सीतामढ़ी : सुर्खियों में रहे जिला परिषद माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक
शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया आखिरकार गुरुवार को पूरी कर ली गई।
प्रभारी डीडीसी सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी राशीद आलम को मिले अधिकार के बाद जिला परिषद माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया पूर्ण कराने की चुनौती मिली। निर्देश के आलोक में सुबह से ही जिला परिषद कार्यालय में डीडीसी नियोजन की प्रक्रिया पूर्ण कराने को लेकर मशक्कत करते रहे। मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी आलम ने बताया कि 23 मार्च 2017 को हुई काउंस¨लग के आधार पर 66 चयनित अभ्यर्थियों का नियोजन पत्र निर्गत किया गया है। जिसमें माध्यमिक के 54 एवं उच्च माध्यमिक के 12 शिक्षक अभ्यर्थियों को नियोजन पत्र निर्गत किया गया। मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि जिन अभ्यर्थी के नाम से नियोजन पत्र निर्गत किया गया है और वे अनुपस्थित पाए गए हैं, वैसे अभ्यर्थियों को तीन दिनों की मोहलत दी गई है। अगर तीन दिनों के भीतर अपना नियोजन पत्र प्राप्त नहीं करते हैं तो समझा जाएगा किया उन्हें नियोजन पत्र स्वीकार नहीं है अथवा अन्य जगह कार्य कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में निर्गत नियोजन पत्र को रद करते हुए पद रिक्त रखा जाएगा। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी के अलावा डीईओ दिनेश्वर यादव, डीपीओ जयशंकर ठाकुर ने संयुक्त रूप से उपस्थित चयनित अभ्यर्थियों को सहमति के आधार पर संबंधित स्कूल में योगदान के लिए नियोजन पत्र दिया। साथ ही अपने पूरे मनोयोग से शिक्षण कार्य करने का सुझाव दिया।
प्रभारी डीडीसी सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी राशीद आलम को मिले अधिकार के बाद जिला परिषद माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया पूर्ण कराने की चुनौती मिली। निर्देश के आलोक में सुबह से ही जिला परिषद कार्यालय में डीडीसी नियोजन की प्रक्रिया पूर्ण कराने को लेकर मशक्कत करते रहे। मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी आलम ने बताया कि 23 मार्च 2017 को हुई काउंस¨लग के आधार पर 66 चयनित अभ्यर्थियों का नियोजन पत्र निर्गत किया गया है। जिसमें माध्यमिक के 54 एवं उच्च माध्यमिक के 12 शिक्षक अभ्यर्थियों को नियोजन पत्र निर्गत किया गया। मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि जिन अभ्यर्थी के नाम से नियोजन पत्र निर्गत किया गया है और वे अनुपस्थित पाए गए हैं, वैसे अभ्यर्थियों को तीन दिनों की मोहलत दी गई है। अगर तीन दिनों के भीतर अपना नियोजन पत्र प्राप्त नहीं करते हैं तो समझा जाएगा किया उन्हें नियोजन पत्र स्वीकार नहीं है अथवा अन्य जगह कार्य कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में निर्गत नियोजन पत्र को रद करते हुए पद रिक्त रखा जाएगा। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी के अलावा डीईओ दिनेश्वर यादव, डीपीओ जयशंकर ठाकुर ने संयुक्त रूप से उपस्थित चयनित अभ्यर्थियों को सहमति के आधार पर संबंधित स्कूल में योगदान के लिए नियोजन पत्र दिया। साथ ही अपने पूरे मनोयोग से शिक्षण कार्य करने का सुझाव दिया।