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तीन बीईओ पर केस के बाद भी जमा नहीं हो रहा सर्टिफिकेट

 आरा। हिन्दुस्तान प्रतिनिधि

भोजपुर में तीन प्रखंडों के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और कई पंचायत सचिवों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के बाद भी शिक्षक नियोजन से संबंधित फोल्डर जमा नहीं किया जा रहा है। फर्जी तरीके से बहाल शिक्षकों के

शैक्षणिक और प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों को निगरानी को नहीं सौंपा जा सका है। पंचायती राज विभाग और नगर निकायों की नियोजन इकाइयों के माध्यम से वर्ष 2006 से 2014 तक के बीच नियुक्त शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच निगरानी को करनी है। वैसे शिक्षकों की सूची जिले की एनआईसी की वेबसाइट पर अपलोड करनी है। इसके लिए 17 मई तक का समय निर्धारित किया गया था। इसके बावजूद भोजपुर से फोल्डर जिला एनआईसी के पोर्टल पर अपलोड नहीं किया गया। अब शिक्षा विभाग ने एक बार फिर 31 मई तक का समय बढ़ा दिया है। अब देखना यह है कि इस निर्धारित तिथि को भी शिक्षकों का सर्टिफिकेट अपलोड हो पाता है या नहीं।

शाहपुर के 20 पंचायत सचिवों पर एफआईआर

भोजपुर में अवैध सर्टिफिकेट पर नियुक्ति होने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई को ले उदवंतनगर, सहार और गड़हनी बीईओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। इसके अलावा शाहपुर के 20, सहार के छह, गड़हनी के चार, उदवंतनगर के आठ, तरारी के दो पंचायत सचिवों के अलावा आरा औऱ बड़हरा के कुछ पंचायत सचिवों पर भी एफआईआर हुई थी।

4202 शिक्षकों का सर्टिफिकेट अपलोड नहीं

भोजपुर के लगभग 9700 शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच निगरानी को करनी थी। इनमें से लगभग 6100 शिक्षकों का सर्टिफिकेट विभिन्न प्रखंडों से जिला मुख्यालय में जमा हुआ था। कार्रवाई तेज होने के बाद कुछ शिक्षकों ने इस्तीफा दिया था। इसके बाद 4202 शिक्षकों का सर्टिफिकेट अपलोड करना है।

सर्टिफिकेट अपलोड करने की तैयारी नहीं

भोजपुर में सर्टिफिकेट अपलोड करने की तैयारी नहीं है। शिक्षा विभाग का स्थानीय कार्यालय बंद रहने से भी अपलोड करने की प्रक्रिया बाधित है। डीईओ कौशल किशोर ने बताया कि 24 के बाद अपलोड करने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी। साइबर कैफे बंद रहने से अपलोड नहीं हो पा रहा है। विभाग से समय बढ़ाने का अनुरोध किया जायेगा।

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