया गया. शालिनी राय को 2014 में मैट्रिक की परीक्षा में भी टॉप किया था. उस वक्त भी रिजल्ट पर सवाल उठे थे.
बिहार में इंटरमीडिएट के टॉपर्स का विवाद एक बड़ा मुद्दा बन चुका है. एक निजी चैनल की रिपोर्ट में दिखाया गया था कि टॉपर करने वाले कुछ स्टूडेंट्स से जब विषय से जुड़े आसान सवाल पूछे गए, तो वो उसका भी जवाब नहीं दे सके.
इस मामले में सवाल उठने के बाद बिहार स्कूल एक्जामिनेशन बोर्ड के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह और सचिव हरिहर नाथ झा ने इस्तीफा दे दिया था. लालकेश्वर प्रसाद सिंह पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है.
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इस बीच एसआईटी ने कॉलेज के प्रिंसिपल बच्चा राय के घर और कॉलेज में छापेमारी की. इस दौरान बच्चा राय के घर से कॉलेज से जुड़े कई दस्तावेजों को ज़ब्त किया गया. वहीं आरोपी बच्चा राय खुद न तो घर पर मिले और न ही कॉलेज में.
बच्चा राय के घर पर छापा
वहीं बच्चा राय की बेटी शालिनी राय के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ है, लेकिन अब तक उसका भी कोई पता नहीं चल रहा है. दरअसल टॉपर्स का विवाद सामने आने के दस दिन के बाद खुलासा हुआ कि साइंस में फर्स्ट टॉपर शालिनी है, सौरभ श्रेष्ठ नहीं.
दरअसल बोर्ड के टॉपर्स की लिस्ट में शालिनी का नाम नहीं है, लेकिन शिक्षा विभाग की ओर से पटना कोतवाली में जो एफआईआर दर्ज कराई गई है, उसमें टॉपर के नाम की जगह पर शालिनी राय का नाम दर्ज है.
शालिनी राय भी फरार
नाम सामने आने पर हंगामा खड़ा होने से बचाने के लिए उसके नाम को छुपा दिया गया. शालिनी राय को 2014 में मैट्रिक की परीक्षा में भी टॉप किया था. उस वक्त भी रिजल्ट पर सवाल उठे थे.
बिहार में इंटरमीडिएट के टॉपर्स का विवाद एक बड़ा मुद्दा बन चुका है. एक निजी चैनल की रिपोर्ट में दिखाया गया था कि टॉपर करने वाले कुछ स्टूडेंट्स से जब विषय से जुड़े आसान सवाल पूछे गए, तो वो उसका भी जवाब नहीं दे सके.
इस मामले में सवाल उठने के बाद बिहार स्कूल एक्जामिनेशन बोर्ड के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह और सचिव हरिहर नाथ झा ने इस्तीफा दे दिया था. लालकेश्वर प्रसाद सिंह पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है.
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